सोशल मीडिया पर दो वीडियो तेजी से वायरल हो रहे हैं. एक वीडियो में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी द्रौपदी मुर्मू के लिए राष्ट्रपति की जगह राष्ट्रपत्नी शब्द का इस्तेमाल करते नजर आ रहे हैं. तो, दूसरे वीडियो में भाजपा की फायरब्रांड महिला नेता और सांसद स्मृति ईरानी ने संसद में अधीर रंजन चौधरी के साथ कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को महिला और आदिवासी विरोधी घोषित कर दिया. आसान शब्दों में कहा जाए, तो अधीर रंजन चौधरी द्वारा नवनियुक्त राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपत्नी कहने को लेकर बवाल जारी है.
हालांकि, राष्ट्रपत्नी टिप्पणी विवाद पर अधीर रंजन चौधरी एक बार फिर से अपने खराब हिंदी के ज्ञान की ढाल के सहारे खुद को बचाने की कोशिश शुरू कर दी है. अधीर रंजन चौधरी ने राष्ट्रपति टिप्पणी विवाद पर सफाई देते हुए कहा है कि 'उनकी जुबान फिसल गई थी. और, एक बार गलती से ये शब्द निकल गया. मेरा राष्ट्रपति का अपमान करने का कोई इरादा नही था.' लेकिन, क्या ऐसा सचमुच हुआ था? क्या अधीर रंजन चौधरी के मुंह से गलती से ये शब्द निकला था?
क्या अधीर रंजन ने जानबूझकर किया राष्ट्रपत्नी शब्द का इस्तेमाल?
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे अधीर रंजन चौधरी के वीडियो को देखकर साफ पता चलता है कि उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के लिए जानबूझकर राष्ट्रपत्नी शब्द का इस्तेमाल किया था. जबकि, उनसे सवाल पूछ रहे पत्रकार ने उन्हें ऐसा करने के लिए टोका भी था. लेकिन, इसके बावजूद अधीर रंजन चौधरी ने दो बार राष्ट्रपत्नी शब्द का इस्तेमाल किया. और, चौधरी ने इसे एक तंज के तौर पर प्रयोग किया था. वैसे, भारत में पहली या दूसरी क्लास के बच्चे से भी पूछा जाए,...
सोशल मीडिया पर दो वीडियो तेजी से वायरल हो रहे हैं. एक वीडियो में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी द्रौपदी मुर्मू के लिए राष्ट्रपति की जगह राष्ट्रपत्नी शब्द का इस्तेमाल करते नजर आ रहे हैं. तो, दूसरे वीडियो में भाजपा की फायरब्रांड महिला नेता और सांसद स्मृति ईरानी ने संसद में अधीर रंजन चौधरी के साथ कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को महिला और आदिवासी विरोधी घोषित कर दिया. आसान शब्दों में कहा जाए, तो अधीर रंजन चौधरी द्वारा नवनियुक्त राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपत्नी कहने को लेकर बवाल जारी है.
हालांकि, राष्ट्रपत्नी टिप्पणी विवाद पर अधीर रंजन चौधरी एक बार फिर से अपने खराब हिंदी के ज्ञान की ढाल के सहारे खुद को बचाने की कोशिश शुरू कर दी है. अधीर रंजन चौधरी ने राष्ट्रपति टिप्पणी विवाद पर सफाई देते हुए कहा है कि 'उनकी जुबान फिसल गई थी. और, एक बार गलती से ये शब्द निकल गया. मेरा राष्ट्रपति का अपमान करने का कोई इरादा नही था.' लेकिन, क्या ऐसा सचमुच हुआ था? क्या अधीर रंजन चौधरी के मुंह से गलती से ये शब्द निकला था?
क्या अधीर रंजन ने जानबूझकर किया राष्ट्रपत्नी शब्द का इस्तेमाल?
