Exit poll के बाद सट्टा बाजार ने तो दूध का दूध, पानी का पानी कर दिया
Exit Poll 2019 के बाद चुनावी सट्टा बाजार का हाल भी जान लीजिए. 2014 की तुलना में इस बार यह लगभग दोगुना हो चुका है. लोकसभा चुनाव 2019 के लिए बताया जा रहा है कि इस बार सट्टे में लगा पैसा एक लाख करोड़ रुपये के पार चला गया.
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Exit Poll की मानें तो Modi इस बार फिर सरकार बनाने जा रहे हैं. लेकिन सट्टा बाजार कुछ और ही कह रहा है. मुंबई के सट्टा बाजार कह रहा है कि भाजपा या नरेंद्र मोदी इस बार अपने दम पर जादुई आकंड़ा नहीं छू पाएगी. भाजपा को स्पष्ट बहुमत नहीं मिलने वाला. सरकार बनाने के लिए भाजपा को गठबंधन की जरूरत पड़ सकती है.
हालांकि सट्टा तो जुआ है, इसपर कोई आधिकारिक अनुमान उपलब्ध नहीं होता. लेकिन चुनावी सट्टेबाजी का बाजार सैकड़ों करोड़ो में चलता है. जो पिछले कुछ सालों में काफी तेजी से बढ़ा है. रिपोर्ट्स की मानें तो चुनावी सट्टा बाजार 2014 की तुलना में इसबार लगभग दोगुना हो चुका है. लोकसभा चुनाव 2019 के लिए बताया जा रहा है कि इस बार सट्टे में लगा पैसा एक लाख करोड़ रुपये के पार चला गया. ये अपने आप में बहुत बड़ी रकम है
मुम्बई और दिल्ली का सट्टा बाज़ार भाजपा को 238-241 सीटें दे रहा है. मुंबई कांग्रेस को 78-81 सीटें और दिल्ली ने कांग्रेस को 79-81 सीटें दी हैं. राजस्थान और गुजरात में भी सटोरिए भाजपा को जिता रहे हैं. राजस्थान में भाजपा को 242-245 और गुजरात में 242-244 सीटें दी जा रही हैं. जबकि राजस्थान में कांग्रेस को 75-80 सीटें और गुजरात में 80-82 सीटें दी हैं. मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में भी भाजपा सबसे आगे है. यहां भाजपा को 246-248 सीटें और कांग्रेस को 80-82 सीटें दी जा रही हैं. जबकि हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों में मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार आई है.
Exit Poll से अलग है सट्टा बाजार का दावा
क्या कहता है मुंबई का सट्टा बाजार
सट्टे बाजार की भाजपा की जीत की भविष्यवाणी पार्टी पर लगे हुए छोट दांव पर आधारित है. सट्टा बाजार में छोटा दांव ही जीत का संकेत देता है. इस बार बाजार में करीब 10-15 हज़ार करोड़ रुपये लगाए गए हैं. नाम न बताने की शर्त पर एक बुकी ने इंडिया टुडे से बात की. जिसके मुताबिक बाजार भाजपा के लिए 238-241 सीटों की भविष्यवाणी कर रहा है. वहीं कांग्रेस 78-81 सीटों पर सिमट सकती है.
बाजार ने ये भविष्यवाणी भी की है कि नरेंद्र मोदी फिर से प्रधानमंत्री बन सकते हैं. मोदी पर 1:12 का रेट लगा है. यानी अगर पीएम के रूप में मोदी पर कोई 1 लाख रुपये का दांव लगाता है, तो जीतने पर उसे 1,12,000 रुपये मिलेंगे. लेकिन हैरानी की बात है कि पीएम पद के लिए राहुल गांधी पर कोई दांव नहीं खेला गया है. लेकिन सट्टा बाजार का मानना है कि अमेठी में राहुल ही सबके फेवरेट हैं. जबकि बाजार में राहुल पर 35 पैसे (1:35), स्मृति ईरानी पर 40 पैसे (1:40) का रेट लगा है. रायबरेली से सोनिया गांधी के जीतने की भी भविष्यवाणी हुई है.
सट्टा बजाार बता रहा है कि बीजेपी को यूपी में 72, महाराष्ट्र में 32, गुजरात में 22, बिहार में 12 और पश्चिम बंगाल में 12 सीटें मिलने की उम्मीद है.
महाराष्ट्र में, राज्य कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व सीएम अशोक चव्हाण को नांदेड़ सीट से पसंद किया जा रहा है और उनपर 25 पैसे का रेट (1:25) लगा हुआ है. वहीं बॉलीवुड अभिनेत्री उर्मिला मातोंडकर के खिलाफ खड़े भाजपा उम्मीदवार गोपाल शेट्टी की जीत भी पक्की कही जा रही है उनपर 8 पैसे का रेट (1:08) लगा है.
