राकेश टिकैत (Rakesh tikait) ने कहा है कि 'जनता ने तो वोट दिया ही नहीं है. ये जनता का वोट नहीं है. ये तो मशीन का वोट है. देश में चुनाव बैलेट से होना चाहिए.'
यूपी विधान सभा चुनाव के रूझानों (P Election Results 2022) में बीजेपी 258 सीटों के साथ पूर्ण बहुमत बनाने की ओर अग्रसर है. वहीं सपा 138 सीटों के साथ दूसरे नंबर पर बढ़त बनाए हुए है. इसी बीच राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने कहा है कि 'जनता ने तो वोट दिया ही नहीं है. ये जनता का वोट नहीं है. ये तो मशीन का वोट है. देश में चुनाव बैलेट से होना चाहिए.' माने इन्होंने चुनाव नतीजे आने से पहले ही मान लिया कि इवीएम (EVM) बेवफा है.
बीजेपी 258 सीटों के साथ पूर्ण बहुमत बनाने की ओर अग्रसर है
हालांकि सपाई नेता चुनाव के पहले चरण समय से ही ईवीएम का ख्याल रहे थे. अखिलेश यादव के आदेश पर 24 घंटे की निगरानी के लिए 8-8 घंटे की शिफ्ट भी लगाई जा रही थी. भाई हमने तो पहले ही कह दिया था कि इतनी जद्दोजहद करने के बाद भी अगर सपा हार जाती है तो EVM का बेवफा हो जाना तय है.
हालंकि सपाई नेता इस बार बहुत ज्यादा सतर्क थे. इसलिए तो खुद दूरबीन लेकर गाड़ी पर खड़े होकर इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन की निगरानी कर रहे थे. मामले इतना गंभीर था कि कई सपा नेता मतगणना केंद्रों पर ईवीएम की सुरक्षा के लिए पैरामिलिट्री फोर्स लगाने की मांग कर रहे थे. कई तो खुद ही 24 घंटे ईवीएम की निगरानी में लगे थे.
सोशल मीडिया पर सपा गठबंधन हस्तिनापुर सीट से प्रत्याशी योगेश वर्मा की तस्वीरें भी वायरल हुईं थी. जिनमें वे दूरबीन लेकर अपनी दूर दृष्टि से स्ट्रॉन्ग रूम पर नजर बनाए हुए थे. तो क्या अब यह मान लिया जाए कि सपा की निगरानी में कोई गलती नहीं थी, फिर भी सोनम के बाद बेवफा तो ईवीएम ही है...
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यूपी विधान सभा चुनाव के रूझानों (P Election Results 2022) में बीजेपी 258 सीटों के साथ पूर्ण बहुमत बनाने की ओर अग्रसर है. वहीं सपा 138 सीटों के साथ दूसरे नंबर पर बढ़त बनाए हुए है. इसी बीच राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने कहा है कि 'जनता ने तो वोट दिया ही नहीं है. ये जनता का वोट नहीं है. ये तो मशीन का वोट है. देश में चुनाव बैलेट से होना चाहिए.' माने इन्होंने चुनाव नतीजे आने से पहले ही मान लिया कि इवीएम (EVM) बेवफा है.
बीजेपी 258 सीटों के साथ पूर्ण बहुमत बनाने की ओर अग्रसर है
हालांकि सपाई नेता चुनाव के पहले चरण समय से ही ईवीएम का ख्याल रहे थे. अखिलेश यादव के आदेश पर 24 घंटे की निगरानी के लिए 8-8 घंटे की शिफ्ट भी लगाई जा रही थी. भाई हमने तो पहले ही कह दिया था कि इतनी जद्दोजहद करने के बाद भी अगर सपा हार जाती है तो EVM का बेवफा हो जाना तय है.
हालंकि सपाई नेता इस बार बहुत ज्यादा सतर्क थे. इसलिए तो खुद दूरबीन लेकर गाड़ी पर खड़े होकर इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन की निगरानी कर रहे थे. मामले इतना गंभीर था कि कई सपा नेता मतगणना केंद्रों पर ईवीएम की सुरक्षा के लिए पैरामिलिट्री फोर्स लगाने की मांग कर रहे थे. कई तो खुद ही 24 घंटे ईवीएम की निगरानी में लगे थे.
सोशल मीडिया पर सपा गठबंधन हस्तिनापुर सीट से प्रत्याशी योगेश वर्मा की तस्वीरें भी वायरल हुईं थी. जिनमें वे दूरबीन लेकर अपनी दूर दृष्टि से स्ट्रॉन्ग रूम पर नजर बनाए हुए थे. तो क्या अब यह मान लिया जाए कि सपा की निगरानी में कोई गलती नहीं थी, फिर भी सोनम के बाद बेवफा तो ईवीएम ही है...
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