जिन्हें लग रहा था कि रूस और यूक्रेन के बीच स्थिति सही है और धीरे धीरे दोनों ही मुल्क वापस पटरी पर लौट रहे हैं उन्हें अपने कयासों को विराम दे देना चाहिए. दरअसल रूस के राष्ट्रपति भवन पर हमला हुआ है. क्रेमलिन का दावा कि ये हमला राष्ट्रपति पुतिन की जान लेने के लिए हुआ है और इसका जिम्मेदार यूक्रेन है. रूस ने ये दावा भी ठोंका है कि उसने यूक्रेन द्वारा लॉन्च किए गए दो ड्रोंस मार गिराए हैं. हमले के बाद रूस ने एक बयान भी जारी किया है जिसमें कहा गया है कि रूसी पक्ष जहां और जब उचित समझे, जवाबी कार्रवाई करने का अधिकार सुरक्षित रखता है. हमले को बहुत ज्यादा गंभीरता से लेते हुए क्रेमलिन मीडिया ने बताया है कि इस हमले के बाद पुतिन नोवो-ओगारेवो में अपने आवास में बने बंकर से ही काम करेंगे. इस हमले के बाद रूस का अगला कदम क्या होगा इसका फैसला तो वक्त करेगा. लेकिन क्रेमलिन मीडिया ने बहुत साफ़ लहजे में इस बात को कह दिया है कि इस ड्रोन हमले के बावजूद नौ मई को रूस में होने वाली परेड पर कोई असर नहीं होगा और उसे स्थगित नहीं किया जाएगा.
मामला क्योंकि राष्ट्रपति पुतिन की सुरक्षा से जुड़ा है मॉस्को के मेयर ने ड्रोन के उड़ने पर ही प्रतिबंध लगा दिया है.अपने के बयान में मॉस्को के मेयर सर्गेई सोबयानिन ने कहा कि जब तक सरकारी अधिकारियों से विशेष अनुमति नहीं ली जाती, तब तक ड्रोन उड़ानें प्रतिबंधित रहेंगी. मेयर के मुताबिक यह प्रतिबंध उन अनधिकृत ड्रोन उड़ानों को रोकने के लिए है जिनका उद्देश्य कानून व्यवस्था को प्रभावित करना है.
ध्यान रहे घटना के बाद एक वो वीडियो भी वायरल हुआ है जिसमें मुख्य...
जिन्हें लग रहा था कि रूस और यूक्रेन के बीच स्थिति सही है और धीरे धीरे दोनों ही मुल्क वापस पटरी पर लौट रहे हैं उन्हें अपने कयासों को विराम दे देना चाहिए. दरअसल रूस के राष्ट्रपति भवन पर हमला हुआ है. क्रेमलिन का दावा कि ये हमला राष्ट्रपति पुतिन की जान लेने के लिए हुआ है और इसका जिम्मेदार यूक्रेन है. रूस ने ये दावा भी ठोंका है कि उसने यूक्रेन द्वारा लॉन्च किए गए दो ड्रोंस मार गिराए हैं. हमले के बाद रूस ने एक बयान भी जारी किया है जिसमें कहा गया है कि रूसी पक्ष जहां और जब उचित समझे, जवाबी कार्रवाई करने का अधिकार सुरक्षित रखता है. हमले को बहुत ज्यादा गंभीरता से लेते हुए क्रेमलिन मीडिया ने बताया है कि इस हमले के बाद पुतिन नोवो-ओगारेवो में अपने आवास में बने बंकर से ही काम करेंगे. इस हमले के बाद रूस का अगला कदम क्या होगा इसका फैसला तो वक्त करेगा. लेकिन क्रेमलिन मीडिया ने बहुत साफ़ लहजे में इस बात को कह दिया है कि इस ड्रोन हमले के बावजूद नौ मई को रूस में होने वाली परेड पर कोई असर नहीं होगा और उसे स्थगित नहीं किया जाएगा.
मामला क्योंकि राष्ट्रपति पुतिन की सुरक्षा से जुड़ा है मॉस्को के मेयर ने ड्रोन के उड़ने पर ही प्रतिबंध लगा दिया है.अपने के बयान में मॉस्को के मेयर सर्गेई सोबयानिन ने कहा कि जब तक सरकारी अधिकारियों से विशेष अनुमति नहीं ली जाती, तब तक ड्रोन उड़ानें प्रतिबंधित रहेंगी. मेयर के मुताबिक यह प्रतिबंध उन अनधिकृत ड्रोन उड़ानों को रोकने के लिए है जिनका उद्देश्य कानून व्यवस्था को प्रभावित करना है.
ध्यान रहे घटना के बाद एक वो वीडियो भी वायरल हुआ है जिसमें मुख्य क्रेमलिन पैलेस के पीछे हल्का धुआं उठता हुआ दिखाई दे रहा है.
चूंकि इस हमले के तार यूक्रेन से जोड़े जा रहे हैं. पुतिन की हत्या की साजिश रचने के रूस के आरोपों पर यूक्रेन ने अपनी सफाई दी है. यूक्रेन ने कहा है कि उसे इस हमले की कोई जानकारी नहीं है और उसने इस हमले में अपनी संलिप्तता से इंकार किया है. घटना सामने आने के बाद जेलेंस्की के प्रेस सचिव ने पत्रकारों से बात की है.
उन्होंने कहा है कि हमें क्रेमलिन पर रात में किए गए इन तथाकथित हमलों की कोई जानकारी नहीं है. लेकिन राष्ट्रपति जेलेंस्की ने बार-बार कहा है कि यूक्रेन अपने क्षेत्र की रक्षा करने के लिए तत्पर रहता है और दूसरों पर हमला नहीं करता. पुतिन पर अचानक हुए इस हमले के बाद तमाम तरह के कयास लगाए जा रहे हैं. घटना क्योंकि पूरे सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रही है इसलिए सोशल मीडिया पर ये भी कयास लगाए जा रहे हैं कि ये हमला खुद पुतिन ने अपनी नाकामी छुपाने और यूक्रेन और राष्ट्रपति जेलेंस्की को बदनाम करने के उद्देश्य से किया है.
हो सकता है ये बात विचलित कर दे सवाल हों ऐसे में ये बता देना भी बहुत जरूरी है कि युद्ध के बाद यूक्रेन के काफी हिस्सों पर रूस ने कब्ज़ा कर लिया था. दिलचस्प ये कि आज यूक्रेन अपनी जमीनों को वापस ले रहा है जिसका विरोध रूस में चल रहा है और राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन सवालों के घेरे में हैं. माना यही जा रहा है कि मुख्य मुद्दों से पब्लिक का ध्यान हटाने के लिए ही पुतिन ने ये हमला करवाया है.
बहरहाल, इस हमले की सच्चाई क्या है? इसका जवाब तो वक़्त ही देगा. लेकिन जो वर्तमान है और जैसा रूस में माहौल है. कहना गलत नहीं है कि पुतिन ने लोगों को राष्ट्रवाद का नाम देकर नौ मई को आयोजित होने वाली परेड में पहले ही उलझा दिया था. कोई सवाल न करे अब ये हमला हमारे सामने है. वहीं बात अगर यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की की हो तो वो पहले ही दूध से जल चुके हैं अब छाछ भी फूंक फूंककर पी रहे हैं.
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