सट्टा बाजार BJP को नहीं दे रहा बहुमत
क्या कहता है दिल्ली का सट्टा बाजार
सूत्रों के मुताबिक लोकसभा चुनाव 2019 के लिए दिल्ली में 100 करोड़ रुपये से ज्यादा का सट्टा लगा हुआ है. राजधानी के सट्टा बाजार का कहना है कि भाजपा को अपने दम पर पूर्ण बहुमत नहीं मिल सकता. लेकिन उसे 238 और 241 के बीच सीटें मिल सकती हैं. भाजपा और कांग्रेस दोनों के लिए सट्टेबाजों ने फ्लैट रेट तय किए हैं. अगर किसी विशेष उम्मीदवार पर सट्टा लगे तो ये रेट बदल सकते हैं. सट्टा बाजार कांग्रेस को 79 से 81 सीटें दे रहा है.
अगर हम सट्टा बाजार की मानें तो बीजेपी दिल्ली में सभी सात सीटें जीत रही है. यहां सबसे ज्यादा सट्टा चार सीटों पर लगा है.
उत्तर पूर्वी दिल्ली में मनोज तिवारी की जीत पर दांव लगाया गया है. मनोज तिवारी की हार पर 40 पैसे है और जीत पर 50 पैसे लगे हैं. नई दिल्ली से चुनाव लड़ रही मीनाक्षी लेखी की जीत पर 24 पैसे लगे हैं और हार पर 32 पैसे. डॉ हर्षवर्धन चांदनी चौक से चुनाव लड़ रहे हैं. यहां बीजेपी की हार पर 15 पैसे और जीत पर 20 पैसे हैं. पूर्वी दिल्ली में भाजपा प्रत्याशी गौतम गंभीर की जीत पर 35 पैसे और हार पर 45 पैसे लगे हुए हैं.
यहां के बाजार के मुताबिक महाराष्ट्र में बीजेपी-शिवसेना गठबंधन को 32-34 सीटें, राजस्थान में 19-21 सीटें, बिहार में 12-14 सीटें मिलने की संभावना है. जबकि पंजाब में कांग्रेस को 8-9 सीटें मिल सकती हैं.
क्या कहता है राजस्थान का सट्टा बाजार
राजस्थान के बीकानेर डिवीजन में सट्टा बाजार में 2,000 करोड़ रुपये का निवेश किया गया है. राजस्थान का सट्टा बाजार बीजेपी को स्पष्ट रूप से बढ़त दे रहा है. यहां एनडीए को 300 से अधिक सीटें मिलने का अनुमान है जबकि यूपीए को 132-135 सीटें दी गई हैं.
सट्टा बाजार राजस्थान में बीजेपी को 18 सीटें, कांग्रेस को 7 सीटें दे रहा है. सटोरियों के मुताबिक अगले प्रधानमंत्री के लिए नरेंद्र मोदी ही सबसे पहली पसंद हैं. अगले पीएम के रूप में उनपर 12-13 पैसे का रेट लगा है. जबकि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर 20-25 रुपये का रेट है.
क्या कहता है गुजरात का सट्टा बाजार
गुजरात में खासकर मेहसाणा और उंजा में सट्टा बाजार में एनडीए की सरकार बनने पर ऊंचे दांव लगे हैं. गुजरात के सट्टा बाजार की मानें तो बीजेपी को अकेले 243 और एनडीए को 300 सीटें मिल रही हैं. वहीं कांग्रेस को 80 से 82 सीटें मिलने की संभावना है.
सटोरियों के अनुसार 2014 में गुजरात में बीजेपी सभी 26 सीटों पर जीती थी लेकिन इस बार पार्टी को राज्य में 22 से 23 सीटें मिलेंगी. वहीं मोदी की वापसी की भविष्यवाणी है और मोदी के पीएम बनने पर 7 पैसे का रेट लगा है तो वहीं राहुल गांधी के लिए 5 रुपये है.
भारत के ज्यादातर हिस्सों में सट्टेबाजी या जुए पर प्रतिबंध है, लेकिन ऑनलाइन सट्टेबाजी के लिए कोई दिशानिर्देश नहीं है. सार्वजनिक जुआ अधिनियम, 1867 यानी Public Gambling Act, 1867 एक केंद्रीय कानून है जो भारत में सभी प्रकार के जुए को प्रतिबंधित करता है. छत्तीसगढ़, पंजाब और बिहार जैसे राज्यों ने इस एक्ट को अपनाया लेकिन कुछ राज्यों ने अपने खुद के कानून लागू किए हैं.
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