2007 का पात्रा जमीन घोटाला शिवसेना नेता संजय राउत के गले की हड्डी बनता नजर आ रहा है. मामला क्योंकि मनी लॉन्ड्रिंग केस का है इसलिए प्रवर्तन निदेशालय ने संजय राउत को गिरफ्तार कर लिया है. बताया ये भी जा रहा है कि ED को राउत के घर से 11.5 लाख कैश मिले हैं.जिनका हिसाब देने में राउत असमर्थ थे. प्रवर्तन निदेशालय के राउत पर एक्शन ने शिवसैनिकों को आहात कर दिया है. वहीं, मामले पर अपनी सफाई देते हुए संजय राउत का कहना है कि उनका पात्रा जमीन घोटाले से कोई लेना देना नहीं है और उन्हें फर्जी केस में फंसाया जा रहा है. राउत ईडी के इस एक्शन को राजनीति से प्रेरित बता रहे हैं.
ध्यान रहे संजय की गिरफ़्तारी ठीक उस समय हुई जब महाराष्ट्र में सत्ता परिवर्तन हुआ और एकनाथ शिंदे ने राज्य के मुख्यमंत्री की कमान संभाली है. मामले में जो सबसे दिलचस्प पक्ष है वो ये कि जिस वक़्त ईडी के अधिकारी संजय राउत के घर 'जांच पड़ताल' कर रहे थे, उन्होंने ट्वीट किया कि वो शिवसेना के लिए लड़ाई लड़ते रहेंगे और परिस्थितियां चाहे कुछ भी हों वो पार्टी का साथ नहीं छोड़ेंगे. अपने को निर्दोष बताते हुए संजय ने पार्टी के संस्थापक बाल ठाकरे की शपथ ली और कहा कि उन्होंने कोई धोखाधड़ी नहीं की है.
भले ही गिरफ़्तारी के बाद से लेकर पल पल नयी नयी जानकारियां सामने आ रही हों लेकिन जैसे हालात बन गए हैं माना यही जा रहा है कि अगर ईडी अपना शिकंजा गहरा करती है तो कई ऐसी बातें निकलेंगी जो स्वयं इस बात की तस्दीख कर देंगी कि पात्रा जमीन घोटाला कई सफेदपोशों के...
2007 का पात्रा जमीन घोटाला शिवसेना नेता संजय राउत के गले की हड्डी बनता नजर आ रहा है. मामला क्योंकि मनी लॉन्ड्रिंग केस का है इसलिए प्रवर्तन निदेशालय ने संजय राउत को गिरफ्तार कर लिया है. बताया ये भी जा रहा है कि ED को राउत के घर से 11.5 लाख कैश मिले हैं.जिनका हिसाब देने में राउत असमर्थ थे. प्रवर्तन निदेशालय के राउत पर एक्शन ने शिवसैनिकों को आहात कर दिया है. वहीं, मामले पर अपनी सफाई देते हुए संजय राउत का कहना है कि उनका पात्रा जमीन घोटाले से कोई लेना देना नहीं है और उन्हें फर्जी केस में फंसाया जा रहा है. राउत ईडी के इस एक्शन को राजनीति से प्रेरित बता रहे हैं.
ध्यान रहे संजय की गिरफ़्तारी ठीक उस समय हुई जब महाराष्ट्र में सत्ता परिवर्तन हुआ और एकनाथ शिंदे ने राज्य के मुख्यमंत्री की कमान संभाली है. मामले में जो सबसे दिलचस्प पक्ष है वो ये कि जिस वक़्त ईडी के अधिकारी संजय राउत के घर 'जांच पड़ताल' कर रहे थे, उन्होंने ट्वीट किया कि वो शिवसेना के लिए लड़ाई लड़ते रहेंगे और परिस्थितियां चाहे कुछ भी हों वो पार्टी का साथ नहीं छोड़ेंगे. अपने को निर्दोष बताते हुए संजय ने पार्टी के संस्थापक बाल ठाकरे की शपथ ली और कहा कि उन्होंने कोई धोखाधड़ी नहीं की है.
भले ही गिरफ़्तारी के बाद से लेकर पल पल नयी नयी जानकारियां सामने आ रही हों लेकिन जैसे हालात बन गए हैं माना यही जा रहा है कि अगर ईडी अपना शिकंजा गहरा करती है तो कई ऐसी बातें निकलेंगी जो स्वयं इस बात की तस्दीख कर देंगी कि पात्रा जमीन घोटाला कई सफेदपोशों के मुखौटे उतारेगा और उन्हें देश और देश की जनता के सामने बेनकाब करेगा.
