अभी बीते दिनों ही टी20 में मिली हार के बाद रोहित शर्मा और उनकी कप्तानी दोनों ही सवालों के घेरे में है. लापरवाही से लेकर टीम में कॉओर्डिनेशन तक तमाम बातें हैं जिन्हें मुद्दा बनाया जा रहा है और रोहित शर्मा को घेरा जा रहा है. तमाम सीनियर प्लेयर ऐसे हैं जो दबे छुपे लहजे में कप्तान बदलने की बात कह रहे हैं. अभी रोहित की कप्तानी को लेकर चर्चा का दौर चल ही रहा था ऐसे में पंड्या ने अपनी कप्तानी में न्यूजीलैंड को टी20 सीरीज में 1-0 शिकस्त दे दी. ऐसे में जो कुछ टीम इंडिया के पूर्व कोच रवि शास्त्री ने कहा है पूरे बीसीसीआई में खलबली मच गयी है. शास्त्री ने हार्दिक और रोहित शर्मा की तुलना की है और उन्होंने हार्दिक को रोहित के मुकाबले एक बेहतर कप्तान बताया है. वहीं हार्दिक भी इस तारीफ से खुश हैं. हार्दिक ने कहा है कि जब भी उन्हें मौका दिया जाएगा वो टीम को अपने तरीके से लीड करेंगे और जैसा उनका प्रदर्शन है उसे जारी रखेंगे. पहले टी-20 वर्ल्ड कप में शर्मनाक हार, फिर हार्दिक का न्यूजीलैंड को हराना और अब टीम में कप्तानी के लिए रवि शास्त्री और सुनील गावस्कर जैसे खिलाडियों का हार्दिक को सपोर्ट करना. सवाल ये है कि क्या अब टीम इंडिया में रोहित शर्मा के दिन लदने वाले हैं?
जैसा कि हम ऊपर ही बता चुके हैं पूर्व कोच की बातों के बाद टीम में खलबली मच चुकी है. तो आइये पहले ये जान लें कि रवि शास्त्री ने कहा क्या है? न्यूजीलैंड पर भारत की जीत से उत्साहित रवि शाष्त्री ने कहा है कि विराट कोहली इस टीम में नहीं हैं और कुछ हद तक रोहित शर्मा की कमी है. इस टीम में ज्यादातर युवा खिलाड़ी मौजूद हैं और मुझे ये चीज पसंद है. इससे चीज से हमारी फील्डिंग के स्तर में काफी सुधार हुआ...
अभी बीते दिनों ही टी20 में मिली हार के बाद रोहित शर्मा और उनकी कप्तानी दोनों ही सवालों के घेरे में है. लापरवाही से लेकर टीम में कॉओर्डिनेशन तक तमाम बातें हैं जिन्हें मुद्दा बनाया जा रहा है और रोहित शर्मा को घेरा जा रहा है. तमाम सीनियर प्लेयर ऐसे हैं जो दबे छुपे लहजे में कप्तान बदलने की बात कह रहे हैं. अभी रोहित की कप्तानी को लेकर चर्चा का दौर चल ही रहा था ऐसे में पंड्या ने अपनी कप्तानी में न्यूजीलैंड को टी20 सीरीज में 1-0 शिकस्त दे दी. ऐसे में जो कुछ टीम इंडिया के पूर्व कोच रवि शास्त्री ने कहा है पूरे बीसीसीआई में खलबली मच गयी है. शास्त्री ने हार्दिक और रोहित शर्मा की तुलना की है और उन्होंने हार्दिक को रोहित के मुकाबले एक बेहतर कप्तान बताया है. वहीं हार्दिक भी इस तारीफ से खुश हैं. हार्दिक ने कहा है कि जब भी उन्हें मौका दिया जाएगा वो टीम को अपने तरीके से लीड करेंगे और जैसा उनका प्रदर्शन है उसे जारी रखेंगे. पहले टी-20 वर्ल्ड कप में शर्मनाक हार, फिर हार्दिक का न्यूजीलैंड को हराना और अब टीम में कप्तानी के लिए रवि शास्त्री और सुनील गावस्कर जैसे खिलाडियों का हार्दिक को सपोर्ट करना. सवाल ये है कि क्या अब टीम इंडिया में रोहित शर्मा के दिन लदने वाले हैं?
