17वें लोकसभा चुनाव के मद्देनजर भाजपा और कांग्रेस दोनों ने एड़ी चोटी का जोर लगा दिया है. देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने भाषणों में हर चीज के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं तो वहीं कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी रोजगार, राफेल जैसे मुद्दों से प्रधानमंत्री और भाजपा की नाक में दम किया हुआ है. 4 चरणों के चुनाव हो चुके हैं 3 चरण बाकी हैं. 23 मई को इस बात का फैसला हो जाएगा कि देश की जनता ने अपना नेतृत्व किसे सौंपा है. एक ऐसे समय में जब दोनों ही दल एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगा रहे हों राहुल गांधी ने इंडिया टुडे को exclusive interview दिया है.
इंटरव्यू में राहुल गांधी से उनकी न्याय स्कीम समेत तमाम मुद्दों पर बात हुई है और जिस परिपक्वता के साथ राहुल ने जवाब दिए हैं कह सकते हैं कि कहीं न कहीं राहुल को भी इस बात का पूरा आभास है कि ये चुनाव न सिर्फ कांग्रेस पार्टी के भविष्य से जुड़ा है बल्कि उनकी साख का चुनाव भी है. आइये नजर डालें उन सवालों को राहुल गांधी के सामने इंडिया टुडे ग्रुप के एडिटोरियल डायरेक्टर राज चेंगप्पा और इंडिया टुडे मैगेजीन से जुड़े पत्रकार कौशिक डेका ने रखे.
कश्मीर समस्या
कश्मीर पर पूछे गए सवाल पर राहुल का मत था कि वर्तमान सरकार के पास कश्मीर को लेकर कोई नीति नहीं है. भाजपा घाटी का महाल खराब करके केवल अपने राजनीतिक हित साधने का प्रयास कर रही है. राहुल ने कहा कि कश्मीर में आतंकवाद दोबारा तब शुरू हुआ जब भाजपा ने पीडीपी के साथ गठबंधन करके सरकार बनाई. इसके अलावा अपनी उपलब्धियां गिनाते हुए राहुल ने ये भी कहा कि जिस वक़्त यूपीए सत्ता में थी कश्मीर को लेकर हमारे पास पूरा प्लान था.
हमने कश्मीर के लिए...
17वें लोकसभा चुनाव के मद्देनजर भाजपा और कांग्रेस दोनों ने एड़ी चोटी का जोर लगा दिया है. देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने भाषणों में हर चीज के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं तो वहीं कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी रोजगार, राफेल जैसे मुद्दों से प्रधानमंत्री और भाजपा की नाक में दम किया हुआ है. 4 चरणों के चुनाव हो चुके हैं 3 चरण बाकी हैं. 23 मई को इस बात का फैसला हो जाएगा कि देश की जनता ने अपना नेतृत्व किसे सौंपा है. एक ऐसे समय में जब दोनों ही दल एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगा रहे हों राहुल गांधी ने इंडिया टुडे को exclusive interview दिया है.
इंटरव्यू में राहुल गांधी से उनकी न्याय स्कीम समेत तमाम मुद्दों पर बात हुई है और जिस परिपक्वता के साथ राहुल ने जवाब दिए हैं कह सकते हैं कि कहीं न कहीं राहुल को भी इस बात का पूरा आभास है कि ये चुनाव न सिर्फ कांग्रेस पार्टी के भविष्य से जुड़ा है बल्कि उनकी साख का चुनाव भी है. आइये नजर डालें उन सवालों को राहुल गांधी के सामने इंडिया टुडे ग्रुप के एडिटोरियल डायरेक्टर राज चेंगप्पा और इंडिया टुडे मैगेजीन से जुड़े पत्रकार कौशिक डेका ने रखे.
कश्मीर समस्या
कश्मीर पर पूछे गए सवाल पर राहुल का मत था कि वर्तमान सरकार के पास कश्मीर को लेकर कोई नीति नहीं है. भाजपा घाटी का महाल खराब करके केवल अपने राजनीतिक हित साधने का प्रयास कर रही है. राहुल ने कहा कि कश्मीर में आतंकवाद दोबारा तब शुरू हुआ जब भाजपा ने पीडीपी के साथ गठबंधन करके सरकार बनाई. इसके अलावा अपनी उपलब्धियां गिनाते हुए राहुल ने ये भी कहा कि जिस वक़्त यूपीए सत्ता में थी कश्मीर को लेकर हमारे पास पूरा प्लान था.
