उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी सांसद साक्षी महाराज ने फिर एक बार विवादित बयान दिया है. हमेशा विवादों में घिरे रहने वाले साक्षी महाराज ने फिर ऐसा बयान दिया है जिससे बीजेपी के लिए संकट पैदा हो सकता है.
ताजा बयान में उन्होंने देश की बढ़ती जनसंख्या के लिए एक वर्ग को जिम्मेदार ठहराया है. साक्षी महाराज ने कहा है कि देश में जनसंख्या वृद्धि हिन्दुओं के कारण नहीं हो रही है. जनसंख्या उनके कारण बढ़ रही है जो चार बीवियों और 40 बच्चों की बात करते हैं.
साक्षी महाराज हमेशा से ही अपने विवादों को लेकर चर्चा में रहे हैं. |
उनका ये बयान उस समय आया है जब कुछ दिन पहले ही सुप्रीम कोर्ट ने कहा था की कोई भी राजनितिक लीडर और पार्टी को धर्म पर वोट मानने की इजाज़त नहीं दी जाएगी. साक्षी महाराज ने ताजा विवाद में एक विशेष समुदाय पर उंगली उठाते हुए उन्हें बढ़ती जनसंख्या के लिए जिम्मेदार ठहराया है. उनका यह बयान चुनाव आयोग द्वारा चुनाव की डेट ऐलान करने के दो दिन बाद ही आया है. विपक्षी पार्टियों ने इसे चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है और उनके इस बयान की निंदा की है.
ये भी पढ़ें- क्या है मोदी के नया गेम प्लान?
साक्षी महाराज विवादित बयानों के लिए जाने जाते हैं. उनका और विवादों का चोली-दामन का साथ है. उन्होंने कई बार विवादित बयान देकर पार्टी के लिए मुश्किलें बढ़ाने का काम किया है. चाहें वह महिलाओं का मुद्दा रहा हो, अल्पसंख्यकों...
उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी सांसद साक्षी महाराज ने फिर एक बार विवादित बयान दिया है. हमेशा विवादों में घिरे रहने वाले साक्षी महाराज ने फिर ऐसा बयान दिया है जिससे बीजेपी के लिए संकट पैदा हो सकता है.
ताजा बयान में उन्होंने देश की बढ़ती जनसंख्या के लिए एक वर्ग को जिम्मेदार ठहराया है. साक्षी महाराज ने कहा है कि देश में जनसंख्या वृद्धि हिन्दुओं के कारण नहीं हो रही है. जनसंख्या उनके कारण बढ़ रही है जो चार बीवियों और 40 बच्चों की बात करते हैं.
साक्षी महाराज हमेशा से ही अपने विवादों को लेकर चर्चा में रहे हैं. |
उनका ये बयान उस समय आया है जब कुछ दिन पहले ही सुप्रीम कोर्ट ने कहा था की कोई भी राजनितिक लीडर और पार्टी को धर्म पर वोट मानने की इजाज़त नहीं दी जाएगी. साक्षी महाराज ने ताजा विवाद में एक विशेष समुदाय पर उंगली उठाते हुए उन्हें बढ़ती जनसंख्या के लिए जिम्मेदार ठहराया है. उनका यह बयान चुनाव आयोग द्वारा चुनाव की डेट ऐलान करने के दो दिन बाद ही आया है. विपक्षी पार्टियों ने इसे चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है और उनके इस बयान की निंदा की है.
ये भी पढ़ें- क्या है मोदी के नया गेम प्लान?
साक्षी महाराज विवादित बयानों के लिए जाने जाते हैं. उनका और विवादों का चोली-दामन का साथ है. उन्होंने कई बार विवादित बयान देकर पार्टी के लिए मुश्किलें बढ़ाने का काम किया है. चाहें वह महिलाओं का मुद्दा रहा हो, अल्पसंख्यकों का, गौ, या फिर राम मंदिर का मुद्दा हो. साक्षी महाराज जब भी बढ़-चढ़ कर कुछ बोलते हैं तो कुछ ना कुछ विवाद उत्पन्न हो ही जाता है. आइए उनके कुछ पुराने विवादित बोल पर नजर डालते हैं --
जनवरी 2016 -- साक्षी महाराज ने कहा था कि मुलायम सिंह यादव, अरविंद केजरीवाल, नीतीश कुमार और ममता बनर्जी ये वो नकली मुसलमान हैं जो सही मुसलमानों को राह से भटका रहे हैं और ये देश के लिए खतरा हैं. जबकि इस देश का मुसलमान तो सीधा चलने को तैयार है.
अक्टूबर 2015 -- गोवध पर बोले थे : ‘मां को मारा गया तो मर जायेंगे या मार देंगे’.
'हिन्दू गाय को माता मानते हैं. जिस तरह आतंकवादी देश में हमला करते हैं और मारे जाते हैं...इस मामले में भी इसी तरह होना चाहिए'.
जून 2015 -- मुंबई हमलों के आरोपी याकूब मेमन को फांसी दिए जाने का विरोध करने के लिए उन्होंने एमआईएम के अध्यक्ष असदउद्दीन ओवैसी पर करारा हमला किया था और कहा था या तो इस देश के संविधान का पालन करो या पाकिस्तान चले जाओ.
'राम मंदिर का निर्माण बीजेपी शासन काल में हो के रहेगा'.
ये भी पढ़ें- क्या उत्तर प्रदेश में मुस्लिम मतदाता तय करेंगे ऊँट की करवट?
अप्रैल 2015 -- मुस्लिम संप्रदाय की महिलाओं की स्थिति पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा- 'इस्लाम में महिलाओं की हालत पैरों की जूती की तरह है, जब जरूरत पड़े तो पहन लो नहीं तो उतार के बाहर खड़ी कर दो'.जनवरी 2015 -- हिन्दू धर्म की रक्षा के लिए हिंदू महिलाओं से कहा है कि वे कम से कम चार बच्चे पैदा करें.दिसम्बर 2014 -- राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के हत्यारे, नाथूराम गोडसे को सच्चा देशभक्त बताया था.
इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.