कभी अपने ढाई किलो के हाथ और कभी अपनी दमदार आवाज़ से पाकिस्तान की चूल ढीली कर दर्शकों की तालियां बटोरने वाले बॉलीवुड अभिनेता सनी देओल बॉलीवुड में धमाल मचाने के बाद एक बिल्कुल नए सफर के लिए तैयार हैं. बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में सनी देओल ने भाजपा ज्वाइन की है. बीजेपी मुख्यालय में इस दौरान रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण, पीयूष गोयल सहित कई नेता मौजूद थे. पीयूष गोयल ने सनी देओल को बीजेपी की सदस्यता दिलाई. माना जा रहा है कि सनी भाजपा का गढ़ रही पंजाब की गुरदासपुर सीट से लोकसभा चुनाव लड़ सकते हैं.
ध्यान रहे कि अभी बीते दिनों ही बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और सनी देओल के बीच मुलाकात हुई थी, मुलाकात के बाद इस बात के कयास लगाए जा रहे थे कि न सिर्फ सनी पार्टी में आएंगे बल्कि चुनाव भी लड़ेंगे. पार्टी की सदस्यता लेने के बाद सनी ने कहा कि, जिस तरह मेरे पापा इस परिवार के साथ, अटल जी के साथ जुड़े थे. आज मैं यहां मोदी जी के साथ जुड़ने आया हूं.
पीएम मोदी के बारे में बोलते हुए सनी ने कहा कि, 'उन्होंने देश के लिए बहुत कुछ किया है.' इसके अलावा उन्होंने ये भी कहा कि, मैं चाहता हूं कि अगले 5 साल भी वही रहें क्योंकि हम आगे बढ़ना चाहते हैं. जिस तरह से वो हमें आगे लाएं हैं, हमें और आगे जाना है. जो हमारी यूथ है उन्हें मोदी जैसे लोगों की जरूरत है. मैं जिस तरह से भी इस परिवार से जुड़कर जो जो मैं कर सकता हूं वो जरूर करूंगा. दिल से करूंगा. बातें मैं नहीं बताऊंगा. न मैं कुछ बोल सकता हूं .लेकिन हर...
कभी अपने ढाई किलो के हाथ और कभी अपनी दमदार आवाज़ से पाकिस्तान की चूल ढीली कर दर्शकों की तालियां बटोरने वाले बॉलीवुड अभिनेता सनी देओल बॉलीवुड में धमाल मचाने के बाद एक बिल्कुल नए सफर के लिए तैयार हैं. बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में सनी देओल ने भाजपा ज्वाइन की है. बीजेपी मुख्यालय में इस दौरान रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण, पीयूष गोयल सहित कई नेता मौजूद थे. पीयूष गोयल ने सनी देओल को बीजेपी की सदस्यता दिलाई. माना जा रहा है कि सनी भाजपा का गढ़ रही पंजाब की गुरदासपुर सीट से लोकसभा चुनाव लड़ सकते हैं.
ध्यान रहे कि अभी बीते दिनों ही बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और सनी देओल के बीच मुलाकात हुई थी, मुलाकात के बाद इस बात के कयास लगाए जा रहे थे कि न सिर्फ सनी पार्टी में आएंगे बल्कि चुनाव भी लड़ेंगे. पार्टी की सदस्यता लेने के बाद सनी ने कहा कि, जिस तरह मेरे पापा इस परिवार के साथ, अटल जी के साथ जुड़े थे. आज मैं यहां मोदी जी के साथ जुड़ने आया हूं.
पीएम मोदी के बारे में बोलते हुए सनी ने कहा कि, 'उन्होंने देश के लिए बहुत कुछ किया है.' इसके अलावा उन्होंने ये भी कहा कि, मैं चाहता हूं कि अगले 5 साल भी वही रहें क्योंकि हम आगे बढ़ना चाहते हैं. जिस तरह से वो हमें आगे लाएं हैं, हमें और आगे जाना है. जो हमारी यूथ है उन्हें मोदी जैसे लोगों की जरूरत है. मैं जिस तरह से भी इस परिवार से जुड़कर जो जो मैं कर सकता हूं वो जरूर करूंगा. दिल से करूंगा. बातें मैं नहीं बताऊंगा. न मैं कुछ बोल सकता हूं .लेकिन हर वक़्त काम करके दिखाउंगा.
