विशाल डडलानी एक प्रतिष्ठित संगीतकार हैं. उन्होंने संघर्ष के साथ खुद को बॉलीवुड में स्थापित किया है शाहरुख खान की तो हर प्रोडक्शन फिल्म में विशाल-शेखर का ही म्यूजिक होता है. जब देश में अन्ना आंदोलन की लहर चली तो विशाल का झुकाव राजनीतिक मसलों की ओर भी हुआ और वह अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी के साथ हो चले.
लेकिन अब लगता है कि एक ट्वीट के कारण उनका साथ राजनीति से टूटने वाला है. विशाल ने खुद इसकी घोषण कर दी है. दरअसल, हरियाणा विधानसभा में जैन धर्मगुरु तरुण सागर के प्रवचन कार्यक्रम पर उन्होंने एक ट्वीट किया जिसे लेकर पूरा विवाद शुरू हुआ है.
इस ट्वीट पर शुरू हुआ विवाद.. |
जब बवाल बढ़ा तो विशाल ने दूसरा ट्वीट कर सफाई देने की कोशिश की. विशाल का ट्वीट था कि राजनीति को किसी धर्म से नहीं जोड़ना चाहिये.
लेकिन, तब तक बहुत देर हो चुकी थी. विशाल का ट्वीट सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गया. आलम ये कि दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने जनता से माफी मांगी और कहा कि वो तरुण सागर जी से पिछले साल मिले थे और वे और उनका परिवार हमेशा ही उनके प्रवचनों को सुनता रहा है.
इसके बाद सत्येंद्र जैन ने भी ट्वीट कर माफी मांगी.
यही सब देख विशाल ने पार्टी के हर काम से विदा ले ली है....
विशाल डडलानी एक प्रतिष्ठित संगीतकार हैं. उन्होंने संघर्ष के साथ खुद को बॉलीवुड में स्थापित किया है शाहरुख खान की तो हर प्रोडक्शन फिल्म में विशाल-शेखर का ही म्यूजिक होता है. जब देश में अन्ना आंदोलन की लहर चली तो विशाल का झुकाव राजनीतिक मसलों की ओर भी हुआ और वह अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी के साथ हो चले.
लेकिन अब लगता है कि एक ट्वीट के कारण उनका साथ राजनीति से टूटने वाला है. विशाल ने खुद इसकी घोषण कर दी है. दरअसल, हरियाणा विधानसभा में जैन धर्मगुरु तरुण सागर के प्रवचन कार्यक्रम पर उन्होंने एक ट्वीट किया जिसे लेकर पूरा विवाद शुरू हुआ है.
इस ट्वीट पर शुरू हुआ विवाद.. |
जब बवाल बढ़ा तो विशाल ने दूसरा ट्वीट कर सफाई देने की कोशिश की. विशाल का ट्वीट था कि राजनीति को किसी धर्म से नहीं जोड़ना चाहिये.
लेकिन, तब तक बहुत देर हो चुकी थी. विशाल का ट्वीट सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गया. आलम ये कि दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने जनता से माफी मांगी और कहा कि वो तरुण सागर जी से पिछले साल मिले थे और वे और उनका परिवार हमेशा ही उनके प्रवचनों को सुनता रहा है.
इसके बाद सत्येंद्र जैन ने भी ट्वीट कर माफी मांगी.
यही सब देख विशाल ने पार्टी के हर काम से विदा ले ली है. कहा- अब न सोशल मुद्दे पर बात करेंगे और न ही राजनीति पर. विशाल ने बार-बार कहा कि वे ये कहना चाह रहे थे कि राजनीति को किसी धर्म से नहीं जोड़ना चाहिये मान लीजिये. आज तरुण सागरजी ने प्रवचन दिया तो कल को कोई हिंदू या मुस्लिम धर्म गुरु भी तो आ सकते हैं. यानी कि अब तो आपको हर धर्म को खुश करना ही होगा.
बस यही चीज विशाल, अरविंद केजरीवाल को समझाना चाहते थे. मगर अब वो मुख्यमंत्री बन गए हैं. अब उन्हें अपने हर वोट बैंक के बारे में सोचना पड़ता है. कहीं ये कि समुदाय इसे अन्यथा न ले ले. कहीं दूसरी पार्टी इसे मुद्दा ना बना दे. मगर याद करो केजरीवाल साहब ....ये वही विशाल डडलानी है, जिसने हमेशा ही आपका साथ दिया. जब आम आदमी पार्टी नई-नई बनी थी तब इन नेताओं के भाषण सुनने कोई नहीं आता था. भीड़ नहीं जमा हो पाती थी. मगर ये विशाल ही थे जो कि अपनी आवाज़ से लोगो की भीड़ जमा करते थे. पार्टी के लिए फ्री में शो किया करते थे. यहां तक कि पार्टी को चंदा भी देते थे.
मगर...अब आम आदमी पार्टी नेशनल पार्टा बन गई है. अब उन्हें किसी के चंदे की ज़रुरत नहीं. अब अरविंद केजरीवाल इतने बड़े नेता बन चुके हैं कि उन्हें विशाल डडलानी की भी ज़रुरत नहीं है. अब वे खुद ही भीड़ जमा कर सकते हैं! मगर खुद विशाल ने भी नहीं सोचा होगा कि वो पूरी तरह राजनीति में आने के पहले ही राजनीति को अलविदा कह देंगे.
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