तीन सनसनी जो बता रही हैं कि रामलला आएंगे नहीं, आ रहे हैं!
राम मंदिर- बाबरी मस्जिद विवाद पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई पूरी हो गई है. जैसे सुनवाई के अंतिम दिन तीन बातें हुई हैं उन्होंने बता दिया है कि अयोध्या में रामलला आएंगे नहीं बल्कि आ चुके हैं.
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राम मंदिर- बाबरी मस्जिद विवाद पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई पूरी हो गई है. सुप्रीम कोर्ट के इतिहास में जुबानी जिरह का यह दूसरा सबसे लंबा केस था. लेकिन सुनवाई के अंतिम दिन जिस तरह की बातें और घटनाएं हुईं, उससे Ayodhya case verdict का अंदाजा होने लगा है. जिस तरह से सुप्रीम कोर्ट में एक खास पक्ष के वकील ने प्रतिक्रिया दी. जिस तरह से यूपी प्रशासन ने तैयारी शुरू कर दी है. और जिस तरह से एक खास पक्ष के मामले से पीछे की हटने की अफवाह उड़ी. करीब 30 साल से जिस बाबरी मस्जिद और राम मंदिर के विवाद पर देश ने नरम-गरम माहौल देखा है, वह अब इस पूरे मामले का अंजाम देखने का मौका आ गया है.
सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के अंतिम दिन इशारा मिल गया है कि अयोध्या में रामलला आ रहे हैं
एक खबर - मुस्लिम पक्ष के वकील का नक्शा फाड़ना
सुप्रीम कोर्ट में रामजन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद पर सुनवाई का आखिरी दिन था. जैसे ही अंतिम दिन की सुनवाई शुरू हुई हिंदू महासभा ने दलील देना शुरू किया और जल्द ही तमाम तर्क तीखी बहस में तब्दील हो गए. अपनी कही बातों को सिद्ध करने के लिए हिंदू महासभा के वकील ने सुप्रीम कोर्ट के सामने एक किताब पेश की जिसपर मुस्लिम पक्ष के वकील राजीव धवन ने न सिर्फ कड़ी आपत्ति जताई बल्कि उस किताब में छपा एक नक्शा तक फाड़ डाला.
दरअसल हुआ ये था कि सुनवाई के दौरान हिंदू महासभा के वकील विकास सिंह ने एडिशनल डॉक्यूमेंट के तौर पर पूर्व आईपीएस किशोर कुणाल की किताब अदालत में रखने की कोशिश की. मुस्लिम पक्ष के वकील राजीव धवन को ये बात नागवार गुजरती और उन्होंने इसपर अपनी आपत्ति दर्ज करते हुए कहा कि अगर ऐसा हुआ तो वह इनके (हिंदू महासभा के वकील) के सवालों का जवाब नहीं देंगे. इसपर विकास सिंह ने कहा कि मैं किताब पर अपना जवाब नहीं दे रहा हूं लेकिन हाईकोर्ट के आदेश के मुताबिक एक नक्शा दिखाना चाहता हूं.
Some drama in SC during Ayodhya hearing:
Rajiv Dhawan tear apart the map presented by lawyer Vikas Singh and opposed Kishore Kunal's book.
As per the book, temple was not destroyed in 1528 by Mir Baki, but it was demolished in 1660 by Fidayi Khan (foster brother of Aurangzeb). pic.twitter.com/lVoZlnMXKt
— snehanshu shekhar (@snehanshus) October 16, 2019
विकास सिंह का इतना कहना भर था मुस्लिम पक्ष के वकील राजीव धवन आग बबूला हो गए और उन्होंने उस नक़्शे को फाड़ कर उसके 5 टुकड़े कर दिए. कोर्ट में मुस्लिम पक्ष के वकील राजीव धवन के इस बर्ताव ने इस बात का एहसास करा दिया है कि रामलला आ रहे हैं.
एक आदेश - यूपी सरकार का फील्ड में जुटे अफसरों की छुट्टी निरस्त करना
त्योहारों का सीजन है. त्योहारों को लेकर न सिर्फ लोगों के अपने प्लान होते हैं बल्कि कोशिश भी यही रहती है कि लोग उसे अपने परिवार के साथ मनाएं. ऐसे में जो निर्देश उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने दिया है उसने इस बात को बल दे दिया ही कि आने वाले समय में यूपी विशेषकर अयोध्या में कुछ बड़ा होने वाला है.
