ठिठुरन भरी इस सर्दी में अपनी सफ़ेद टीशर्ट से सुर्ख़ियों में रहने वाले राहुल गांधी ने अभी बीते दिनों साउथ सिनेमा के चर्चित चेहरों में शुमार एक्टर कमल हासन से मुलाकात की है. मुलाकात में दोनों ने कई अहम मुद्दों पर मन की बात की. इस दौरान खादी पर भी बात हुई जिसे लेकर राहुल के अपने तर्क थे. वहीं जो बातें कमल हासन ने कहीं भले ही उससे राहुल प्रभावित हो गए हों, लेकिन जनता को बातें हजम नहीं हुईं और जब सच्चाई सामने आई तो साफ़ हो गया कि राहुल और कमल एक ऐसे मुद्दे पर बात कर रहे थे जिसकी सच्चाई उनके द्वारा बताई बातों से बहुत अलग है.
इंटरनेट पर जो वीडियो वायरल है उसमें राहुल गांधी ने भारत में 'दम तोड़ते ' खादी उद्योग को पुनर्जीवित करने की इच्छा व्यक्त की. बातचीत में राहुल गांधी ने इस बात पर दुख व्यक्त किया कि भाजपा सरकार द्वारा नोटबंदी और 'गलत तरीके से लागू' जीएसटी के परिणामस्वरूप, कई इंडियन सेक्टर्स धीरे-धीरे बर्बाद हो गए. अपनी बात को वजन देने के लिए राहुल ने बल्लारी जींस उद्योग और भारतीय खादी उद्योग को कोट किया.
राहुल गांधी ने उस खादी जैकेट की ओर इशारा किया जिसे कमल हासन ने पहना था. राहुल का दावा था कि भारत में कोई भी इसे खादी जैकेट के रूप में नहीं पहचानेगा क्योंकि उद्योग मोदी शासन के तहत धीमी मौत मर रहा है. इसके बाद राहुल ने खादी के तमाम गुण बताए और कहा कि आप इससे कई खूबसूरत चीजें बना सकते हैं. इसपर अपनी राय जाहिर करते हुए कमल ने कहा कि आज भी खादी को मॉडर्न फैक्ट्रीज में तैयार नहीं किया जाता है. और इसे गावों में छोटे छोटे...
ठिठुरन भरी इस सर्दी में अपनी सफ़ेद टीशर्ट से सुर्ख़ियों में रहने वाले राहुल गांधी ने अभी बीते दिनों साउथ सिनेमा के चर्चित चेहरों में शुमार एक्टर कमल हासन से मुलाकात की है. मुलाकात में दोनों ने कई अहम मुद्दों पर मन की बात की. इस दौरान खादी पर भी बात हुई जिसे लेकर राहुल के अपने तर्क थे. वहीं जो बातें कमल हासन ने कहीं भले ही उससे राहुल प्रभावित हो गए हों, लेकिन जनता को बातें हजम नहीं हुईं और जब सच्चाई सामने आई तो साफ़ हो गया कि राहुल और कमल एक ऐसे मुद्दे पर बात कर रहे थे जिसकी सच्चाई उनके द्वारा बताई बातों से बहुत अलग है.
इंटरनेट पर जो वीडियो वायरल है उसमें राहुल गांधी ने भारत में 'दम तोड़ते ' खादी उद्योग को पुनर्जीवित करने की इच्छा व्यक्त की. बातचीत में राहुल गांधी ने इस बात पर दुख व्यक्त किया कि भाजपा सरकार द्वारा नोटबंदी और 'गलत तरीके से लागू' जीएसटी के परिणामस्वरूप, कई इंडियन सेक्टर्स धीरे-धीरे बर्बाद हो गए. अपनी बात को वजन देने के लिए राहुल ने बल्लारी जींस उद्योग और भारतीय खादी उद्योग को कोट किया.