जिक्र संजय को ईडी द्वारा गिरफ्तार करने का हुआ है. तो आज चाहे वो नवनीत राणा और कंगना रनाउत हों. या फिर स्वप्ना पाटकर हर उस महिला के कलेजे को ठंडक जरूर मिली होगी जिसके लिए नारी अस्मिता हमेशा ही एक बड़ा मुद्दा रहा है.
बात संजय की महिलाओं से बदसलूकी की हुई है तो एक जान प्रतिनिधि के रूप में संजय राउत की भाषा किस हद तक गिरी हुई और सड़कछाप है गर जो इस बात का अंदाजा लगाना जहां तो हमें संजय की इंटरनेट पर वायरल उस ऑडियो क्लिप को जरूर सुनना चाहिए जिसमें वो एक महिला को तमाम तरह की भद्दी भद्दी गालियां बकते सुनिए पड़ रहे हैं.
उपरोक्त ऑडियो क्लिप में जिस तरह संजय ने एक महिला की शान में गुस्ताखी की है. सवाल ये है कि क्या एक जनप्रतिनिधि को ये शोभा देता है? क्या इसपर एक्शन नहीं लिया जाना चाहिए? क्या संजय राउत जैसे लोग सत्ता के नशे में कुछ इस हद तक अंधे हो गए हैं कि वो किसी को विशेषकर किसी महिला को लेकर किसी भी तरह की टिप्पणी कर सकते हैं?
भले ही इस ऑडियो क्लिप को भी संजय राउत अपने खिलाफ एक बड़ी साजिश बता रहे हों लेकिन चूंकि पात्रा स्कैम की गवाह स्वप्ना पाटकर को धमकाने के लिए पुलिस ने अलग अलग धाराओं में संजय राउत के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. कहीं न कहीं इस बात की तस्दीख स्वयं हो जाती है कि वायरल ऑडियो क्लिप में आवाज संजय की ही है.
जैसा कि हम ऊपर ही स्पष्ट कर चुके हैं कि संजय की गिरफ़्तारी के बाद स्त्री अस्मिता की पुरोधा महिलाएं मुखर होकर अपना पक्ष रख रही हैं हमें महाराष्ट्र के अमरावती से भाजपा सांसद नवनीत राणा की बातों को जरूर सुनना चाहिए. संजय की गिरफ्तारी पर ख़ुशी जाहिर करते हुए नवनीत ने कहा ही कि ईडी ने जो एक्शन आज लिया है उसे बहुत पहले लिया जाना चाहिए था. इसके अलावा अपनी प्रतिक्रिया में नवनीत ने उन बहानों का भी जिक्र किया जो सनजय राउत ने अपनी गिरफ्तरी से पहले ईडी को दिए थे,
इन बातों के अलावा भी नवनीत ने तमाम चीजों का जिक्र किया है और बताया है कि अगर आज संजय सांसद होने का लाभ ले रहे हैं तो यही नियम सब पर लागु होने चाहिए.
जिक्र उद्धव का हुआ है तो हम मराठी एक्ट्रेस केतली चितले को भी ख़ारिज नहीं कर सकते. ये संजय रावत ही थे जिनके चलते सिर्फ एक सोशल मीडिया पोस्ट के कारण केतकी को कई दिन जेल में गुजरने पड़े. संजय की गिरफ़्तारी पर यूं तो केतकी ने डायरेक्ट कोई बायत नहीं की है लेकिन संजय राउत का एक पुराना वीडियो शेयर किया है और लिखा है कि, नौटी ने कल मोदी जी को काफ़ी मक्खन लगाया था लेकिन कुछ काम नही आया.
चाहे वो महिलाओं के लिए भद्दे शब्द इस्तेमाल करना हो या फिर जेंडर विरोधी बयान देना. आज जब ईडी के शिकंजे में फंसने के बाद उद्धव गिरफ्तार हो गए हैं तमाम महिलाओं को बड़ी राहत महसूस हुई होगी. शायद उन्हें ये भी महसूस हुआ हो वो कांटा जो काफी लंबे समय से उनकी आंखों में चुभ रहा था खुद ब खुद निकल गया है. वहीं बात अगर उन महिलाओं की हो जिन्होंने सत्ता के नशे में मदमस्त संजय राउत का कोप भोगा, आज ऐसी महिलाओं के लिए अवश्य जश्न का दिन होगा.
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