पंजाब चुनाव (Punjab assembly election) में आम आम पार्टी ने ऐसा झाडू लगाया है कि सभी का सूपड़ा साफ हो गया. आप (Aap) की लहर के आगे पंजाबी दिग्गज नेताओं की एक न चली. दिल्ली की तरह पंजाब में भी AAP अपनी सरकार बनाने की ओर अग्रसर है. दरअसल, आप का तूफान ऐसा रहा कि कोई न टिक सका. अब पंजाब में भगवंत मान सिंह मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. इसी बीच पंजाब में सबसे ज्यादा चर्चा उस महिला की हो रही है, जिसने बड़े-बड़े दिग्गजों को चुनावी मैदान में पटखनी दे दी है.
पंजाब विधान सभा चुनाव में अमृतसर पूर्व सीट पर सबसे ज्यादा राजनीतिक दलों में तकरार रही. यहां आप पार्टी की जीवन ज्योत कौर ने पहली बार में 34,417 मतों से बंपर जीत हांसिल की है. उन्होंने कांग्रेस के दिग्गज नेता नवजोत सिद्धू और शिरोमणि अकाली दल के बिक्रम सिंह मजीठिया को करीब 6,000 से वोटों से शिकस्त दी है.
जबकि राजनीतिक विशेषज्ञ, इस सीट पर नवजोत सिंह सिद्धू और बिक्रम सिंह मजीठिया के बीच कड़ी टक्कर मान रहे थे. वहीं जब नतीजे आए तो सब हैरान रह गए, क्योंकि इस सीट पर जनता ने दिग्गजों को नकार कर आम आदमी पार्टी की प्रत्याशी जीवन ज्योत को चुना.
इस जीत से हर कोई हैरान है और सिद्धू और मजीठिया जैसे दिग्गजों को हराने वाली महिला के बारे में जानना चाहता है. असल में इन नेताओं को हराना कोई छोटी बात नहीं है. ये हमेशा से ही जीत का स्वाद चखते आए हैं.
दरअसल, नवजोत सिद्धू और शिरोमणि अकाली दल के बिक्रम सिंह मजीठिया अपने राजनैतिक करियर में अपराजय रहे थे. ऐसा पहली बार ऐसा हुआ की ये दोनों ही दिग्गज चुनाव हार गए हैं.
जीवन ज्योत कौर अमृतसर की 'पैड वुमन'...
पंजाब चुनाव (Punjab assembly election) में आम आम पार्टी ने ऐसा झाडू लगाया है कि सभी का सूपड़ा साफ हो गया. आप (Aap) की लहर के आगे पंजाबी दिग्गज नेताओं की एक न चली. दिल्ली की तरह पंजाब में भी AAP अपनी सरकार बनाने की ओर अग्रसर है. दरअसल, आप का तूफान ऐसा रहा कि कोई न टिक सका. अब पंजाब में भगवंत मान सिंह मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. इसी बीच पंजाब में सबसे ज्यादा चर्चा उस महिला की हो रही है, जिसने बड़े-बड़े दिग्गजों को चुनावी मैदान में पटखनी दे दी है.
पंजाब विधान सभा चुनाव में अमृतसर पूर्व सीट पर सबसे ज्यादा राजनीतिक दलों में तकरार रही. यहां आप पार्टी की जीवन ज्योत कौर ने पहली बार में 34,417 मतों से बंपर जीत हांसिल की है. उन्होंने कांग्रेस के दिग्गज नेता नवजोत सिद्धू और शिरोमणि अकाली दल के बिक्रम सिंह मजीठिया को करीब 6,000 से वोटों से शिकस्त दी है.
जबकि राजनीतिक विशेषज्ञ, इस सीट पर नवजोत सिंह सिद्धू और बिक्रम सिंह मजीठिया के बीच कड़ी टक्कर मान रहे थे. वहीं जब नतीजे आए तो सब हैरान रह गए, क्योंकि इस सीट पर जनता ने दिग्गजों को नकार कर आम आदमी पार्टी की प्रत्याशी जीवन ज्योत को चुना.
इस जीत से हर कोई हैरान है और सिद्धू और मजीठिया जैसे दिग्गजों को हराने वाली महिला के बारे में जानना चाहता है. असल में इन नेताओं को हराना कोई छोटी बात नहीं है. ये हमेशा से ही जीत का स्वाद चखते आए हैं.
दरअसल, नवजोत सिद्धू और शिरोमणि अकाली दल के बिक्रम सिंह मजीठिया अपने राजनैतिक करियर में अपराजय रहे थे. ऐसा पहली बार ऐसा हुआ की ये दोनों ही दिग्गज चुनाव हार गए हैं.
जीवन ज्योत कौर अमृतसर की 'पैड वुमन' हैं
जीवन ज्योत का जैसा नाम है वैसा ही काम है. तभी तो पहली बार चुवान लड़ने पर ही जनता ने इन्हें अपने सिर आंखों पर बिठा लिया. असल में जीवन ज्योत कौर एक सामाजिक कार्यक्ता है. जो ग्रामीण महिलाओं से जड़ से जुड़ी हुई हैं. वे अमृतसर पूर्व सीट से आम आदमी पार्टी की एकलौती महिला उम्मीदवार थीं. इसके साथ ही वे अमृतसर (शहरी) के लिए पार्टी की जिलाध्यक्ष भी हैं. दरअसल, जीवन ज्योत मासिक धर्म (Periods) स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए महिलाओं को जागरूक करने का काम करती हैं.
वे प्लास्टिक से बने सैनिटरी पैड के बारे में लोगों को जागरूक करती हैं और महिलाओं को दोबारा इस्तेमाल किए जाने वाले पैड बाटती हैं. जीवन ज्योत के काम की वजह से ही उन्हें प्यार से अमृतसर की 'पैड वुमन' (pad women) का उपनाम मिला. इतना ही नहीं जीवन ज्योत एसएचई (She Hemkunt Education) की चेयरपर्सन भी रह चुकी हैं.
चुनाव प्रचार कैंपने के समय ही उन्होंने कहा था कि "ये दोनों नेता (siddhu, majithia) अलग-अलग तरीकों से पंजाब की राजनीति के साथ गलत करते आए हैं. सिद्धू ने तो कुछ किया नहीं है और मजीठिया के खिलाफ आरोप हैं. हम नहीं चाहते थे कि उनका व्यक्तित्व वास्तविक मुद्दों से हट जाए.
यह बात तो सच है कि पंजाब के लोगों की शिकायत रहती है कि नवजोत सिंह सिद्धू जनता से नहीं मिलते हैं. वैसे लोगों की निगाहें उनके काम के कारण पहले से ही जीवन ज्योत पर थीं. तभी तो लोगं ने उन्हें दिल खोल कर लोगों ने वोट दिया है. वरना किसी को यह अंदाजा नहीं था कि सिद्धू और मजीठिया इस तरह चुनाव हार जाएंगे...
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