हमने कश्मीर के लिए काम किया. हमने वहां पंचायत के चुनाव किये. हम वहां टाटा जैसे लोगों को ले गए ताकि घाटी के युवाओं को उम्मीद की एक किरन दिखे और उन्हें रोजगार के अवसर प्राप्त हों. हमने महिलाओं को बैंकिंग से जोड़ा और इससे हमने आतंकवाद पर बड़ी विजय हासिल की. साथ ही राहुल ने ये भी बताया कि जिस वक़्त 2004 में हम सत्ता में आए पूरा कश्मीर सुलग रहा था जब हमने सत्ता छोड़ी कश्मीर शांत था.
भाजपा पर आरोप लगाते हुए राहुल ने कहा कि भाजपा ने कश्मीर में डर और नफरत का माहौल तैयार कर दिया है. कश्मीर समस्या पर बात करते हुए राहुल ने बड़ी ही प्रमुखता से इस बात पर बल दिया कि यदि वो दोबारा सरकार में आते हैं तो इससमस्या का परमानेंट हल लेकर आएंगे ताकि इस समस्या पर पूर्ण रूप से विराम लगाया जा सके.
धारा 370 और 35A
जब धारा 370 और 35 ए पर राहुल गांधी का मत मांगा गया तो उन्होंने बड़े ही साफ लहजे में कहा कि मैं इसके समर्थन में नहीं हूं. राहुल ने कहा कि मैं बहुत साफ लहजे में कह रहा हूं कि हम एक राष्ट्रीय चुनाव लड़ रहे हैं. एक राष्ट्रीय चुनाव देश के भविष्य के लिए होता है. वर्तमान में देश की सबसे बड़ी समस्या बेरोजगारी है. आज लघु और मध्यम उद्योग बर्बाद हो गए हैं. किसान परेशान हैं. देश की अर्थव्यवस्था बर्बाद हो गई है शिक्षण संस्थानों को घेरा जा रहा है हमारी पहली प्राथमिकता उन्हें सही करना रहेगा.
राफेल को लेकर
बीते कई दिनों से भारतीय राजनीति में राफेल हॉट टॉपिक रहा है. बावजूद इसके कि इस मामले में राहुल गांधी को कुछ खास कामयाबी नहीं मिली है, लेकिन वे इस डील में भ्रष्टाचार होने की बात को लेकर कायम हैं. राहुल गांधी से जब इस बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने खुलासा किया कि 2014-15 में उन्हें किसी ने कहा था कि मोदी को हराया नहीं जा सकता, क्योंकि वे बाकी नेताओं से अलग हैं. मोदी भ्रष्ट नहीं हैं, और उन्हें भ्रष्ट नहीं बनाया जा सकता. इस पर राहुल गांधी ने जवाब दिया कि मैं मोदी की इसी ताकत धज्जियां उड़ा दूंगा. राहुल गांधी ने राफेल मामले को लगातार उठाने के पीछे इसी दलील का सहारा लिया.
फिर राहुल से सवाल हुआ कि, आप कहते हैं कि अनिल अंबानी को 30,000 करोड़ मिले, ये गलत हो सकता है. एक न्यूज़ रिपोर्ट ने दावा किया है कि उन्हें 1000 करोड़ से कम का कॉन्ट्रैक्ट हासिल हुआ? इस सवाल का जवाब देते हुए राहुल ने कहा कि ऐसे कई दस्तावेज मौजूद हैं जिनमें राफेल की कीमतों का जिक्र है. हिन्दू अखबार ने ऐसे दस्तावेज छापे हैं जिसमें पूरा रक्षा विभाग इस बात को कह रहा है कि प्रधानमंत्री ने समानांतर बातचीत की.
राहुल ने कहा कि प्रधानमंत्री ने सारे नियमों की धज्जियां उड़ाई हैं. पुराने कॉन्ट्रैक्ट बंद नहीं हुए और नए कॉन्ट्रैक्ट दे दिए गए. प्रधानमंत्री का ऐसा करना साफ दर्शाता है कि बड़ी धांधली हुई है. राहुल ने कहा है कि इस मामले की जांच होगी और इस जांच से प्रधानमंत्री बच नहीं सकते.
राहुल ने ये भी कहा कि यदि उनकी सरकार सत्ता में आती है तो इस पूरे मामले की जांच कराई जाएगी. राहुल ने कहा कि प्रधानमंत्री ने कांट्रेक्ट एक ऐसे व्यक्ति को दिया जिसने कभी जहाज बनाया ही नहीं था.
न्याय स्कीम को लेकर
जब राहुल गांधी ने न्याय और राष्ट्रवाद को लेकर सवाल हुआ और पूछा गया कि न्याय स्कीम के लिए फंड्स कहा से आएंगे? तो इसपर राहुल गांधी का जवाब था कि, न्याय में दो चीजें हैं - ये गरीबों की गरीबी दूर करने में मददगार साबित होगा. साथ ही इससे भारतीय अर्थव्यवस्था को भी रिमॉनेटाइज किया जा सकेगा.
