देश के 'सुपरहीरो' रजनीकांत ने राजनीति में आने की घोषणा कर दी है. सुपरहीरो इसलिए क्योंकि सिर्फ वही हैं जो एक गोली के दो टुकड़े करके दो लोगों को मार सकते हैं और मच्छर को भी पकड़कर उससे सॉरी बुलवा सकते हैं. रजनीकांत को जब तक सुपरहीरो की तरह दिखाया गया तब तक तो सभी ने एंजॉय किया, लेकिन राजनीति में उनके कदम की धमक से शायद कुछ लोगों का संतुलन बिगड़ गया है. रजनीकांत के राजनीति में आने से भाजपा के नेता सुब्रमण्यन स्वामी को भी शायद बड़ा झटका लगा है. तभी तो उन्होंने रजनीकांत को लेकर ऐसा बयान दिया है, जिसकी हर कोई निंदा कर रहा है.
सुब्रमण्यन स्वामी ने रजनीकांत को भ्रष्ट और अनपढ़ कहा. उन्होंने ट्वीट किया- 'रजनीकांत ने केवल ये कहा है कि वो राजनीति में आ रहे हैं. उनके पास कोई प्लान नहीं है, न ही कोई डॉक्यूमेंट है, वो अनपढ़ है. ये केवल मीडिया हाइप है. तमिलनाडु के लोग बहुत समझदार हैं.' वह बोले कि रजनीकांत की सच्चाई सबके सामने लाएंगे. जब वह अपनी पार्टी का नाम घोषित करेंगे, उसके बाद सुब्रमण्यन स्वामी उनका पर्दाफाश करने का दावा कर रहे हैं.
कहते हैं किसी को कुछ बोलने से पहले अपने गिरेबान में झांक लेना चाहिए. सुब्रमण्यन स्वामी को भी ऐसा करना चाहिए था. गिरेबान में झांकते तो समझ जाते कि उनकी ही पार्टी में बहुत से मंत्री 5वीं पास या 10वीं पास हैं. बहुत से ऐसे भी हैं, जिन्होंने पढ़ाई-लिखाई तो खूब की, लेकिन ऐसे-ऐसे घोटालों के केस उन पर चल रहे हैं कि उनकी पढ़ाई के सर्टिफिकेट बस कागज के चंद टुकड़े भर रह गए हैं.
आपराधिक मामलों में फंसे हैं कई भाजपा नेता
अगस्त 2017 की एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म के अनुसार भाजपा के 14 सांसदों और...
देश के 'सुपरहीरो' रजनीकांत ने राजनीति में आने की घोषणा कर दी है. सुपरहीरो इसलिए क्योंकि सिर्फ वही हैं जो एक गोली के दो टुकड़े करके दो लोगों को मार सकते हैं और मच्छर को भी पकड़कर उससे सॉरी बुलवा सकते हैं. रजनीकांत को जब तक सुपरहीरो की तरह दिखाया गया तब तक तो सभी ने एंजॉय किया, लेकिन राजनीति में उनके कदम की धमक से शायद कुछ लोगों का संतुलन बिगड़ गया है. रजनीकांत के राजनीति में आने से भाजपा के नेता सुब्रमण्यन स्वामी को भी शायद बड़ा झटका लगा है. तभी तो उन्होंने रजनीकांत को लेकर ऐसा बयान दिया है, जिसकी हर कोई निंदा कर रहा है.
सुब्रमण्यन स्वामी ने रजनीकांत को भ्रष्ट और अनपढ़ कहा. उन्होंने ट्वीट किया- 'रजनीकांत ने केवल ये कहा है कि वो राजनीति में आ रहे हैं. उनके पास कोई प्लान नहीं है, न ही कोई डॉक्यूमेंट है, वो अनपढ़ है. ये केवल मीडिया हाइप है. तमिलनाडु के लोग बहुत समझदार हैं.' वह बोले कि रजनीकांत की सच्चाई सबके सामने लाएंगे. जब वह अपनी पार्टी का नाम घोषित करेंगे, उसके बाद सुब्रमण्यन स्वामी उनका पर्दाफाश करने का दावा कर रहे हैं.
