क्या तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री और AIADMK पार्टी प्रमुख जयललिता की हत्या की गई ? क्या उन्हें धीमी मौत मारा गया ? यहां तक की जयललिता को उनके आखिरी वक्त में किसी से मिलने नही दिया गया. उनके अपने परिवार के लोगों को भी उनसे दूर रखा गया. जी हां ये सवाल बार-बार उठ रहे हैं, कई बड़े नेता मौत पर सवाल उठा चुके हैं और ऐसे आरोप लगाए हैं कि जो हजम नहीं होते. किसी ने सीएम बन रहीं शशिकला को हत्यारा बताया तो किसी ने कहा कि उनको धक्का दिया गया. उनका निधन दिसंबर में हुआ था पर अब तक साफ नहीं हो पाया है कि अम्मा की नैचुरल डेथ हुई या उनकी हत्या की गई. आइए जानते हैं किसने क्या-क्या खुलासे किए...
AIADMK के संस्थापक नेता पीएच पांडियन ने पार्टी पर तीखे हमले किए. जयललिता की मौत पर सवाल उठाते हुए कहा कि उनकी मौत वजहों से नहीं हो सकती, उनको मारा गया है. फिर उन्होंने हत्या का पूरा ब्यौरा दिया. कहा कि जयललिता को किसी ने धक्का दिया था और इसी के बाद उनकी तबीयत खराब हुई थी. फिर उन्होंने अम्मा की खास माने जाने वाली शशिकला पर भी सीएम बनने पर सवाल खड़े किए. पांडियन ने जयललिता का उल्लेख करते हुए कहा कि एक बार पूर्व सीएम ने उनसे कहा था कि वह नहीं चाहतीं कि शशिकला नटराजन सीएम बनें.
जयललिता की भतीजी दीपा जयकुमार ने भी आरोप लगाया था कि उन्हें न तो अपनी बुआ को पोएस गार्डन अस्पताल में देखने दिया और न ही अपोलो अस्पताल में. यहां तक कि मरीना बीच पर जयललिता की अंत्येष्टि के समय भी दीपा को वहां जाने से रोका गया. फिर...
क्या तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री और AIADMK पार्टी प्रमुख जयललिता की हत्या की गई ? क्या उन्हें धीमी मौत मारा गया ? यहां तक की जयललिता को उनके आखिरी वक्त में किसी से मिलने नही दिया गया. उनके अपने परिवार के लोगों को भी उनसे दूर रखा गया. जी हां ये सवाल बार-बार उठ रहे हैं, कई बड़े नेता मौत पर सवाल उठा चुके हैं और ऐसे आरोप लगाए हैं कि जो हजम नहीं होते. किसी ने सीएम बन रहीं शशिकला को हत्यारा बताया तो किसी ने कहा कि उनको धक्का दिया गया. उनका निधन दिसंबर में हुआ था पर अब तक साफ नहीं हो पाया है कि अम्मा की नैचुरल डेथ हुई या उनकी हत्या की गई. आइए जानते हैं किसने क्या-क्या खुलासे किए...
AIADMK के संस्थापक नेता पीएच पांडियन ने पार्टी पर तीखे हमले किए. जयललिता की मौत पर सवाल उठाते हुए कहा कि उनकी मौत वजहों से नहीं हो सकती, उनको मारा गया है. फिर उन्होंने हत्या का पूरा ब्यौरा दिया. कहा कि जयललिता को किसी ने धक्का दिया था और इसी के बाद उनकी तबीयत खराब हुई थी. फिर उन्होंने अम्मा की खास माने जाने वाली शशिकला पर भी सीएम बनने पर सवाल खड़े किए. पांडियन ने जयललिता का उल्लेख करते हुए कहा कि एक बार पूर्व सीएम ने उनसे कहा था कि वह नहीं चाहतीं कि शशिकला नटराजन सीएम बनें.
जयललिता की भतीजी दीपा जयकुमार ने भी आरोप लगाया था कि उन्हें न तो अपनी बुआ को पोएस गार्डन अस्पताल में देखने दिया और न ही अपोलो अस्पताल में. यहां तक कि मरीना बीच पर जयललिता की अंत्येष्टि के समय भी दीपा को वहां जाने से रोका गया. फिर दीपा ने अगले दिन जयललिता की समाधि पर जाकर फूल चढ़ाए थे.
साल 2012 में तहलका पत्रिका ने दावा किया था कि जयललिता की खास वीके शशिकला उन्हें धीमा जहर दे रही थी। इसकी वजह जयललिता की सम्पत्ति और तमिलनाडु का तख्तोताज था। इस काम में शशिकला की एक नर्स उनका साथ दे रही थीं। मैग्जीन ने ये भी दावा किया था कि उस वक्त गुजरात के सीएम नरेंद्र मोदी के आगाह करने पर ही एआईडीएमके प्रमुख को अपनी सरकार के तख्तापलट की साजिश का पता चला और शशिकला और उनके रिश्तेदारों समेत 12 लोगों को पार्टी से निकाल दिया था।
जयललिता की मौत के 3 दिन बाद अभिनेत्री गौतमी तड़ीमला ने ट्विटर पर एक सार्वजनिक ब्लॉग पोस्ट लिखकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील थी कि वह इस मुद्दे पर बनाई गई गोपनीयता से पर्दा उठाएं. गौतमी ने अपनी चिट्ठी में ‘जयललिता को अस्पताल में भर्ती कराए जाने, उनके ठीक होने और फिर अचानक हुई उनकी मौत से जुड़े कई अनसुलझे सवालों’ के बारे में PM मोदी का ध्यान आकर्षित किया था और उचित जांच के आदेश देने को कहा था.
जयललिता की मौत पर सवाल पर मद्रास हाईकोर्ट के जज वैद्यलिंगम ने भी प्रश्नचिन्ह लगा चुके हैं. उन्होंने कहा था कि मीडिया ने जयललिता की मौत पर कई आशंकाएं जताई हैं, मुझे भी इस मामले में कई आशंकाएं हैं. जब उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया तो कहा गया कि वह प्रॉपर डाइट पर हैं. अब उनकी मौत के बाद कम से कम सच सामने आना चाहिए.
वहीं जयललिता का इलाज करने लंदन से आए रिचर्ड बेअले ने सफाई दी थी कि इलाज के लिए जो प्रक्रिया अपनाई गई वो बिल्कुल स्पष्ट थी. इसमें कोई साजिश नहीं थी. कुछ भी ऐसा नहीं हुआ जो असामान्य था. उन्हें जहर दिए जाने का कोई सवाल ही नहीं.
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