राहुल ने कहा है कि ये मेरी गारंटी है कि पैसा मिडिल क्लास से नहीं लिया जाएगा. न ही इसके एक रुपए के लिए मौजूद टैक्स में वृद्धि की जाएगी. हमने कैलकुलेशन कर ली है, जो पैसा है, वो मौजूदा राजस्व निकायों से प्राप्त किया जाएगा. राहुल ने ये भी कहा है कि सरकारी स्कीमों की खामियों को दूर करके और सरकारी संपत्ति को सही से मॉनेटाइज करके ये पैसा प्राप्त किया जाएगा. साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि इस स्कीम के लिए अनिल अंबानी जैसे लोगों से भी पैसा वसूल किया जाएगा.
इसके बाद राहुल गांधी से सवाल हुआ कि ये कैसे होगा ? क्या ये भी वैसे ही होगा जैसे मोदी ने विदेश से काला धन लाने और उसे 15 लाख के रूप में जनता के अकाउंट में डालने का वादा किया था? इसपर राहुल गांधी का जवाब था कि बिल्कुल नहीं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विपरीत मैं अपने वादे पूरे करता हूं.
हमने न्याय के लिए एक फाइनेंसियल मॉडल बनाया है जिसकी जांच की गयी है और मेरी टीम का मानना है कि मौजूदा अर्थव्यवस्था को बिना कोई नुकसान पहुंचाए इसे लागू किया जा सकता है. ध्यान रहे कि भाजपा का आरोप है कि ये स्कीम अर्थव्यवस्था को डुबो देगी. न्याय स्कीम पर राहुल ने ये भी कहा है कि विश्व के कई बड़े अर्थशास्त्रियों ने इस स्कीम की तारीफ की है.
किसानों को लेकर
हम पूर्व में ऐसे तमाम मौके देख चुके हैं जब या तो राहुल गांधी ने किसानों के हित की बात की है या फिर वो उनके समर्थन में, उनके साथ आए हैं. जब किसानों और कृषि को लेकर राहुल गांधी से सवाल हुआ तो उन्होंने कहा कि अभी मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में हुए चुनावों में हम अपनी बात साबित कर चुके हैं हमने किसानों का लोन माफ करके बता दिया है कि हमने जो वादे किसानों के साथ किये थे हम उन्हें पूरा करेंगे.
राहुल गांधी ने इस बात को बहुत साफ लहजे में कहा कि कर्जमाफी किसानों कि समस्या का समाधान नहीं है.हमारा लक्ष्य किसानों की समस्या का परमानेंट समाधान करना है. राहुल गांधी का मानना है कि किसानों को सही पूंजी नहीं मिलती है इसलिए हमारा उद्देश्य फार्म सेक्टर का विस्तार करना है.
हम बुनियादी ढांचे, प्रौद्योगिकी, खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों के जरिये कृषि को आगे ले जाने में प्रयासरत हैं. साथ ही राहुल ने ये भी बताया कि हमारी सबसे बड़ी परियोजना किसानों को भारतीय अर्थव्यवस्था और ग्लोबल इकॉनमी से जोड़ना है.
कांग्रेस की जीत को लेकर
अपनी बातों में भाजपा विशेषकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना करने वाले राहुल गांधी सत्ता में आने को लेकर पूर्ण रूप से निश्चित नजर आए. राहुल गांधी से सवाल हुआ कि क्या यूपीए सत्ता में आ रही है? इस सवाल का जवाब देते हुए राहुल गांधी ने कहा है कि हां हम सत्ता में आ रहे हैं. वहीं जब राहुल से ये सवाल हुआ कि क्या कांग्रेस खुद सरकार बनाएगी या इसके कलिए वो गठबंधन की मदद लेगी?
इसपर राहुल गांधी ने कहा कि अभी कुछ बोलना सही नहीं है. मैं भविष्य नहीं देख सकता पर मोदी ये चुनाव नहीं जीत रहे हैं. भाजपा ये चुनाव नहीं जीत रही है यूपीए जिसे कांग्रेस लीड करेगी वो सत्ता में आएगी.
बहरहाल इन तमाम मुद्दों के अलावा राष्ट्रवाद से लेकर रोजगार, आंतरिक सुरक्षा, हिंदुत्व, सर्जिकल स्ट्राइक, चौकीदार जैसे तमाम मुद्दों पर राहुल गांधी ने बड़ी ही बेबाकी के साथ न सिर्फ अपनी बातें कहीं बल्कि प्रधानमंत्री को घेरकर उनकी मुश्किलें बढ़ा दी हैं. कांग्रेस और राहुल गांधी दोनों का आने वाला भविष्य क्या है इसका फैसला वक़्त करेगा मगर मोदी और राहुल दोनों के ही अंदाज से साफ है कि 2019 के इस आम चुनाव को देश लम्बे समय तक याद रखेगा.
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