जैसा कि हम ऊपर ही बता चुके हैं पूर्व कोच की बातों के बाद टीम में खलबली मच चुकी है. तो आइये पहले ये जान लें कि रवि शास्त्री ने कहा क्या है? न्यूजीलैंड पर भारत की जीत से उत्साहित रवि शाष्त्री ने कहा है कि विराट कोहली इस टीम में नहीं हैं और कुछ हद तक रोहित शर्मा की कमी है. इस टीम में ज्यादातर युवा खिलाड़ी मौजूद हैं और मुझे ये चीज पसंद है. इससे चीज से हमारी फील्डिंग के स्तर में काफी सुधार हुआ है.’
यानी रवि ये मानते हैं कि अगर टीम को आगे आने वाले मैचों में विजय का परचम लहराना है तो ये तभी मुमकिन है जब टीम में युवाओं का ही बोलबाला हो. चूंकि रवि, हार्दिक को कप्तान के रूप में देखना चाहते हैं तो इसकी वजह सिर्फ हार्दिक की कप्तानी या उनकी खुद की परफॉरमेंस नहीं है. इसके पीछे का एक बड़ा कारण वो राजनीति भी है जो प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से हमें टीम इंडिया में दिखाई देती है.
जिक्र शास्त्री द्वारा रोहित शर्मा की आलोचना और हार्दिक शर्मा की कप्तानी का हुआ है. साथ ही जिस तरह की खेमेबाजी लम्बे समय से बीसीसीआई में चली आ रही है उसपर बहुत कुछ बताने की जरूरत नहीं है. ऐसा बिलकुल नहीं है कि रोहित शर्मा की आलोचना करने वाले रवि शास्त्री सिर्फ टी-20 वर्ल्ड कप में मिली हार से ही आहत हैं. ध्यान रहे कि पूर्व कप्तान विराट कोहली के फेवरेट रवि शाष्त्री भली प्रकार से रोहित शर्मा के खेमे से परिचित हैं. रवि जानते हैं कि यदि आज तमाम तरह की बुराइयों के बावजूद रोहित अगर टीम की कमान सम्भालने में कामयाब हैं तो इसकी एक बड़ी वजह सौरव गांगुली हैं.
वर्तमान में अगर हम रवि शास्त्री की टीम इंडिया में भूमिका की बात करें तो कोच पद से हटने के बाद वर्तमान में टीम में उनकी हैसियत सिर्फ एक कॉमेंट्रेटर की है. चूंकि हार्दिक का अपना एक अलग स्वैग है और साथ ही वो रवि शाष्त्री के फेवरेट विराट कोहली के खेमे से हैं इसलिए अगर उनकी बातों को गंभीरता से ले लिया गया और टीम के कप्तान की जिम्मेदारी परमानेंट तौर पर दे दी जाए तो इससे फायदा सिर्फ हार्दिक पंड्या का नहीं है बल्कि इससे फायदा खुद रवि शास्त्री को भी होगा. हो सकता है कि कल की तारिख में रवि शास्त्री फिर से टीम में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी निभाने के लिए चुन लिए जाएं.
बाकी तमाम बातों के बीच हमें शास्त्री द्वारा कही उस बात का भी ध्यान रखना होगा जिसमें उन्होंने युवाओं की बात की है. ध्यान रहे जो टीम रोहित को मिली वो वही टीम थी जिसे विराट कोहली ने बनाया और ये सिलसिला शुरू हुआ धोनी की कप्तानी से. यानी जब धोनी को टीम मिली तो वो एक ऐसी टीम थी जिसे सौरव गांगुली ने बनाया और बाद में धोनी ने उसे अपने तरीके से मोल्ड किया.
बहरहाल जिक्र हार्दिक पंड्या का हुआ है तो ये बता देना बहुत जरूरी है कि अगर हार्दिक टीम के स्थायी कप्तान बनते हैं तो ये भारतीय टीम के लिए इसलिए भी फायदेमंद होगा क्योंकि बतौर कप्तान उन्हें नए प्रयोग करने के मौके मिलेंगे और चूंकि टेम्पररी कप्तान के रूप में हार्दिक अपने को सिद्ध भी कर चुके हैं इसलिए उनकी सफलता की गारंटी भी है.
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