उत्तर प्रदेश (P) के मुखिया योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने प्रदेश में देश की सबसे बड़ी फिल्म सिटी (Film City) का निर्माण करने का ऐलान किया तो न जाने कितने सपनों को पंख लग गए. फिल्मी जगत में काम करने की ललक में उत्तर प्रदेश और बिहार (Bihar) जैसे राज्यों के लाखों लोग प्रतिवर्ष महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई (Mumbai) तक सफर करते हैं और बहुत ही संघर्ष करते हैं. इनमें से कुछ ही अपने इस सपने को साकार कर पाते हैं जबकि काफी अधिक संख्या में लोग न घर के न घाट के रह जाते हैं. इनको भाषा से लेकर महंगा शहर और नजाने कितनी दिक्कतों का भी सामना करना पड़ता है. अब योगी आदित्यनाथ की इस घोषणा के बाद प्रदेश के लाखों करोड़ों कलाकारों में खुशियों की लहर देखने को मिल रही है. उत्तर प्रदेश में इस फिल्म सिटी का निर्माण नोएडा (Noida) या ग्रेटर नोएडा (Greater Noida) में कराए जाने की चर्चा चल रही है. यह तय भी है कि आखिरी चयन इन्हीं दोनों में से एक जगह पर होना है. यहां पर देश की सबसे बड़ी फिल्म सिटी का निर्माण होने से उत्तर प्रदेश के लोगों के साथ देश की राजधानी दिल्ली (Delhi), देवभूमि उत्तराखंड, हरियाणा, बिहार जैसे राज्य के लोगों को भी पूरा फायदा मिलने वाला है.
सुशांत सिंह राजपूत की मौत की मिस्ट्री के बाद नशे के मामले में भी घिरते नज़र आ रही मायानगरी मुंबई का विकल्प उत्तर प्रदेश पूरी तरह से तैयार है. फिल्म सिटी बनाने के लिए जो माहोल की दरकार होती है उसकी उत्तर प्रदेश के नोएडा या ग्रेटर नोएडा में बिलकुल भी कमी नहीं है. आगरा जैसा खूबसूरत शहर हो या लखनऊ, वाराणसी जैसा धार्मिक और सांस्कृतिक शहर. पहाड़ों से सजा उत्तराखंड भी बेहद करीब है तो देश की राजधानी दिल्ली जैसा शहर चंद ही फासलों...
उत्तर प्रदेश (P) के मुखिया योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने प्रदेश में देश की सबसे बड़ी फिल्म सिटी (Film City) का निर्माण करने का ऐलान किया तो न जाने कितने सपनों को पंख लग गए. फिल्मी जगत में काम करने की ललक में उत्तर प्रदेश और बिहार (Bihar) जैसे राज्यों के लाखों लोग प्रतिवर्ष महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई (Mumbai) तक सफर करते हैं और बहुत ही संघर्ष करते हैं. इनमें से कुछ ही अपने इस सपने को साकार कर पाते हैं जबकि काफी अधिक संख्या में लोग न घर के न घाट के रह जाते हैं. इनको भाषा से लेकर महंगा शहर और नजाने कितनी दिक्कतों का भी सामना करना पड़ता है. अब योगी आदित्यनाथ की इस घोषणा के बाद प्रदेश के लाखों करोड़ों कलाकारों में खुशियों की लहर देखने को मिल रही है. उत्तर प्रदेश में इस फिल्म सिटी का निर्माण नोएडा (Noida) या ग्रेटर नोएडा (Greater Noida) में कराए जाने की चर्चा चल रही है. यह तय भी है कि आखिरी चयन इन्हीं दोनों में से एक जगह पर होना है. यहां पर देश की सबसे बड़ी फिल्म सिटी का निर्माण होने से उत्तर प्रदेश के लोगों के साथ देश की राजधानी दिल्ली (Delhi), देवभूमि उत्तराखंड, हरियाणा, बिहार जैसे राज्य के लोगों को भी पूरा फायदा मिलने वाला है.
सुशांत सिंह राजपूत की मौत की मिस्ट्री के बाद नशे के मामले में भी घिरते नज़र आ रही मायानगरी मुंबई का विकल्प उत्तर प्रदेश पूरी तरह से तैयार है. फिल्म सिटी बनाने के लिए जो माहोल की दरकार होती है उसकी उत्तर प्रदेश के नोएडा या ग्रेटर नोएडा में बिलकुल भी कमी नहीं है. आगरा जैसा खूबसूरत शहर हो या लखनऊ, वाराणसी जैसा धार्मिक और सांस्कृतिक शहर. पहाड़ों से सजा उत्तराखंड भी बेहद करीब है तो देश की राजधानी दिल्ली जैसा शहर चंद ही फासलों पर होगा.
एक फिल्म को तैयार करने के लिए जिन लोकेशन की खासतौर पर ज़रूरत होती है वह सबकुछ बहुत ही करीब है. हाल ही में इस क्षेत्र के लोगों ने जिस तरह सोशल प्लेटफार्म पर अपनी मौजूदगी दर्ज कराई है वह इसका प्लस प्वांइट है. यू-ट्यूब, टिकटाक जैसे प्लेटफार्म का पूरा इस्तेमाल कर अपने टैलेंट को इस क्षेत्र के लोगों ने दुनिया के सामने रखा है. अब फिल्म सिटी के करीब होने से इनका ये टैलेंट और बड़े स्तर पर लोगो के बीच जाने को तैयार है.
ऐसा नहीं है कि फिल्म सिटी के बन जाने से सिर्फ फिल्म निर्माता ही उत्तर प्रदेश पधारेंगें. फिल्म निर्माताओं के साथ साथ धारावाहिक सीरियल निर्माता, रियलिटी शो निर्माता जैसे लोगों की भी पसंद यही फिल्म सिटी होगी क्योंकि यह मुख्यमंत्री का दावा है कि यह फिल्म सिटी देश की सबसे खूबसूरत और सबसे बड़ी होगी.
ऐसे में कौन निर्माता यहां पैर नहीं जमाना चाहेगा. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने मौके की नज़ाकत को देख कर एक बहुत बड़ा मास्टरस्ट्रोक लगा दिया है जिसका जवाब उनके विरोधीयों से देते नहीं बन रहा है. उत्तर प्रदेश को ऐसी फिल्म सिटी की ज़रूरत थी. अब यहां के कलाकारों को मुंबई जैसे मंहगे शहरों में खर्च कर संघर्ष करने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी.
अब वह सारे कलाकार अपने प्रदेश में ही अपने सपने को उड़ान दे सकते हैं. प्रदेश में फिल्मी जगत के आने से प्रदेश के अन्य शहरों को भी पर्दों पर जगह मिलेगी और साथ ही बड़ी संख्या में सरकार के खज़ाने में टैक्स भी आएगा. योगी आदित्यनाथ के इस फैसले से वह गुट बहुत ही खुश है जो फिल्मी जगत में जाने का सपना देखा करता था. इस फैसले से प्रदेश के कलाकारों में बहुत ही अधिक खुशी महसूस की जा सकती है.
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