जब से पाकिस्तान से भारत ने पुलवामा आतंकी हमले का बदला लिया है और पाकिस्तान में एयर स्ट्राइक की है तब से ही पाकिस्तान और हिंदुस्तान के बीच का विवाद एक ऐसे मोड़ पर आ गया है कि हम युद्ध के मुहाने से बहुत ज्यादा दूर नहीं हैं. जहां एक ओर भारत में पाकिस्तान की बुराई की जा रही है वहीं दूसरी ओर पाकिस्तान में भी भारत की वैसी ही बुराई देखने को मिल रही है. सोशल मीडिया और पाकिस्तानी मीडिया में तो इमरान खान को नोबेल पुरुस्कार देने की बात भी चल रही है क्योंकि उन्होंने भारत के विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान को छोड़ दिया. लेकिन ऊपरी सोशल मीडियाई दुनिया से दूर एक दुनिया भी है जहां इमरान खान के बारे में सब कुछ शीशे जैसा साफ नहीं है.
Quora पर कुछ पाकिस्तानियों ने इमरान खान को लेकर अपनी राय दी है. वैसे तो इसमें काफी कुछ अच्छा लिखने वाले भी हैं, लेकिन इनमें वो लोग भी हैं जो इमरान खान को उनकी क्रिकेटर की इमेज से परे उनकी असलियत भी दिखती है.
1. इमरान खान और जादू टोने का झंझट पुराना ही है-
सयैद अहमद का उत्तर शुरू तो इमरान खान की तारीफ से होता है जिसमें ये भी बताया जाता है कि वो नवाज शरीफ और भुट्टो परिवार जैसे नहीं हैं, लेकिन फिर बात करते हैं उस सच्चाई की जिससे इमरान खान पीछा नहीं छुड़ा सकते.
सयैद लिखते हैं कि इमरान खान की पिछली जिंदगी उनपर हावी हो सकती है और इमरान खान के बारे में काफी कुछ उनकी दूसरी पत्नी रहम खान ने बताया है. इमरान खान के साथ एक और खामी जुड़ी हुई है और वो है जादू-टोने में यकीन रखने की. रेहम खान की किताब में ये बात साफ लिखी गई है. कोई भी ये समझ सकता है कि इमरान खान के रौबदार चेहरे के पीछे एक कट्टर पश्तून छुपा है जो खुद को व्यक्तिगत रूप से...
जब से पाकिस्तान से भारत ने पुलवामा आतंकी हमले का बदला लिया है और पाकिस्तान में एयर स्ट्राइक की है तब से ही पाकिस्तान और हिंदुस्तान के बीच का विवाद एक ऐसे मोड़ पर आ गया है कि हम युद्ध के मुहाने से बहुत ज्यादा दूर नहीं हैं. जहां एक ओर भारत में पाकिस्तान की बुराई की जा रही है वहीं दूसरी ओर पाकिस्तान में भी भारत की वैसी ही बुराई देखने को मिल रही है. सोशल मीडिया और पाकिस्तानी मीडिया में तो इमरान खान को नोबेल पुरुस्कार देने की बात भी चल रही है क्योंकि उन्होंने भारत के विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान को छोड़ दिया. लेकिन ऊपरी सोशल मीडियाई दुनिया से दूर एक दुनिया भी है जहां इमरान खान के बारे में सब कुछ शीशे जैसा साफ नहीं है.
Quora पर कुछ पाकिस्तानियों ने इमरान खान को लेकर अपनी राय दी है. वैसे तो इसमें काफी कुछ अच्छा लिखने वाले भी हैं, लेकिन इनमें वो लोग भी हैं जो इमरान खान को उनकी क्रिकेटर की इमेज से परे उनकी असलियत भी दिखती है.
1. इमरान खान और जादू टोने का झंझट पुराना ही है-
सयैद अहमद का उत्तर शुरू तो इमरान खान की तारीफ से होता है जिसमें ये भी बताया जाता है कि वो नवाज शरीफ और भुट्टो परिवार जैसे नहीं हैं, लेकिन फिर बात करते हैं उस सच्चाई की जिससे इमरान खान पीछा नहीं छुड़ा सकते.
सयैद लिखते हैं कि इमरान खान की पिछली जिंदगी उनपर हावी हो सकती है और इमरान खान के बारे में काफी कुछ उनकी दूसरी पत्नी रहम खान ने बताया है. इमरान खान के साथ एक और खामी जुड़ी हुई है और वो है जादू-टोने में यकीन रखने की. रेहम खान की किताब में ये बात साफ लिखी गई है. कोई भी ये समझ सकता है कि इमरान खान के रौबदार चेहरे के पीछे एक कट्टर पश्तून छुपा है जो खुद को व्यक्तिगत रूप से असुरक्षित महसूस करता है.
इस उत्तर में ये भी लिखा है कि नवाज़ शरीफ भले ही भ्रष्ठ नेता हों, लेकिन मुशर्रफ को सत्ता से हटाकर उन्होंने बेहद बहादुरी का काम किया था, लेकिन इमरान खान ने आसान रास्ता चुना है.
