भगवान हैं या नहीं? ये एक ऐसा सवाल है, जिसका अलग-अलग धारणा को लोग अपने हिसाब से जवाब देते हैं. अधिकतर लोग मानते हैं कि भगवान हैं, लेकिन कुछ लोग ऐसे भी हैं जो भगवान की मौजूदगी से इनकार करते रहे हैं. इनमें से ही एक हैं फिलीपीन्स के राष्ट्रपति रोड्रिगो दुतेर्ते, जिनके भगवान पर दिए एक बयान के बाद एक विवाद खड़ा हो गया है. उन्होंने ईसाई लोगों से कहा है कि अगर कोई उन्हें भगवान के होने का सबूत दे दे तो वह इस्तीफा दे देंगे. अगर राष्ट्रपति के इस बयान को एक सवाल की तरह देखा जाए तो वाकई भगवान के होने के सबूत नहीं हैं. लेकिन जिस देश में अधिकतर संख्या ईसाई धर्म के लोगों की है, वहां के राष्ट्रपति द्वारा ऐसा बयान देने से लोगों की भावनाएं तो आहत होंगी ही.
भगवान के साथ सेल्फी दिखाएं
यहां पर ये जानना भी बहुत जरूरी है कि आखिर किस संदर्भ में रोड्रिगो ने ये बात कही. रोड्रिगो ने चर्च में लोगों द्वारा दान दिए जाने को लेकर ये बयान दिया है. उन्होंने कहा कि चर्च पहले तो लोगों को अशुद्ध करते हैं, उन्हें अशुद्ध बातें बताते हैं और बाद में पैसे लेकर उन्हें शुद्ध करने का काम करते हैं. उन्होंने यह बातें शुक्रवार को फिलीपींस के दावाओ शहर में हो रहे एक साइंस एंड टेक्नोलॉजी इवेंट को संबोधित करते हुए कही. उन्होंने कहा कि अगर कोई उनसे कहे कि उसने भगवान को देखा है और उनसे बात की है तो वह राष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे देंगे. वह कहते हैं कि अगर ऐसा है तो कोई भगवान की खींची हुई तस्वीर या उनके साथ ली गई सेल्फी दिखाए. चर्चों पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि अगर वाकई आप लोगों की मदद करना चाहते हैं तो फिर लोगों को चर्च में पैसे क्यों दान करने पड़ते हैं?
फिलीपीन्स में लोग...
भगवान हैं या नहीं? ये एक ऐसा सवाल है, जिसका अलग-अलग धारणा को लोग अपने हिसाब से जवाब देते हैं. अधिकतर लोग मानते हैं कि भगवान हैं, लेकिन कुछ लोग ऐसे भी हैं जो भगवान की मौजूदगी से इनकार करते रहे हैं. इनमें से ही एक हैं फिलीपीन्स के राष्ट्रपति रोड्रिगो दुतेर्ते, जिनके भगवान पर दिए एक बयान के बाद एक विवाद खड़ा हो गया है. उन्होंने ईसाई लोगों से कहा है कि अगर कोई उन्हें भगवान के होने का सबूत दे दे तो वह इस्तीफा दे देंगे. अगर राष्ट्रपति के इस बयान को एक सवाल की तरह देखा जाए तो वाकई भगवान के होने के सबूत नहीं हैं. लेकिन जिस देश में अधिकतर संख्या ईसाई धर्म के लोगों की है, वहां के राष्ट्रपति द्वारा ऐसा बयान देने से लोगों की भावनाएं तो आहत होंगी ही.