Uttar Pradesh Government: In the view of upcoming festivals, no leaves will be granted till 30th November to the officers in field. All officers in field directed to be present at their offices till 30th November. pic.twitter.com/cPejE3WMG6
— ANI UP (@ANINewsUP) October 16, 2019
यूपी सरकार की तरफ से जो शासनादेश आया है अगर उसका अवलोकन किया जाए तो मिलता है कि इसमें फील्ड में जुटे अधिकारियों की छुट्टी को त्योहारों का हवाला देकर 30 नवंबर तक के लिए निरस्त किया गया है.बात त्योहारों की चल रही है तो बताना जरूरी है कि छठ उत्तर प्रदेश में उतने बड़े पैमाने पर नहीं होता और यहां बड़ा त्योहार दिवाली ही है जोकि अक्टूबर में ख़त्म हो रहा है. ऐसे में नवंबर तक छुट्टियां करना ये बताता है कि ये सारी कवायद अयोध्या फैसले के परिदृश्य में की गई है जो नवंबर में आ रहा है.
सरकार द्वारा अधिकारियों की छुट्टी निरस्त करना ये बता देता है कि रामलला आ रहे हैं और उनका स्वागत खुद सूबे के आला अधिकारियों को ही करना है.
एक अफवाह - अयोध्या मामले में मुस्लिम पक्ष का बैकऑफ
राम मंदिर बाबरी मस्जिद विवाद को लेकर सुनवाई का आखिरी दिन था तो इस बात के कयास पहले ही लगा लिए गए थे कि इस मामले में भी अफवाह जम कर उड़ेगी. हुआ भी ऐसा ही कुछ. सोशल मीडिया पर तमाम ट्वीट्स और पोस्ट ऐसे थे जिसमें इस बात का जिक्र था कि अयोध्या मामले में मुस्लिम पक्ष बैक ऑफ कर रहा है. साथ ही उसने कुछ शर्तें भी रखी हैं.
अयोध्या में विवादित स्थल पर से अपना दावा छोड़ने के लिए सुन्नी वक्फ बोर्ड की 3 शर्तें हैं।1. Place of Worship Act 1991 कायम हो।अय़ोध्या को छोड़कर किसी धार्मिक स्थल में बदलाव न हो।2.ASI के पास जो धार्मिक स्थल हैं उनमें नमाज़ की इजाजत3. अयोध्या में दूसरी मस्जिदों का रेनोवेशन
— Sushant Sinha (@SushantBSinha) October 16, 2019
अफवाह कितनी कारगर थी इसे हम पत्रकार सुशांत सिन्हा के ट्वीट से भी समझ सकते हैं जिसमें तीन शर्तों का जिक्र हुआ है. दिलचस्प बात ये है कि सिर्फ इस ट्वीट को 939 रीट्वीट किया जा चुका है और इसे तकरीबन 4000 लोगों द्वारा लाइक करते हुए हुए 975 प्रतिक्रियाएं दी गयीं हैं. एक अफवाह पर जिस तरह लोगों ने रियेक्ट किया है उसने भी इस बात की पुष्टि कर दी है कि अब लोग भी यही चाहते हैं कि फैसला आए और भगवान श्री राम का भव्य मंदिर बन जाए.
70 सालों से चले आ रहे मसले को सिर्फ 40 दिन में निपटाकर न्यायपालिका ने इतिहास रच दिया है. राम मंदिर- बाबरी मस्जिद विवाद पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई पूरी हो गई है. जैसा अंदेशा है माना यही जा रहा है कि 15 नवंबर तक इस सन्दर्भ में फैसला आ जाएगा. फैसले के चलते देश की जनता भी उत्साहित है और अलग अलग Keywords result of ram mandir, supreme court on ram mandir,ram mandir verdict, supreme court verdict on ram mandir, sc decision on ram mandir, supreme court ram mandir, ram teri ganga maili cast, ram mandir decision, ram mandir judgement, supreme court judgement on ram mandir, decision of supreme court on ram mandir, supreme court decision on ram mandir today in hindi, ram mandir supreme court decision date, ram mandir supreme court verdict date, ram lala hum aayenge mandir wahi banayenge, mandir wahi banayenge से फैसले को सर्च कर रही है. फैसला आने में भले ही अभी कुछ वक़्त शेष हो मगर सुनवाई के अंतिम दिन जिस तरह तीन अलग अलग सनसनी फैली उसने इशारा दे दिया है कि रामलला आएंगे नहीं बल्कि आ रहे हैं.
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