2. इमरान खान भी सेना के हाथ की कठपुतली हैं
इमरान खान के बारे में अपनी राय कुछ लोगों ने गुमनाम रहकर भी रखी. एक यूजर ने लिखा कि वो इमरान खान में पाकिस्तान का भविष्य नहीं देखते हैं. पाकिस्तान तो बंगलादेश से भी पीछे चला गया है अर्थव्यवस्था के नाम पर. करप्शन पाकिस्तान में बहुत ज्यादा है और कोई भी समाज सुधार स्कीम अभी नहीं चल रही है क्योंकि सेना को सत्ता का चस्का चढ़ा हुआ है और ज्यादा से ज्यादा बजट सेना के खाते में जाता है.
इस उत्तर में कहा गया कि पाकिस्तानी सेना ने ही पाकिस्तान को दक्षिण एशिया में सबसे गरीब देश बना रखा है और पुराने सभी पीएम से लेकर इमरान खान तक सभी सेना के आगे नतमस्तक हैं. पाकिस्तानी पासपोर्ट की विश्वसनीयता सोमालिया की तरह है (एक रिपोर्ट के हवाले से). यहां तक कि पाकिस्तान नेपाल से भी पीछे है.
इमरान खान ने अभी तक अपने वादे नहीं निभाए हैं. यहां तक कि भारत के हाथो जब F16 विमान गिराया गया तब भी पाकिस्तान ने उस पायलट को रिहा कर दिया और ये तब हुआ जब पूरा पाकिस्तान बदले की मांग कर रहा था. ये सेना की नाकामी और सरकार की नाकामी है.
3. 4 हेलिकॉप्टर और 100 गाड़ियां बेचने से क्रांति नहीं आएगी-
समीना नाज़ का कहना है कि इमरान खान ने ऐसा कुछ नहीं किया जिससे ये दिखे कि उन्होंने अपने वादे निभाए हैं. वो उसी तरह प्रतिभावान दिख रहे थे जैसे पहले लीडर्स दिखते थे, लेकिन 4 हेलिकॉप्टर और 100 गाड़ियां बेचने से क्रांति नहीं आती. पाकिस्तान की समस्या है कि वो मिलिट्री पर बहुत ज्यादा खर्च करता है और उससे जवाब भी नहीं मांगता है.
मिलिट्री आतंकवाद को खत्म करने में नाकाम रही है, तालिबान के आगे फेल रही है और देश मिलिट्री को सही तरह से रखने की बहुत बड़ी कीमत चुका रहा है. 22.6 मिलियन बच्चे गरीबी की वजह से स्कूल नहीं जा पा रहे हैं. और मिलिट्री पर इतना खर्च करने के बाद स्वास्थ्य, शिक्षा और अन्य सभी मामलों के लिए कोई साधन बचते नहीं है.
4. सही और गलत का मिला-जुला रूप
फिजा मामूना ने इमरान खान को लेकर एक लिस्ट तैयार की है. इस लिस्ट में उनकी खूबियां तो बहुत गिनवाई हैं और साथ ही इमरान खान की खामियां भी गिनवाई हैं. इमरान खान की खूबियों में उनकी करप्शन के खिलाफ लड़ाई, अर्थव्यवस्था का सुधार, सरकारी खर्च को कम करना आदि सब बताया गया है, लेकिन खामियों की फेहरिस्त काफी लंबी है.
इमरान खान का तरीका अव्यवहारिक है. पाकिस्तानी रुपए की कीमत घटती चली जा रही है. पाकिस्तान के पास एक महीना ठीक से बिताने का भी कोई साधन नहीं है, खजाने में पैसा नहीं है. कोई नई रणनीति नहीं बनाई जा रही है. किसी भी तरह का कोई नया उद्धार नहीं हो रहा है. विपक्ष और पूर्व सरकारों द्वारा बनाए संगठनों के प्रति अति विरोध है और CPEC को लेकर भी कोई नया फैसला नहीं किया गया है.
5. ट्रंप की तरह एक प्लेब्वॉय जो सत्ता का भूखा है
इमरान खान के मामले में जैसा कि बहुत से लोगों की राय में दिखा रफी सईद भी कहते हैं कि इमरान खान एक ठरकी व्यक्ति हैं जो सत्तालोभ में आकर इस्लामिक बातें करते हैं. सत्ता का लोभ उन्हें एकदम नाकाम बना रहा है क्योंकि वो सेना के खिलाफ कुछ नहीं कर सकते.
सेना ने इमरान खान का चुनाव के समय भारी समर्थन किया था और ये भी एक कारण है कि सेना हर सत्ताधीन पार्टी के पर काट देती है. तो पाकिस्तान में कुछ नहीं बदलेगा. पाकिस्तान जैसे सेना के हाथों चलता रहा था वैसे ही चलता रहेगा. बदला कुछ नहीं, मुशर्रफ जेल नहीं जाएंगे वो अधिकार सिर्फ उन लोगों के लिए सीमित है जो सेना का विरोध करते हैं. इमरान खान कई मामलों में ट्रंप जैसे हैं.
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