बॉलीवुड से राजनीति का रुख करने वाले सनी कोई अकेले सितारे नहीं हैं. पूर्व से लेकर वर्तमान तक कई सितारे राजनीति में आ चुके हैं और दिलचस्प बात ये है कि राजनीति का रुख करने वाले ज्यादातर सितारे इस क्षेत्र में नाकाम ही साबित हुए. ऐसे में सनी से उम्मीदें इसलिए भी ज्यादा हैं क्योंकि प्रायः वो विवादों से दूर रहते हैं और अपने काम से काम रखते हैं. बात गुरदासपुर सीट और बॉलीवुड दोनों की चल रही है तो हमें बीते दिन की भी एक खबर का अवलोकन जरूर करना चाहिए.
बीते दिन खिलाड़ी कुमार यानी अक्षय कुमार ने एक ट्वीट करते हुए खूब सुर्खियां बटोरीं थीं और अपने फैंस को हैरत में डाला था. अपने इस ट्वीट में अक्षय ने कहा था कि, मैं एक अज्ञात क्षेत्र में जा रहा हूं. ऐसा कुछ कर रहा हूं जो मैंने पहले कभी नहीं किया. मैं उत्साहित और नर्वस दोनों हूं. अपडेट के लिए बने रहें.
चूंकि ये चुनावी सीजन है. देश की जनता एक नई सरकार चुनने वाली है इसलिए अक्षय के फैंस द्वारा भी मान लिया गया कि शायद अक्षय राजनीति में आने वाले हैं. अक्षय के इस बयान पर तरह तरह की प्रतिक्रियाएं आनी शुरू हो गयीं. सोशल मीडिया पर एक बड़ा वर्ग ऐसा था जिसका मानना था कि अक्षय अब आधिकारिक रूप से भाजपा ज्वाइन कर सकते हैं और ये ट्वीट उन्होंने उसी सन्दर्भ में किया था.
मामला क्योंकि खिलाड़ी कुमार से जुड़ा था इसलिए मीडिया ने भी तमाम तरह के कयास लगा दिए बाद में खुद अक्षय कुमार ने इस खबर का खंडन किया और फिर एक ट्वीट किया और कहा कि मैं आभार प्रकट करता हूं कि लोगों ने मेरे पिछले ट्वीट का संज्ञान किया मगर मैं अटकलों को विराम देते हुए बस इतना कहूंगा कि मैं चुनाव नहीं लड़ रहा.
गौरतलब है कि अक्षय कुमार के इस ट्वीट के बाद कयास यही लगाए जा रहे थे कि वो पार्टी से जुड़कर पंजाब के गुरदासपुर से चुनाव लड़ सकते हैं. ज्ञात हो कि पंजाब की इस सीट को एक सेलेब्रिटी सीट माना जाता है. आपको बताते चलें कि दिवंगत अभिनेता विनोद खन्ना चार बार यहां से सांसद चुने गए. विनोद खन्ना 1999 से 2009 और 2014 से 2017 तक इस सीट से सांसद रहे.
2009 में विनोद खन्ना को इस सीट पर हार मिली और 2017 में उनके निधन के बाद ये सीट फिर से कांग्रेस के खेमे में चली गई थी. 2017 के उपचुनाव में इस सीट पर कांग्रेस के सुनील जाखर को जीत हासिल हुई थी. सीट को लेकर भाजपा के बीच संशय की स्थिति कैसी है? इसे ऐसे भी समझा जा सकता है कि पूर्व में इस सीट पर विनोद खन्ना की पत्नी कविता खन्ना के चुनाव लड़ने की बात कही जा रही थी.
माना जा रहा है कि गुरदासपुर में सनी के आ जाने से वो वर्ग खासा खफा है जो विनोद खन्ना के चलते पार्टी का समर्थन करता था. ऐसे लोगों का कहना है कि इस सीट से कविता खन्ना को मौका देना चाहिए था.
बहरहाल, चाहे अक्षय कुमार हों या सनी देओल दोनों ही एक्टर्स का शुमार उन लोगों में होता है जिन्होंने अपनी फिल्मों में पाकिस्तान की न सिर्फ कड़े शब्दों में निंदा कि है बल्कि ईंट से ईंट बजाई है. अक्षय के राजनीति में आने में सस्पेंस बरकरार है.
मगर अब जबकि सनी सक्रिय राजनीति के अखाड़े में प्रवेश कर चुके हैं, तो हमारे लिए भी देखना दिलचस्प रहेगा कि क्या ये वैसे ही पाकिस्तान को मुंह तोड़ जवाब देंगे. जैसे जवाब ये अपनी फिल्मों में देते थे. या फिर वास्तविकता फिल्मों के इतर होगी और ये भी कूटनीति का परिचय देते हुए पाकिस्तान के विषय में नपे तुले जवाब देकर अपनी जिम्मेदारी पूरी करते नजर आएंगे.
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