एक टमाटर की (Tomato price) कीमत तुम क्या जानो जनाब...बिना टमाटर के एक दिन सब्जी खा कर देखिए अपने आप ही फिर समझ आएगा. हमारे देश में तो टमाटर पर मार हो जाती है. इधर मंहगाई बढ़ी उधर राजनीति की कुर्सी डगमगाई. अरे हम यूं ही पाक पीएम इमरान खान (Pakistan pm imran khan) को कोस नहीं रहे हैं.
दरअसल, पाकिस्तान में बढ़ती महंगाई की वजह से अवाम परेशान है. वहां आटा, तेल, दाल, सब्जियां, गैस और डीजल-पेट्रोल के दाम आसमान छू रहे हैं. इस पाक पीएम ने एक रैली में दिल तोड़ने वाली बात कह दी है. इनका कहना है कि 'मैं राजनीति में आलू और टमाटर की कीमत जानने के लिए नहीं आया हूं.' तो साबह आप राजनीति में आए ही क्यों हैं? आपके प्रधानमंत्री बनने का मकसद क्या है. क्या आपको सिर्फ अपनी पड़ी है, जनता की नहीं?
टमाटर की के बढ़े दाम आपके लिए कुछ नहीं होंगे, काहें कि आप तो 100 क्या 500 रूपए किलो भी खरीद कर खा सकते हैं. उस महिला से पूछिए जो एक टमाटर का दो हिस्सा काटकर काम चला रही हो. या फिर टमाटर खरीदना ही छोड़ दिया हो. कई बार तो सब्जी की जगह पर टमाटर की चटनी से ही महिलाएं एक समय के भोजन का जुगाड़ कर लेती हैं लेकिन आप कह रहे हैं कि मुझे इससे कोई मतलब नहीं.
हम तो कहेंगे कि शुक्र है कि साहब आप पाकिस्तान के प्रधानमंत्री हैं वरना भारत में अब तक आप बुरी तरह और पूरी तरह ट्रोल हो रहे होते. ट्ववीटर पर आपके नाम का अब तर 3,4 हैश टैग तो ट्रेंड ही कर रहा होता.
इमरान खान कहना है कि मैंने देश के युवाओं की खातिर राजनीति में शामिल होने का फैसला किया था. ऐसा करने से उन्हें कोई व्यक्तिगत लाभ नहीं हुआ क्योंकि उनके पास पहले से ही जीवन में वह सब कुछ है जिसका एक आम...
एक टमाटर की (Tomato price) कीमत तुम क्या जानो जनाब...बिना टमाटर के एक दिन सब्जी खा कर देखिए अपने आप ही फिर समझ आएगा. हमारे देश में तो टमाटर पर मार हो जाती है. इधर मंहगाई बढ़ी उधर राजनीति की कुर्सी डगमगाई. अरे हम यूं ही पाक पीएम इमरान खान (Pakistan pm imran khan) को कोस नहीं रहे हैं.
दरअसल, पाकिस्तान में बढ़ती महंगाई की वजह से अवाम परेशान है. वहां आटा, तेल, दाल, सब्जियां, गैस और डीजल-पेट्रोल के दाम आसमान छू रहे हैं. इस पाक पीएम ने एक रैली में दिल तोड़ने वाली बात कह दी है. इनका कहना है कि 'मैं राजनीति में आलू और टमाटर की कीमत जानने के लिए नहीं आया हूं.' तो साबह आप राजनीति में आए ही क्यों हैं? आपके प्रधानमंत्री बनने का मकसद क्या है. क्या आपको सिर्फ अपनी पड़ी है, जनता की नहीं?
टमाटर की के बढ़े दाम आपके लिए कुछ नहीं होंगे, काहें कि आप तो 100 क्या 500 रूपए किलो भी खरीद कर खा सकते हैं. उस महिला से पूछिए जो एक टमाटर का दो हिस्सा काटकर काम चला रही हो. या फिर टमाटर खरीदना ही छोड़ दिया हो. कई बार तो सब्जी की जगह पर टमाटर की चटनी से ही महिलाएं एक समय के भोजन का जुगाड़ कर लेती हैं लेकिन आप कह रहे हैं कि मुझे इससे कोई मतलब नहीं.
हम तो कहेंगे कि शुक्र है कि साहब आप पाकिस्तान के प्रधानमंत्री हैं वरना भारत में अब तक आप बुरी तरह और पूरी तरह ट्रोल हो रहे होते. ट्ववीटर पर आपके नाम का अब तर 3,4 हैश टैग तो ट्रेंड ही कर रहा होता.
इमरान खान कहना है कि मैंने देश के युवाओं की खातिर राजनीति में शामिल होने का फैसला किया था. ऐसा करने से उन्हें कोई व्यक्तिगत लाभ नहीं हुआ क्योंकि उनके पास पहले से ही जीवन में वह सब कुछ है जिसका एक आम व्यक्ति सपना देख सकता है. हमारे जानकारी के अनुसार तो महंगाई पर नियंत्रण स्थापित करना सरकार के प्रमुख कामों में से एक होता है. फिर आप क्यों अपना पल्ला झाड़ रहे हैं? सच में बड़ी बेइज्जती है साहब...
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