8 तस्वीरें जो बताती हैं कि 'स्टाइल आइकॉन' मोदी की लीला अपरंपार है
वैसे तो हमारे प्रधानमंत्री हमेशा ही अपने स्टाइल से लोगों को इंम्प्रेस करते आए हैं. लेकिन उनके पहनावे की कुछ बातें बेहद खास हैं. जानिए कैसे लोगों को अपना दीवाना बनाया है प्रधानमंत्री मोदी ने.
-
Total Shares
लोग प्रधानमंत्री मोदी की लाख आलोचनाएं कर लें, लेकिन एक बात से बिलकुल सहमत होंगे कि नरेंद्र मोदी हमारे देश के पहले ऐसे प्रधानमंत्री हैं जिनकी पहचान अपने ड्रेसिंग स्टाइल की वजह से भी है. उन्हें 'स्टाइल आइकॉन' कहना जरा भी गलत नहीं होगा.
हाल ही में प्रधानमंत्री मोदी अंडमान-निकोबार द्वीप समूह की राजधानी पोर्ट ब्लेयर गए थे. जहां उन्होंने 'मुण्डू' पहना. ये दक्षिण भारत का पारंपरिक परिधान है. प्रधानमंत्री मोदी ने अपना ये नया लुक इंस्टाग्राम पर भी शेयर किया. लोग तो पहले से ही मोदी स्टाइल के दीवाने हैं और इस तरह के पारंपरिक पहनावे में मोदी बहुत फब भी रहे थे. होना क्या था ये तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो गईं.
मुण्डू दक्षिण भारत का पारंपरिक परिधान है, जिसे पहनकर मोदी सोशल मीडिया पर वायरल हो गए.
कहते हैं जैसा देश वैसा भेस. प्रधानमंत्री भी वहां जाकर वहीं के रंग में दिखे. लेकिन उनके इस स्टाइल से कम से कम एक बात तो पक्की हो गई. चूंकि प्रधानमंत्री मोदी का पहनावा लोग फॉलो करते हैं. इसलिए देश के दूसरे प्रांतों में जाकर रहने वाले दक्षिण भारतीय, जो अपने पारंपरिक परिधान छोड़कर उसी रंग में रंग जाते हैं, उन्हें मोदीजी जरूर प्रेरित करेंगे. क्योंकि अब ये मुण्डू सिर्फ एक तरह का परिधान नहीं रह गया. अब तो ये स्टाइल है....मोदी स्टाइल.
इंस्टाग्राम पर इस तस्वीर को करीब 16 लाख लोगों ने पसंद किया है.
मोदी की तस्वीर को करीब 16 लाख लोगों ने पसंद किया और दूसरे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर खूब शेयर किया
वैसे तो हमारे प्रधानमंत्री हमेशा ही अपने स्टाइल से लोगों को इंम्प्रेस करते आए हैं. लेकिन उनके पहनावे की कुछ बातें बेहद खास हैं-
कुर्ते के ट्रेंड सेटर रहे हैं मोदी-
इसमें कोई शक नहीं कि जो लोग कुर्ते पैजामे सिर्फ पूजा पाठ या त्योहारों में पहना करते थे, वो आज इसे अपना स्टाइल बनाए हुए हैं. और कुर्तों का ट्रेंड सेट करने वाले मादी ही हैं. राजनीतिज्ञ भी जो पहले सफारी सूट में दिखाई देते थे अब कुर्ते में दिखाई देते हैं.
आधी बांह के कुर्ते इससे पहले चलन में ही नहीं थे
मोदी जी के हाफ स्लीव कुर्ते इतने पसंद किए गए कि लोगों ने भी वैसे ही कुर्ते पहनना शुरू कर दिया. इन कुर्तों को 'मोदी कुर्ता' ही कहा जाता है. इसे पसंद करने की खास बात ये है कि इसमें इंसान एक्टिव नजर आता है. कुर्ते पर नेहरू जैकेट की तो बात ही और है. हम इसे अब तक नेहरू जैकेट ही कहा करते थे, लेकिन मोदी जी के पहनने के बाद ये मोदी जैकेट कहलाने लगी है.
अब तो मोदी कुर्ते आपको सभी शॉपिंग स्टोर में मिल जाएंगे. खादी इंडिया ने भी मोदी कुर्ता और जैकेट की एक रेंज शुरू की और लोकप्रियता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इस बार गांधी जयंती पर खादी के 7 आउटलेट्स पर हर रोज 1400 पीस कुर्ते और जैकेट के बिके. यानी देश भर में खादी के हर आउटलेट पर रोजाना 200 मोदी कुर्ता और जैकेट बिके. दिल्ली के कनाटप्लेस आउटलेट में इस साल अक्टूबर में 14.76 करोड़ की सेल हुई जो पिछले साल की तुलना में 34.71 प्रतिशत बढ़ गई थी.
