नोटिस- संविधान का अनुच्छेद 19(1)(A)- अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का अधिकार के अंतर्गत
नाम- प्रमोद कुमार शुक्ला
प्रभारी निरीक्षक
थाना अकबरपुर, कानपुर देहात
आपको अवगत कराना है कि आपके द्वारा लोक गीत गायिका नेहा सिंह राठौर को भेजा गया एक नोटिस विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर प्रसारित हो रहा है. इसमें नेहा राठौर द्वारा गाए गए एक गीत 'यूपी में का बा-सीजन 2' का संज्ञान लिया गया है. और कहा गया है कि इस वीडियो की वजह से 'समाज में वैमनस्य और तनाव' की स्थिति उत्पन्न हुई है. नोटिस में आपके द्वारा सात सवाल पूछे गए हैं, जिनका जवाब तीन दिन के अंदर न देने पर आईपीसी/सीआरपीसी के तहत कानूनी कार्यवाही की बात कही गई है. ऐसे में हमारी कुछ जिज्ञासाएं हैं, जिनका जवाब आपसे अपेक्षित है-
1. क्या ये नोटिस भेजने वाले आप ही हैं, अथवा ये आपने किसी के कहने पर भेजा है?
2. आपने नोटिस भेजने से पहले उत्तर प्रदेश शासन से किसी तरह की सहमति ली है अथवा नहीं?
3. क्या आपसे किसी ने शिकायत की है या फिर आपने स्वत: संज्ञान लिया है? क्योंकि नोटिस में शिकायतकर्ता का उल्लेख नहीं है.
4. आपने किस आधार पर यह तय किया कि इस वीडियो से ''समाज में वैमनस्य और तनाव'' की स्थिति उत्पन्न हुई है?
5. क्या ये 'तनाव' आपके थानाक्षेत्र में ही व्याप्त है? क्योंकि ऐसा नोटिस किसी और थाने से नहीं आया.
6. समाज में वैमनस्य और तनाव को नापने के लिए आपके पास क्या पैमाना है?
7. क्या इस वीडियो के आने के बाद कहीं समुदायों के बीच विवाद की स्थिति बनी है या यह सिर्फ काल्पनिक है?
नोटिस- संविधान का अनुच्छेद 19(1)(A)- अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का अधिकार के अंतर्गत
नाम- प्रमोद कुमार शुक्ला
प्रभारी निरीक्षक
थाना अकबरपुर, कानपुर देहात
आपको अवगत कराना है कि आपके द्वारा लोक गीत गायिका नेहा सिंह राठौर को भेजा गया एक नोटिस विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर प्रसारित हो रहा है. इसमें नेहा राठौर द्वारा गाए गए एक गीत 'यूपी में का बा-सीजन 2' का संज्ञान लिया गया है. और कहा गया है कि इस वीडियो की वजह से 'समाज में वैमनस्य और तनाव' की स्थिति उत्पन्न हुई है. नोटिस में आपके द्वारा सात सवाल पूछे गए हैं, जिनका जवाब तीन दिन के अंदर न देने पर आईपीसी/सीआरपीसी के तहत कानूनी कार्यवाही की बात कही गई है. ऐसे में हमारी कुछ जिज्ञासाएं हैं, जिनका जवाब आपसे अपेक्षित है-
1. क्या ये नोटिस भेजने वाले आप ही हैं, अथवा ये आपने किसी के कहने पर भेजा है?
2. आपने नोटिस भेजने से पहले उत्तर प्रदेश शासन से किसी तरह की सहमति ली है अथवा नहीं?
3. क्या आपसे किसी ने शिकायत की है या फिर आपने स्वत: संज्ञान लिया है? क्योंकि नोटिस में शिकायतकर्ता का उल्लेख नहीं है.
4. आपने किस आधार पर यह तय किया कि इस वीडियो से ''समाज में वैमनस्य और तनाव'' की स्थिति उत्पन्न हुई है?
5. क्या ये 'तनाव' आपके थानाक्षेत्र में ही व्याप्त है? क्योंकि ऐसा नोटिस किसी और थाने से नहीं आया.
6. समाज में वैमनस्य और तनाव को नापने के लिए आपके पास क्या पैमाना है?
7. क्या इस वीडियो के आने के बाद कहीं समुदायों के बीच विवाद की स्थिति बनी है या यह सिर्फ काल्पनिक है?
8. यदि समाज में तनाव की स्थिति बनी है, तो इस बारे में कोई प्रकरण पंजीबद्ध हुआ है क्या?
9. पुलिस सोशल मीडिया पर अपलोड हुए वीडियो के समाज पर होने वाले प्रभाव की विवेचना किस आधार पर करती है?
10. कानपुर देहात की जिस घटना को लेकर यह वीडियो बनाया गया, क्या उसमें शासन-प्रशासन से जुड़े लोगों को मुल्जिम नहीं बनाया गया है?
11. एक जागरूक नागरिक के रूप में नेहा सिंह राठौर यह 'वैमनस्यकारी' वीडियो न बनातीं तो क्या कानपुर देहात में मां-बेटी के जलकर मर जाने की वारदात का सच बदल जाता?
12. नेहा को भेजा गया नोटिस कानपुर देहात के मड़ौली गांव में हुई खौफनाक घटना के आरोपियों के प्रति आक्रोश को दबाने की कार्रवाई क्यों न माना जाए?
13. इस नोटिस का जवाब संतोषजनक नहीं मिलने पर कृपया यह भी सुझाएं कि आगे क्या कार्यवाही की जाए?
-एक जिज्ञासु नागरिक
नीचे देखिए विवादित गीत, और नोटिस मिलने पर नेहा की प्रतिक्रिया-
इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.