भगवान के साथ सेल्फी दिखाएं
यहां पर ये जानना भी बहुत जरूरी है कि आखिर किस संदर्भ में रोड्रिगो ने ये बात कही. रोड्रिगो ने चर्च में लोगों द्वारा दान दिए जाने को लेकर ये बयान दिया है. उन्होंने कहा कि चर्च पहले तो लोगों को अशुद्ध करते हैं, उन्हें अशुद्ध बातें बताते हैं और बाद में पैसे लेकर उन्हें शुद्ध करने का काम करते हैं. उन्होंने यह बातें शुक्रवार को फिलीपींस के दावाओ शहर में हो रहे एक साइंस एंड टेक्नोलॉजी इवेंट को संबोधित करते हुए कही. उन्होंने कहा कि अगर कोई उनसे कहे कि उसने भगवान को देखा है और उनसे बात की है तो वह राष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे देंगे. वह कहते हैं कि अगर ऐसा है तो कोई भगवान की खींची हुई तस्वीर या उनके साथ ली गई सेल्फी दिखाए. चर्चों पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि अगर वाकई आप लोगों की मदद करना चाहते हैं तो फिर लोगों को चर्च में पैसे क्यों दान करने पड़ते हैं?
फिलीपीन्स में लोग रोड्रिगो के इस बयान से तो आहत हुए ही हैं, इससे पहले उन्होंने भगवान को लेकर जो बयान दिया था, उससे भी आहत हैं. अगर सामान्य नजरिए से हटकर देखा जाए तो राजनीतिक रूप से रोड्रिगो का ये बयान सही नहीं लगता. भले ही विज्ञान को आज तक भगवान के होने के सबूत नहीं मिल सके हों, लेकिन पूरी दुनिया में भगवान के प्रति लोगों की आस्था है. ऐसे में इस तरह का बयान राजनीतिक रूप से रोड्रिगो को नुकसान पहुंचा सकता है.
भगवान को कहा था बेवकूफ
ऐसा नहीं है कि पहली बार महज जबान फिसलने की वजह से रोड्रिगो ने भगवान को लेकर कोई विवादित बयान दे दिया हो. दरअसल, पिछले ही हफ्ते उन्होंने भगवान को बेवकूफ कहा था, जिसके बाद से उनके खिलाफ पूरे देश में प्रदर्शन हो रहे हैं. वह तो बाइबल का मजाक भी उड़ा चुके हैं और 2015 में तो उन्होंने एक कैथोलिक पोप के लिए भी आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया था, जिसके बाद उन्हें बिशप ने मानसिक रूप से पागल तक कह दिया था.
तानाशाह बनना चाहते हैं रोड्रिगो?
जिस तरह से रोड्रिगो फिलीपीन्स में कायदे-कानून चला रहे हैं, उससे तो ऐसा लगता है मानो वह एक तानाशाह बनना चाहते हैं. कुछ समय पहले ही उन्होंने पुलिस को एक निर्देश या यूं कहें कि फरमान जारी किया था कि अगर किसी व्यक्ति के पास ड्रग्स मिले या फिर कोई दूसरा नशीला पदार्थ हो तो उसे तुरंत गोली मार दी जाए. नशे से मुक्ति पाने के लिए सख्त नियम बनाना कोई बुरी बात नहीं है, लेकिन ऐसे फरमान का कितना गलत इस्तेमाल हो सकता है, यह भी समझना जरूरी है. यही वजह से कि उनके खिलाफ अक्सर विरोध प्रदर्शन होते रहते हैं.
रोड्रिगो ने यह बयान एक साइंस एंड टेक्नोलॉजी इवेंट में दिया है. यानी ये कहना गलत नहीं होगा कि उस इवेंट में मौजूद बहुत से लोग रोड्रिगो की बात से सहमत होंगे, क्योंकि वहां साइंस से जुड़े बहुत से लोग मौजूद होंगे. लेकिन अगर बात उस तबके की करें जो साइंस से अधिक भगवान को तरजीह देता है, तो रोड्रिगो की बात उसको बेशक चुभी होगी. खैर, भगवान में आस्था होना या न होना एक अलग बात है, लेकिन जरूरी नहीं कि ऐसी बयानबाजी की जाए, जिससे भगवान में आस्था रखने वाले ईसाई लोगों की भावनाएं आहत हों. जिस तरह रोड्रिगो आए दिन अलग-अलग मंचों से कभी भगवान को लेकर, कभी बाइबल पर तो कभी पोप को लेकर विवादित बयान देते रहे हैं, उससे उन्हें बचने की जरूरत है, वरना लोगों के विरोध से उन्हें नुकसान हो सकता है.
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