मोदी अपनी पीठ खुद थपथपाते नजर आते हैं. अपनी तारीफ करना सही है, लेकिन सारा काम बीते एक ही साल में हुआ, ऐसा कहना अतिश्योक्ति है. कहा जा सकता है कि उन्हें अटलबिहार वाजपेयी से काफी कुछ सीखना चाहिए.
इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.
ये भी पढ़ें
Read more!