कहते हैं किसी को कुछ बोलने से पहले अपने गिरेबान में झांक लेना चाहिए. सुब्रमण्यन स्वामी को भी ऐसा करना चाहिए था. गिरेबान में झांकते तो समझ जाते कि उनकी ही पार्टी में बहुत से मंत्री 5वीं पास या 10वीं पास हैं. बहुत से ऐसे भी हैं, जिन्होंने पढ़ाई-लिखाई तो खूब की, लेकिन ऐसे-ऐसे घोटालों के केस उन पर चल रहे हैं कि उनकी पढ़ाई के सर्टिफिकेट बस कागज के चंद टुकड़े भर रह गए हैं.
आपराधिक मामलों में फंसे हैं कई भाजपा नेता
अगस्त 2017 की एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म के अनुसार भाजपा के 14 सांसदों और विधायकों पर रेप और अपहरण के केस चल रहे हैं. अगर पढ़े-लिखे लोग यही करते हैं तो फिर अनपढ़ ही सही हैं ना? ये तो महिलाओं के खिलाफ अपराध के केस हैं. ऐसे भी बहुत से नेता हैं जिन पर अन्य मामलों को लेकर आपराधिक केस चल रहे हैं. नवंबर 2017 की एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म के अनुसार हाल ही में हुए गुजरात चुनावों में विधानसभा सीटों पर लड़ रहे भाजपा के 30 उम्मीदवारों पर आपराधिक केस चल रहे थे. ये हैं कुछ बड़े नाम जिन पर मुकदमे चल रहे हैं.
- तृणमूल कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए मुकुल रॉय पर नारदा स्टिंग मामले में केस चल रहा है.
- भाजपा ने जुलाई 2015 में हिमांत बिश्व शर्मा पर आरोप लगाया था कि वह गुवाहटी वाटर स्कैम में शामिल थे, जबकि अगस्त 2015 में वह भाजपा में ही शामिल हो गए.
- अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू पर भ्रष्टाचार और पूर्व मुख्यमंत्री कालिखो पुल की हत्या में आपराधिक साजिश करने का मुकदमा चल रहा है. दिसंबर 2016 में पेमा खांडू भाजपा में शामिल हुए थे.
- यूपीए सरकार में कैबिनेट मंत्री रह चुके अनिल शर्मा ने हिमाचल चुनाव से पहले भाजपा ज्वाइन कर ली है. इनके पिता और हिमाचल के पूर्व दूरसंचार मंत्री सुख राम टेलिकॉम घोटाले में फंसे हुए हैं.
भाजपा में कोई अभिनेता नहीं?
सुब्रमण्यन स्वामी ने यह भी कहा कि अभिनेताओं के राजनीति में शामिल होने की वजह से ही तमिलनाडु की राजनीति तबाह हो गई है. जनाब भारतीय जनता पार्टी की राजनीति में भी तो बहुत से अभिनेता हैं. तो क्या उनकी वजह से भी राजनीति तबाह हुई है? क्या उन्होंने भाजपा में शामिल होकर पार्टी को कोई नुकसान पहुंचाया है? अगर ऐसा हुआ है तो इन लोगों को तुरंत पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दीजिए. हेमा मालिनी, किरन खेर, अनुपम खेर, शत्रुघ्न सिन्हा, ये कुछ ऐसे नाम हैं, जो अभिनेता से राजनेता बने हैं.
ट्विटर पर भी हुए ट्रोल
कोई रजनीकांत के खिलाफ बोले और उसे ट्रोल न किया जाए, ऐसा कैसे हो सकता है. रजनीकांत पर विवादित बयान देने के बाद सुब्रमण्यन स्वामी को भी ट्विटर पर जमकर ट्रोल किया गया. एक यूजर ने लिखा कि एमजीआर और जयललिता भी कोई खास पढ़े लिखे नहीं थे, बावजूद इसके वह तमिलनाडु के मुख्यमंत्री बने.
सुब्रमण्यन स्वामी का एक पुराना ट्वीट दिखाते हुए एक यूजर ने तंज भरे अंदाज में लिखा है- सहमत हूं. आप से अधिक समझदार कोई हो ही नहीं सकता.
सुब्रमण्यन स्वामी का मजाक उड़ाते हुए एक ट्विटर यूजरने राजपाल यादव की तस्वीर पोस्ट की है, जिस पर लिखा है- मैं... मेरे को सब आता है... मैं एक्सपर्ट हूं.
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