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे अधीर रंजन चौधरी के वीडियो को देखकर साफ पता चलता है कि उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के लिए जानबूझकर राष्ट्रपत्नी शब्द का इस्तेमाल किया था. जबकि, उनसे सवाल पूछ रहे पत्रकार ने उन्हें ऐसा करने के लिए टोका भी था. लेकिन, इसके बावजूद अधीर रंजन चौधरी ने दो बार राष्ट्रपत्नी शब्द का इस्तेमाल किया. और, चौधरी ने इसे एक तंज के तौर पर प्रयोग किया था. वैसे, भारत में पहली या दूसरी क्लास के बच्चे से भी पूछा जाए, तो वह राष्ट्रपति की जगह राष्ट्रपत्नी शब्द का इस्तेमाल नही करेगा. चाहे उसकी हिंदी कितनी ही खराब हो. वहीं, देश के एक सांसद से इस तरह की गलती की उम्मीद शायद ही कोई करेगा. आसान शब्दों में कहा जाए, तो वायरल वीडियो में कही भी नजर नहीं आता है कि अधीर रंजन चौधरी की जुबान फिसल गई हो.
स्मृति ईरानी की खरी-खरी
राष्ट्रपति टिप्पणी विवाद में भाजपा सांसद स्मृति ईरानी ने संसद में अपने भाषण में कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी को खरी-खरी सुनाई. इस वीडियो में स्मृति ईरानी कहती हैं कि 'पीएम नरेंद्र मोदी ने पहली बार एक गरीब आदिवासी महिला को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया. राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनते ही द्रौपदी मुर्मू कांग्रेस पार्टी की घृणा का केंद्र बनीं. कांग्रेस के पुरुष नेताओं ने द्रौपदी मुर्मू को कठपुतली कहा. कांग्रेस के पुरुष नेताओं ने द्रौपदी मुर्मू को अमंगल का प्रतीक कहा. और, कल कांग्रेस के नेता सदन ने देश की राष्ट्रपति को राष्ट्रपत्नी कहकर संबोधित कर उनका अपमान किया. कांग्रेस पार्टी आदिवासी, गरीब और महिला विरोधी है. इस बयान के लिए कांग्रेस अध्यक्षा को सबसे माफी मांगनी चाहिए.'
देखा जाए, तो स्मृति ईरानी की बातें सही भी नजर आती हैं. विपक्षी दलों की ओर से राष्ट्रपति पद के साझा उम्मीदवार बनाए गए यशवंत सिन्हा को तमाम सियासी पार्टियों ने यही कहकर पेश किया था कि वह द्रौपदी मुर्मू की तरह रबर स्टांप प्रेसिडेंट साबित नही होंगे. इतना ही नहीं, आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने भी द्रौपदी मुर्मू पर सवाल खड़े किए थे. तेजस्वी यादव ने कहा था कि हमने कभी द्रौपदी मुर्मू को कोई बयान देते नहीं सुना. आसान शब्दों में कहा जाए, तो कांग्रेस समेत विपक्षी पार्टियों ने द्रौपदी मुर्मू का विरोध करने में कोई कसर नही छोड़ी थी.
सोनिया के हिसाब से माफी मांग चुके थे अधीर
अधीर रंजन चौधरी ने टिप्पणी विवाद में अभी तक माफी नही मांगी है. कांग्रेस सांसद ने अपनी सफाई में कहा है कि 'मैंने राष्ट्रपति से मिलने का समय मांगा है. मुझे कल समय मिल सकता है. अगर हम मिलेंगे, को मैं उनसे निजी तौर पर बात करूंगा. और, अगर मैंने उनकी भावनाओं को ठेस पहुंचाई होगी, तो मैं उनसे माफी मांगूंगा.' इससे पहले भी अधीर रंजन चौधरी ने मीडिया से बातचीत में अपने बयान को लेकर माफी नही मांगी थी. लेकिन, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने दावा किया था कि अधीर रंजन माफी मांग चुके हैं.
इसी मामले पर सोनिया गांधी और स्मृति ईरानी के बीच संसद परिसर में भी तीखी नोंक-झोंक हुई. दरअसल, सोनिया गांधी भाजपा सांसद रमा देवी के पास पहुंचकर कह रही थी कि अधीर रंजन ने पहले ही माफी मांग ली है. तो, इसमें मेरा नाम क्यों घसीटा जा रहा है? जिस पर स्मृति ईरानी ने बीच में दखल देने की कोशिश की. लेकिन, सोनिया गांधी ने भड़क कर स्मृति से कहा कि मैं आपसे बात नहीं करना चाहती. जिसके बाद स्मृति ईरानी और सोनिया गांधी के बीच करीब दो मिनट तक तीखी बहस हुई.
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