मोदी कुर्ता अपने आप में कुर्तों का स्टाइल बन गया है जो आज हर जगह उपलब्ध हैं
इतना ही नहीं मोदी कुर्ता और जैकेट अब सिर्फ भारत तक सीमित नहीं रहे. मोदी ने इन्हें ग्लोबल बना दिया है. साउथ कोरिया के राष्ट्रपति मून जे को मोदी जैकेट बहुत पसंद आई थीं इसलिए प्रधानमंत्री मोदी ने उन्हें तोहफे में मोदी जैकेट भेजीं.
Prime Minister @narendramodi of India sent me some gorgeous garments. These are modernized versions of traditional Indian costume, known as the ‘Modi Vest’, that can also be worn easily in Korea. They fit perfectly. pic.twitter.com/3QTFIczX6H
— 문재인 (@moonriver365) October 31, 2018
मोदी जी का स्टाइल और ड्रेसिंग सेंस इतना प्रभावित करता है कि नए युवा राजनीतिज्ञ भी अभी से अपनी स्टाइलिंग पर ध्यान दे रहे हैं.
जब सूट विवाद बन गया
प्रधानमंत्री जब पहली बार अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबोमा से मिले थे तब उन्होंने अपने नाम का मोनोग्राम सूट पहनकर सबको चौंका दिया था. लोगों ने तब उनके महंगे सूट की खूब आलोचना की थी.
मोदी जी के इस सूट के लिए लोगों ने उन्हें नार्सेसिस्ट कहा
आपने देश के कई प्रधानमंत्रियों को देखा होगा लेकिन टीशर्ट और ट्राउजर्स पहनकर गोल्फ खेलते किसी को नहीं देखा होगा. अपने लुक्स के साथ एक्सपेरिमेंट करने से भी पीछे नहीं रहते मोदी. देसी होने के साथ-साथ मोदी वेस्टर्न लुक भी बहुत अच्छी तरह से कैरी करते हैं. मोदी को अक्सर टेक्सन हैट और ट्रेंच कोट भी पहने देखा जा सकता है. जिसमें उनका लुक वाकई आई कैचिंग लगता है.
अब तक भारत का कोई भी प्रधानमंत्री इतना स्टाइलिश नहीं रहा है
शॉल के साथ भी एक्सपेरिमेंट
शॉल के साथ भी प्रधानमंत्री मोदी ने कई लुक्स ट्राइ किए हैं. मोनोग्राम सूट के बाद मोदी जी ने मोनोग्राम शॉल भी पहनी. अपने फ्रांस दौर पर मोदी ने काले रंग की शॉल पहनी थी जिसपर NM साफ देखा जा सकता था. इसे कहते हैं स्टाइल.
मोनोग्राम सूट के बाद शॉल पर दिखा मोदी का नमो
बराक ओबामा के साथ मुलाकात के वक्त प्रधानमंत्री ने भगवा रंग की पश्मीना शॉल पहनी थी. फिर चीन में मेट्रिक्स स्टाइल वाला चश्मा और साथ में शॉल. उसके बाद नेपाल में भी मोदी का देसी लुक बहुत पसंद किया गया था जहां वे भगवा कु्र्ते पर शॉल और रुद्राक्ष की माला पहने हपए थे मोदी.
शॉल को भी बहुत अच्छी तरह से कैरी करते हैं मोदी
मोदी रंगों के साथ भी खेलते हैं
अक्सर लोग कंट्रास्ट पहनते हैं- लाइट के साथ डार्क. लेकिन मोदी जानते हैं कि दो हल्के रंगों के कपड़ों को भी कितनी अच्छी तरह से पहना जा सकता है. और वो क्लासी भी लगता है.
हल्के रंगों को एक साथ पहनने का रिस्क सिर्फ मोदी ही ले सकते हैं
मोदी को लोग नार्सेसिस्ट (खुद से प्रेम करने वाला) कहते हैं. उनके कपड़ों और स्टाइल की आलोचना करते हैं, उनके एडिट्यूड को पसंद नहीं करते, उनके कैमरा फ्रेंडली होने पर टिप्पणियां करते हैं. लेकिन स्टाइलिश होना उनकी गलती नहीं है, दुनिया में हर शख्स स्टाइलिश होना चाहता है. मोदी जितना अपने काम को लेकर फोकस्ड हैं, उतना ही अपने पहनावे को लेकर भी. और ये कोई बुरी बात नहीं है. ऐसा तो सभी को करना चाहिए. प्रधानमंत्री अपने स्टाइल और अपने कपड़ों से लोगों को हमेशा प्रेरित करते हैं. कहना गलत नहीं होगा कि नरेंद्र मोदी तो एक उदाहरण हैं जो ये बताता है कि साधारण रहकर भी कैसे स्टाइलिश लगा जा सकता है.
ये भी पढ़ें-
मिशेल ओबामा ने जब 'सोने का पैर' आगे बढ़ाया तो इंटरनेट सन्न रह गया
आखिर कैसे मेलानिया को मिल जाते हैं मौके के हिसाब से विवादित कपड़े..
आपकी राय