पीलीभीत से चुनावी मैदान में उतरे वरुण गांधी ने अपने चुनाव प्रचार के दौरान रविवार रात को ऐसी बात कह दी, जो बेशक गांधी परिवार को चुभ गई होगी. वरुण गांधी ने कहा कि उनके परिवार से भी कई प्रधानमंत्री रहे हैं, लेकिन किसी ने भी वैसा काम नहीं किया है, जैसा पीएम मोदी ने किया है. यूं तो खुद पीएम मोदी आए दिन गांधी परिवार पर हमला करते ही रहते हैं, जो सोनिया गांधी से लेकर राहुल गांधी तक को बुरा लगता होगा, लेकिन वरुण गांधी की बात तो उन्हें मोदी की बातों से भी अधिक चुभी होगी.
वरुण गांधी ने जैसे ही पीएम मोदी की तारीफ की और उनकी तुलना में गांधी परिवार के अब तक के सभी प्रधानमंत्रियों को कमतर कहा, बहुत से लोगों को ये बात बुरी लग गई है. वरुण गांधी की बात पर सोशल मीडिया से लेकर सियासी गलियारे और चौक-चौराहों तक पर एक बहस होने लगी है. बहस इस बात की कि पीएम मोदी बेहतर हैं या गांधी परिवार से पीएम पद तक पहुंचे अन्य लोग. चलिए पहले जानते हैं कि वरुण गांधी ने पीएम मोदी की तारीफ में क्या-क्या कहा है फिर आपको आपको मिलवाएंगे कुछ लोगों से, जो वरुण गांधी की बात को लेकर बहस कर रहे हैं.
देश के लिए जीते हैं, देश के लिए मर जाएंगे
पीएम मोदी की तारीफों के पुल बांधते हुए वरुण गांधी ने कहा है कि पीएम मोदी सिर्फ देश के लिए जी रहे हैं और देश के लिए ही मर जाएंगे. उन्होंने कहा कि उनके परिवार से भी कई लोग देश के पीएम बने, लेकिन असली सम्मान पीएम मोदी ने ही दिलाया है, ऐसा सम्मान लंबे समय से किसी ने देश को नहीं दिलाया. 5 सालों में पीएम मोदी पर भ्रष्टाचार का एक भी आरोप नहीं लगा. और वो किसके लिए भ्रष्टाचार करेंगे, जब उनके परिवार में कोई है ही नहीं.
वरुण गांधी ने...
पीलीभीत से चुनावी मैदान में उतरे वरुण गांधी ने अपने चुनाव प्रचार के दौरान रविवार रात को ऐसी बात कह दी, जो बेशक गांधी परिवार को चुभ गई होगी. वरुण गांधी ने कहा कि उनके परिवार से भी कई प्रधानमंत्री रहे हैं, लेकिन किसी ने भी वैसा काम नहीं किया है, जैसा पीएम मोदी ने किया है. यूं तो खुद पीएम मोदी आए दिन गांधी परिवार पर हमला करते ही रहते हैं, जो सोनिया गांधी से लेकर राहुल गांधी तक को बुरा लगता होगा, लेकिन वरुण गांधी की बात तो उन्हें मोदी की बातों से भी अधिक चुभी होगी.
वरुण गांधी ने जैसे ही पीएम मोदी की तारीफ की और उनकी तुलना में गांधी परिवार के अब तक के सभी प्रधानमंत्रियों को कमतर कहा, बहुत से लोगों को ये बात बुरी लग गई है. वरुण गांधी की बात पर सोशल मीडिया से लेकर सियासी गलियारे और चौक-चौराहों तक पर एक बहस होने लगी है. बहस इस बात की कि पीएम मोदी बेहतर हैं या गांधी परिवार से पीएम पद तक पहुंचे अन्य लोग. चलिए पहले जानते हैं कि वरुण गांधी ने पीएम मोदी की तारीफ में क्या-क्या कहा है फिर आपको आपको मिलवाएंगे कुछ लोगों से, जो वरुण गांधी की बात को लेकर बहस कर रहे हैं.
