यूं तो स्कूल-कॉलेज शिक्षा का मंदिर होते हैं, जहां पर छात्रों का भविष्य संवारने के साथ-साथ उन्हें अच्छे-बुरे का फर्क समझाया जाता है, लेकिन हर स्कूल-कॉलेज में ऐसा नहीं होता. यूपी के गाजीपुर में स्थित सत्यदेव कॉलेज के परिसर में तो हिंसा का पाठ भी पढ़ाया जाता है. सबसे हैरानी की बात तो ये है कि ये पाठ खुद पूर्वांचल यूनिवर्सिटी के कुलपति राजाराम यादव ही पढ़ा रहे हैं. वो भी कहीं छुप कर नहीं, बल्कि खुलेआम. सैकड़ों की भीड़ के सामने, जिसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. ये बयानबाजी उस बीच सामने आ रही है, जब गाजीपुर में ही पीएम मोदी की रैली थी और इस रैली में कथित रूपे से निषाद समाज के लोगों और पुलिस के बीच झड़प में एक पुलिसकर्मी की मौत भी हो गई है.
हिंसा का पाठ पढ़ाते हुए कुलपति कह रहे हैं- 'अगर आप पूर्वांचल विश्वविद्यालय के छात्र हो तो रोते हुए मेरे पास कभी मत आना. एक बात बता दूं... अगर किसी से झगड़ा हो जाए तो उसकी पिटाई करके आना और तुम्हारा बस चले तो उसका मर्डर कर के आना, उसके बाद हम देख लेंगे.' अब जिस यूनिवर्सिटी में हत्या का पाठ पढ़ाया जा रहा हो, वहां से कैसे छात्र निकलेंगे, इसका तो अंदाजा भी लगाना मुश्किल है. छात्रों को कानून का पालन और सम्मान करना सिखाने के बजाय, कुलपति ने तो उसे अपनी जागीर समझ लिया है, जिसे वह छात्रों के हाथ में थमाते हुए से लग रहे हैं. जब से कुलपति का ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है, तब से उनकी चौतरफा आलोचना हो रही है.
दृढ़ संकल्प की बात करते-करते हत्या का बयान
गाजीपुर के सत्यदेव कॉलेज परिसर में 'उच्च शिक्षा की चुनौतियां' विषय पर एक सेमिनार का आयोजन किया गया था. विवादित बयान देने से पहले पूर्वांचल यूनिवर्सिटी के कुलपति बोले- 'युवा छात्र वही होता है, जो पर्वत की चट्टानों में पैर मारता है तो पानी की धार निकलती है उसी को छात्र कहते हैं. छात्र...
यूं तो स्कूल-कॉलेज शिक्षा का मंदिर होते हैं, जहां पर छात्रों का भविष्य संवारने के साथ-साथ उन्हें अच्छे-बुरे का फर्क समझाया जाता है, लेकिन हर स्कूल-कॉलेज में ऐसा नहीं होता. यूपी के गाजीपुर में स्थित सत्यदेव कॉलेज के परिसर में तो हिंसा का पाठ भी पढ़ाया जाता है. सबसे हैरानी की बात तो ये है कि ये पाठ खुद पूर्वांचल यूनिवर्सिटी के कुलपति राजाराम यादव ही पढ़ा रहे हैं. वो भी कहीं छुप कर नहीं, बल्कि खुलेआम. सैकड़ों की भीड़ के सामने, जिसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. ये बयानबाजी उस बीच सामने आ रही है, जब गाजीपुर में ही पीएम मोदी की रैली थी और इस रैली में कथित रूपे से निषाद समाज के लोगों और पुलिस के बीच झड़प में एक पुलिसकर्मी की मौत भी हो गई है.
हिंसा का पाठ पढ़ाते हुए कुलपति कह रहे हैं- 'अगर आप पूर्वांचल विश्वविद्यालय के छात्र हो तो रोते हुए मेरे पास कभी मत आना. एक बात बता दूं... अगर किसी से झगड़ा हो जाए तो उसकी पिटाई करके आना और तुम्हारा बस चले तो उसका मर्डर कर के आना, उसके बाद हम देख लेंगे.' अब जिस यूनिवर्सिटी में हत्या का पाठ पढ़ाया जा रहा हो, वहां से कैसे छात्र निकलेंगे, इसका तो अंदाजा भी लगाना मुश्किल है. छात्रों को कानून का पालन और सम्मान करना सिखाने के बजाय, कुलपति ने तो उसे अपनी जागीर समझ लिया है, जिसे वह छात्रों के हाथ में थमाते हुए से लग रहे हैं. जब से कुलपति का ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है, तब से उनकी चौतरफा आलोचना हो रही है.
दृढ़ संकल्प की बात करते-करते हत्या का बयान
गाजीपुर के सत्यदेव कॉलेज परिसर में 'उच्च शिक्षा की चुनौतियां' विषय पर एक सेमिनार का आयोजन किया गया था. विवादित बयान देने से पहले पूर्वांचल यूनिवर्सिटी के कुलपति बोले- 'युवा छात्र वही होता है, जो पर्वत की चट्टानों में पैर मारता है तो पानी की धार निकलती है उसी को छात्र कहते हैं. छात्र अपने जीवन में जो संकल्प लेता है उस संकल्प को अपनी आंखों से पूरा करता है, उसी को पूर्वांचल विश्वविद्यालय का छात्र कहते हैं.' उनका ये बयान सुनकर तो यूं लगा जैसे कुलपति जी छात्रों को दृढ़ संकल्प लेना सिखा रहे हैं और बता रहे हैं कि कैसे उसे पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत की जरूरत होती है. लेकिन अगले ही पल उन्होंने हत्या तक करने का जो बयान दिया, उससे परिसर में मौजूद लोग हैरान रह गए.
कुलपति बनने के बाद की थीं बड़ी-बड़ी बातें
पिछले साल ही राज्यपाल राम नाईक ने राजाराम यादव को पूर्वांचल यूनिवर्सिटी का 17वां कुलपति बनाया था. इससे पहले वह इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के फिजिक्स डिपार्टमेंट में प्रोफेसर थे. कुलपति का पद ग्रहण करते हुए राजाराम यादव ने बड़ी-बड़ी बातें की थीं. विश्वस्तरीय शोध, समय से परीक्षा का आयोजन कराने और परिणाम जारी करने की बात कही थी. लेकिन अब उच्च शिक्षा की चुनौतियों से निपटने के लिए वह कठिन परिश्रम करने की सलाह देने के बजाय हत्या करने की बात सिखा रहे हैं.
जब गाजीपुर में भीड़ द्वारा पुलिस पर पत्थरबाजी करने की खबर सामने आई और लोगों को पता चला कि इसमें एक पुलिस वाले की मौत भी हो गई है, तो सभी हैरान थे. लेकिन राजाराम यादव का बयान ये साफ कर रहा है कि युवाओं के दिमाग में कैसे-कैसे हिंसा के बीच बोए जा रहे हैं. जब युवाओं को किसी की हत्या करने के लिए उकसाया जाएगा, तो इस तरह की घटनाएं तो होंगी ही. सोशल मीडिया पर वायरल कुलपति के वीडियो ने उनकी छोटी सोच सबके सामने जाहिर कर दी है. यूं तो हत्या की बात करने वाले शख्स को एजुकेशन सिस्टम में रहने का कोई हक ही नहीं है, लेकिन ये देखना दिलचस्प होगा कि राज्यपाल राम नाईक पूर्वांचल यूनिवर्सिटी के कुलपति राजाराम यादव के इस विवादित बयान पर उनके खिलाफ क्या एक्शन लेते हैं.
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