सरकार का ट्रांसजेंडरों को आयुष्मान भारत योजना का लाभ देना ऐतिहासिक फैसला है!
आयुष्मान भारत योजना का लाभ लेने के लिए ट्रांसजेंडरों को सीधे नेशनल हेल्थ अथारिटी से अपना आयुष्मान भारत कार्ड बनवाना होगा. इसके अलावा जो ट्रांसजेंडर पंजीकृत नहीं हैं, उन्हें 5 लाख रुपये की स्वास्थ्य बीमा का लाभ लेने के लिए सबसे पहले सामाजिक न्याय मंत्रालय में अपना रजिस्ट्रेशन कराना होगा. ऐसा करने के बाद उसका नाम नेशनल हेल्थ अथॉरिटी की लिस्ट में आ जाएगा.
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केंद्र सरकार ने एक बड़ा फैसला लेते हुए देश के लाखों ट्रांसजेंडरों को भी आयुष्मान भारत योजना का लाभ देने का ऐलान किया है. स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने ट्वीट करके बताया कि उनके और सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार की मौजूदगी में एक MoU पर साइन किए गए. 24 अगस्त को नेशनल हेल्थ अथॉरिटी के सीईओ डॉ. आर एस शर्मा और सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के सचिव आर. सुब्रह्मण्यम ने एक समझौते पर हस्ताक्षर किए.
आज मंत्री @Drvirendrakum13 जी के साथ @MoHFW_INDIA व @MSJEGOI के बीच ट्रांसजेंडर जनसंख्या के लिए आयुष्मान भारत योजना के तहत मुफ्त इलाज की सुविधा हेतु MoU हस्ताक्षर कार्यक्रम में भाग लिया.PM @NarendraModi जी के 'सबका साथ, सबका प्रयास' के साथ वंचित वर्ग के लिए यह आवश्यक कदम है. pic.twitter.com/ePr1zOgDcj
— Dr Mansukh Mandaviya (@mansukhmandviya) August 24, 2022
अब ट्रांसजेंडरों को आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन सुरक्षा योजना -PMJAY के तहत 5 लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा उपलब्ध होगा. समझौते के तहत ट्रांसजेंडरों के स्वास्थ्य बीमा पर होने वाले खर्च की राशि सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय उठाएगा. इससे मंत्रालय के तहत पंजीकृत करीब 4 लाख 80 हजार ट्रांसजेंडरों को लाभ होगा.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में ‘नए भारत’ की सोच के तहत सरकार के प्रयासों में समाज के सभी वर्गों के साथ आने का अनुरोध किया. उन्होंने पीएम मोदी की प्रतिबद्धता और समर्पण को दोहराया और कहा – ‘ये समझौता देश भर में राष्ट्रीय पोर्टल द्वारा जारी ट्रांसजेंडर प्रमाणपत्र रखने वाले ट्रांसजेंडर व्यक्तियों को सभी स्वास्थ्य लाभ प्रदान करेगा. सभी ट्रांसजेंडरों की लिस्ट आयुष्मान भारत योजना में शामिल कर ली गई है. इस समझौते ने समाज में एक ऐतिहासिक परिवर्तनकारी सुधार की नींव रखी है’
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री वीरेंद्र कुमार ने कहा – ‘ये संयुक्त पहल देश में अपनी तरह की पहली है और हमारे समाज को एक नई दिशा देगी.’ये भी जान लेते हैं कि क्या है प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना या आयुष्मान भारत योजना?
कमजोर आय वर्ग के नागरिकों को सस्ती स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए सरकार की योजना.
18 साल से ज्यादा के नागरिकों को 5 लाख रुपये तक के मुफ्त इलाज की सुविधा.
कोई भी कमजोर आय वर्ग का नागरिक ऑनलाइन या ऑफलाइन आवेदन कर सकता है.
सरकार की ये हेल्थ स्कीम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2018 में शुरू की.
आर्थिक रूप से कमजोर नागरिक अस्पतालों में मुफ्त इलाज करवा सकते हैं.
खुद इस स्कीम के लिए आवेदन करने वाले का नाम सोशियो इकनॉमिक ऐंड कास्ट सेंसस SECC – 2011 में होना चाहिए.
पास के अस्पताल में जाकर या 14555 पर कॉल करके अपना नाम जुड़े होने के बारे में पता किया जा सकता है.
आयुष्मान भारत योजना का लाभ लेने के लिए ट्रांसजेंडरों को सीधे नेशनल हेल्थ अथारिटी से अपना आयुष्मान भारत कार्ड बनवाना होगा. इसके अलावा जो ट्रांसजेंडर पंजीकृत नहीं हैं, उन्हें 5 लाख रुपये की स्वास्थ्य बीमा का लाभ लेने के लिए सबसे पहले सामाजिक न्याय मंत्रालय में अपना रजिस्ट्रेशन कराना होगा. ऐसा करने के बाद उसका नाम नेशनल हेल्थ अथॉरिटी की लिस्ट में आ जाएगा.
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