देश के लिए जीते हैं, देश के लिए मर जाएंगे
पीएम मोदी की तारीफों के पुल बांधते हुए वरुण गांधी ने कहा है कि पीएम मोदी सिर्फ देश के लिए जी रहे हैं और देश के लिए ही मर जाएंगे. उन्होंने कहा कि उनके परिवार से भी कई लोग देश के पीएम बने, लेकिन असली सम्मान पीएम मोदी ने ही दिलाया है, ऐसा सम्मान लंबे समय से किसी ने देश को नहीं दिलाया. 5 सालों में पीएम मोदी पर भ्रष्टाचार का एक भी आरोप नहीं लगा. और वो किसके लिए भ्रष्टाचार करेंगे, जब उनके परिवार में कोई है ही नहीं.
वरुण गांधी ने कहा कि उनके परिवार में कोई नहीं है, इसलिए वह भ्रष्टाचार नहीं करते. उनकी बात कांग्रेस को इसलिए भी चुभ रही होगी क्योंकि गांधी परिवार सदियों से देश के राजनीति में अहम भूमिका निभाता रहा है. सत्ता में गांधी परिवार के लोगों को राजनीति विरासत में मिलती रही है. ऐसे में वरुण गांधी की बात से इस ओर इशारा हो सकता है कि अपने परिवार के लिए कांग्रेस के नेताओं ने भ्रष्टाचार किया.
सोशल मीडिया पर आ रही हैं ऐसी प्रतिक्रियाएं
अमेठी लाइव नाम के एक ट्विटर अकाउंट ने वरुण गांधी की आलोचना करते हुए लिखा है- 'बेहद शर्मनाक और दुखद. मोदी जी की तारीफ करने के लिए अपने परिवार का अपमान करना जरूरी नहीं था! 5 साल तक आप मोदी शाह का विरोध करते रहे और अब मोदी शाह की good books में आने के लिए अपने दादा-दादी का अपमान करने से भी नहीं चूक रहे.'
आए दिन मोदी के खिलाफ मुखर रहने वाली पत्रकार स्वाति चतुर्वेदी ने ट्वीट किया है- 'बेकरारी में इंसान बहुत निचले स्तर पर पहुंच जाता है... वरुण गांधी अब मोदी और शाह के लिए अपने ही परिवार का अपमान कर रहे हैं.'
लेखिका साध्वी खोसला ने ट्वीट किया है- 'वरुण गांधी के लिए मोदीजी उनकी अपनी दादी से भी महान हैं. वह आयरन लेडी, जिसके पूरी दुनिया अपने समय के सबसे ताकवर नेताओं में गिनती है.'
फिल्म डायरेक्टर और प्रोड्यूसर राहुल ढोलकिया ने भी वरुण गांधी पर हमला किया है. उन्होंने लिखा है- कोई भी वरुण गांधी के योगदान की बात नहीं कर रहा है? कोई परिवारवाद, विरासत का मुद्दा यहां नहीं है? ये एक अच्छा आइडिया हो सकता है कि ऐसी स्टडी हो जिससे ये पता चले कि इस बार के चुनाव में कितने उम्मीदवारों को उनके सरनेम की वजह से टिकट मिला है, ना कि ये देखते हुए कि उसने क्या-क्या किया है.
वरुण गांधी ने हमला तो सपा-बसपा पर भी बोला. मायावती पर टिकट बेचने का आरोप लगाया और मुलायम सिंह को हिंदुओं पर गोली चलवाने वाला कहा, लेकिन कांग्रेस ने शायद वरुण गांधी से ये उम्मीद कभी नहीं की होगी कि वह गांधी परिवार के प्रधानमंत्रियों को नीचा दिखाएंगे. अक्सर ही इस तरह की खबरें आया करती थीं कि वरुण गांधी भाजपा के नेतृत्व से खुश नहीं हैं. उन्हें दूसरा शत्रुघन सिन्हा कहा जाने लगा. खबर तो यहां तक फैली कि वह कांग्रेस में शामिल होने वाले हैं, लेकिन रविवार की रात को उन्होंने को बयान दिया है, उसने ये साफ कर दिया है कि मोदी-शाह और वरुण गांधी के बीच सब कुछ एकदम ठीक है. बल्कि यूं कहें कि इतना ठीक है, जितना पहले कभी नहीं रहा.
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