राहुल गांधी ने उस खादी जैकेट की ओर इशारा किया जिसे कमल हासन ने पहना था. राहुल का दावा था कि भारत में कोई भी इसे खादी जैकेट के रूप में नहीं पहचानेगा क्योंकि उद्योग मोदी शासन के तहत धीमी मौत मर रहा है. इसके बाद राहुल ने खादी के तमाम गुण बताए और कहा कि आप इससे कई खूबसूरत चीजें बना सकते हैं. इसपर अपनी राय जाहिर करते हुए कमल ने कहा कि आज भी खादी को मॉडर्न फैक्ट्रीज में तैयार नहीं किया जाता है. और इसे गावों में छोटे छोटे कारीगरों द्वारा अपने हाथों से तैयार किया जाता है. कमल का भी यही मानना था कि अगर आज मोदी राज में खादी की ये दुर्दशा हुई तो इसकी वजह जीएसटी ही है.
दिलचस्प ये रहा कि राहुल के साथ जो कमल खादी को लेकर दुखड़ा रो रहे हैं वो KH House of Khaddar के मालिक भी हैं. जिक्र अगर इस ब्रांड का हो तो भले ही इसका उद्देश्य भारत में हथकरघा बुनकरों के जीवन का उत्थान और एक ब्रांड के रूप में युवाओं के बीच खादी को प्रचारित करना हो लेकिन इस ब्रांड के जरिये कमल की ठीक ठाक कमाई हो रही है.
बातचीत की आड़ में भले ही राहुल और कमल ने खादी को एक मरी हुई इंडस्ट्री बता दिया हो मगर सच्चाई इसके ठीक विपरीत है. खादी उद्योग ने 2021-22 में 1.15 लाख करोड़ का कारोबार दर्ज किया है. राहुल गांधी के बयानों के विपरीत, भारत में खादी की बिक्री पिछले वित्त वर्ष के दौरान 43% बढ़कर 5,052 करोड़ रुपये के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गई, दिलचस्प ये कि भारत के कपड़ा उद्यमों में ये वृद्धि सबसे बड़ी है.
सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय (MSME) के एक बयान के अनुसार, पिछले साल, खादी और ग्रामोद्योग आयोग (KVIC) ने 2021-22 में 1.15 लाख करोड़ रुपये का कारोबार किया. कारोबार ने केवीआईसी को देश की एकमात्र कंपनी बना दिया जिसने 1 लाख करोड़ रुपये का कारोबार दर्ज किया है.
चूंकि खादी को लेकर सीधे सीधे आरोप प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर लगे हैं तो चलते चलते हम पीएम मोदी के मन की बात के 81 वे एपिसोड का जिक्र अवश्य करना चाहेंगे जिसमें उन्होंने देश के लोगों से खादी को अपने जीवन में अपनाने की बात की थी. बाद में पीएम मोदी की इस अपील का लोगों पर गहरा असर हुआ और आज खादी के प्रति लोगों में जो उत्साह है वो देखने वाला है.
ध्यान रहे कि किसी ज़माने में खादी बुजुर्गों का परिधान हुआ करता था लेकिन पीएम मोदी की अपील के बाद जिस तरह लोगों ने विशेषकर युवाओं ने इसे हाथों हाथ लिया है वो देखने वाला है. आज हमारे आस पास ऐसे लोगों की कमी नहीं है जिनकी अलमारी में पूरी शान के साथ खादी और उसके बने हुए परिधान टंगे हैं.
कह सकते हैं कि खादी को लेकर चाहे वो कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी हों या फिर उन्हें बरगलाने वाले कमल हासन दोनों ही गफलत में हैं. दोनों को ही इस बात को समझना होगा कि अगर आज खादी को देश और देश की जनता हाथों हाथ ले रहे हैं तो इसकी एक बड़ी वजह देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही हैं और अगर इसका सीधा क्रेडिट उन्हें दिया भी जाए तो इसमें कहीं से भी कुछ गलत नहीं है. इसके हक़दार हैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी.
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