राजस्थान के अलवर जिले में 300 साल पुराने शिव मंदिर को अतिक्रमण के आधार पर तोड़े जाने के बाद बड़े पैमाने पर राजनीतिक घमासान शुरू हो गया. एक ओर जहाँ राज्य में विपक्षी भाजपा ने विकास के नाम पर अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार पर मंदिर गिराने का आरोप लगाया वहीं गहलोत सरकार के मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि भाजपा झूठ बोल रही है. राजगढ़ शहरी निकाय बोर्ड के अध्यक्ष भाजपा से हैं और उन्हीं के इशारे पर मंदिर तोड़ा गया है जबकि हमारे विधायक ने इसका विरोध किया था.
भाजपा नेता अमित मालवीय ने ट्वीट कर कहा - राजस्थान के अलवर में विकास के नाम पर तोड़ा गया 300 साल पुराना शिव मंदिर… करौली और जहांगीरपुरी पर आंसू बहाना और हिंदुओं की आस्था को ठेस पहुंचाना - यही है कांग्रेस का सेक्युलरिज़म. राजगढ़ से कांग्रेस विधायक जौहरी लाल मीणा द्वारा द्वेष पूर्वक कार्यवाही करावई गयी है. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जवाब दें. विधायक मीणा के पुत्र के खिलाफ भी कुछ दिन पूर्व ही बलात्कार का मामला दर्ज हुआ था.
दिल्ली के जहांगीरपुरी, राजस्थान के करौली और मध्य प्रदेश के खरगोन जिले में सांप्रदायिक हिंसा की खबर आने के कुछ दिनों बाद ही मंदिर गिराए जाने का मामला सामने आया है. यह पहली बार नहीं है जब विभिन्न सरकारों द्वारा अतिक्रमण या विकास परियोजनाओं के नाम पर मंदिरों को तोड़ा गया है. ये कुछ मामलें हैं जब अतिक्रमण और विकास के नाम पर देश के विभिन्न राज्यों में मंदिरों को तोड़ा गया.
तमिलनाडु: 20 जुलाई, 2021
तमिलनाडु सरकार ने स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत अतिक्रमण हटाने के नाम पर तालाब मुथनकुलम के किनारे 125 साल पुराने मंदिर को गिरा...
राजस्थान के अलवर जिले में 300 साल पुराने शिव मंदिर को अतिक्रमण के आधार पर तोड़े जाने के बाद बड़े पैमाने पर राजनीतिक घमासान शुरू हो गया. एक ओर जहाँ राज्य में विपक्षी भाजपा ने विकास के नाम पर अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार पर मंदिर गिराने का आरोप लगाया वहीं गहलोत सरकार के मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि भाजपा झूठ बोल रही है. राजगढ़ शहरी निकाय बोर्ड के अध्यक्ष भाजपा से हैं और उन्हीं के इशारे पर मंदिर तोड़ा गया है जबकि हमारे विधायक ने इसका विरोध किया था.
भाजपा नेता अमित मालवीय ने ट्वीट कर कहा - राजस्थान के अलवर में विकास के नाम पर तोड़ा गया 300 साल पुराना शिव मंदिर… करौली और जहांगीरपुरी पर आंसू बहाना और हिंदुओं की आस्था को ठेस पहुंचाना - यही है कांग्रेस का सेक्युलरिज़म. राजगढ़ से कांग्रेस विधायक जौहरी लाल मीणा द्वारा द्वेष पूर्वक कार्यवाही करावई गयी है. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जवाब दें. विधायक मीणा के पुत्र के खिलाफ भी कुछ दिन पूर्व ही बलात्कार का मामला दर्ज हुआ था.
दिल्ली के जहांगीरपुरी, राजस्थान के करौली और मध्य प्रदेश के खरगोन जिले में सांप्रदायिक हिंसा की खबर आने के कुछ दिनों बाद ही मंदिर गिराए जाने का मामला सामने आया है. यह पहली बार नहीं है जब विभिन्न सरकारों द्वारा अतिक्रमण या विकास परियोजनाओं के नाम पर मंदिरों को तोड़ा गया है. ये कुछ मामलें हैं जब अतिक्रमण और विकास के नाम पर देश के विभिन्न राज्यों में मंदिरों को तोड़ा गया.
तमिलनाडु: 20 जुलाई, 2021
तमिलनाडु सरकार ने स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत अतिक्रमण हटाने के नाम पर तालाब मुथनकुलम के किनारे 125 साल पुराने मंदिर को गिरा दिया था.
चांदनी चौक, दिल्ली: 3 जनवरी 2021
दिल्ली सरकार की चांदनी चौक पुनर्विकास योजना के तहत 3 जनवरी को दिल्ली के चांदनी चौक में एक दशक पुराने हनुमान मंदिर को ध्वस्त कर दिया गया था.
कोयंबटूर: 28 नवंबर, 2020
नगर निगम ने सेल्वा चिंतामणि सरोवर के बांध पर बने तीन मंदिरों को ढहाकर झील के जीर्णोद्धार व सौंदर्यीकरण की परियोजना का रास्ता साफ किया.
दिल्ली: 10 अगस्त 2019
दिल्ली में संरक्षित जंगल में रविदास मंदिर को दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) ने 8 अप्रैल, 2019 को सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद ध्वस्त कर दिया था.
इंदौर, मध्य प्रदेश: मार्च 18, 2019
इंदौर नगर निगम (आईएमसी) ने पहाड़ी पर बिजासन माता मंदिर के सौंदर्यीकरण और विकास का मार्ग प्रशस्त करने के लिए मंदिरों, घरों और दुकानों सहित 50 प्रतिष्ठानों को हटा दिया था.
वाराणसी: अगस्त 2018
मोदी के लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी में विश्वनाथ कॉरिडोर को बनाने केलिए रास्ते में आने वाले कई मंदिरों को ध्वस्त कर दिया गया था.
गांधीनगर: 13 अक्टूबर 2008
गुजरात की राजधानी गांधीनगर में 80 मंदिरों को धराशायी कर दिया था, क्योंकि अधिकारियों ने अतिक्रमण के खिलाफ अभियान शुरू किया था.
जयपुर: 8 जुलाई 2015
रिंग रोड, जयपुर मेट्रो, सड़क चौड़ीकरण और शहर के सौंदर्यीकरण जैसी विकास परियोजनाओं में आड़े आए 73 से अधिक मंदिरों को तोड़ा गया था.
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