आजम खान के खिलाफ एकजुट हुईं महिला सांसदों ने नए कल की कहानी लिख दी
संसद में सभी महिलाओं के तेवर देखने लायक थे. महिला सांसदों के विरोधी स्वर ने अपने इरादे साफ कर दिए कि अब इस दिशा में किसी को भी बर्दाश्त नहीं किया जा सकता.
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रामपुर उत्तर प्रदेश से समाजवादी पार्टी के सांसद आजम खान ने स्पीकर की चेयर पर बैठीं सांसद रमा देवी पर ओछी टिप्पणी की. और उसके बाद से ही वो विवादों में घिरे हुए हैं. लेकिन इसके बाद जो कुछ हुआ वो शायद इतिहास में पहले कभी देखा नहीं गया. आजम खान की बेहूदा टिप्पणी पर सभी महिला सांसद एकजुट हो गईं. संसद में मौजूद सभी महिलाएं तो ये भी भूल गईं कि वो किस पार्टी से हैं. संसद में ये पहली बार हुआ कि अपनी साथी के अपमान पर महिलाएं एक सुर में विरेध कर रही थीं.
महिला सांसदों ने सदन में आजम खान के बयान की निंदा की और लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला से एक्शन लेने की मांग की. मामला इतना बढ़ गया कि स्पीकर की अगुआई में सभी दलों के फ्लोर लीडर्स की बैठक हुई. कई महिला सांसदों ने लिखित में शिकायत करते हुए आजम खान को सस्पेंड करने की मांग की है. स्पीकर ओम बिड़ला आजम खान से माफी मांगने के लिए कहेंगे और अगर आजम खान माफी नहीं मांगेंगे तो स्पीकर उनके खिलाफ एक्शन ले सकते हैं.
माफी नहीं मांगी तोउनके खिलाफ कोई बी एक्शन लिया जा सकता है
बीजेपी सांसद रमा देवी जिनपर ये टिप्पणी की गई उनका कहना था कि आजम खान इससे पहले भी महिलाओं के लिए अमर्यादित टिप्पणी करते आए हैं, ऐसे में वह लोकसभा स्पीकर से मांग करती हैं कि आजम खान की सदस्यता रद्द कर दी जाए. उनके साथ साथ सदन में सभी महिलाओं के तेवर देखने लायक थे. सदन में मौजूद महिला सांसदों के विरोधी स्वर ने अपने इरादे साफ कर दिए कि अब इस दिशा में किसी को भी बर्दाश्त नहीं किया जा सकता.
मायावती ने आजम खान की निंदा करते हुए कहा कि उन्हें संसद में ही नहीं बल्कि समस्त महिलाओं से माफी मांगनी चाहिए.
यूपी से सपा सांसद श्री आजम खान द्वारा कल लोकसभा में पीठासीन महिला के खिलाफ जिस प्रकार की अशोभनीय भाषा का इस्तेमाल किया गया वह महिला गरिमा व सम्मान को ठेस पहुँचाने वाला है तथा अति-निन्दनीय है। इसके लिए उन्हें संसद में ही नहीं बल्कि समस्त महिलाओं से माफी मांगनी चाहिए।
— Mayawati (@Mayawati) July 26, 2019
सदन में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, मिमी चक्रवर्ती समेत अन्य महिला सांसदों ने आजम खान के बयान की निंदा की. सभी महिला सदस्यों ने अपने अपने तरीके से अपना गुस्सा सदन में रखा.
स्मृति ईरानी का कहना था- यह पुरुषों समेत सभी सांसदों पर ‘‘धब्बा'' है. इस घटना से पूरा सदन शर्मसार हुआ है. अगर ऐसी घटना सदन के बाहर होती तो पुलिस से संरक्षण मांगा जाता. आप ऐसा कुछ करके, बच कर नहीं जा सकते. यह सिर्फ महिला का सवाल नहीं है. स्पीकर ऐसी कार्रवाई करें कि दोबारा ऐसी बात कहने की कोई हिम्मत न कर सके.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा- जो घटना हुई वह अत्यंत निंदनीय है. कोई महिला बड़ी कठिनाई से ऐसे पद तक पहुंचती है और उसे ऐसा अपमान सहना पड़े यह ठीक नहीं है. हमें राजनीतिक सरोकारों से परे हटकर और एकजुट होकर इसका विरोध करना चाहिए और सख्त से सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए.
एनसीपी की सुप्रिया सुले ने कहा- इस घटना के बाद सिर शर्म से झुक गया है. अगर इस पर सही कार्रवाई नहीं की गई तो आने वाली पीढ़ी माफ नहीं करेगी.
टीएमसी सांसद नुसरत जहां ने कहा- "संसद में कोई भी खड़ा होकर किसी महिला को ये नहीं कह सकता है कि मेरी आंखों में देखो और बात करो. सभापति महोदय, यहां सभी महिलाएं आपसे इस पर कुछ बड़ी कार्रवाई की उम्मीद कर रही हैं."
संसद में रमा देवी का हौसला बढ़ाने के लिए महिला सांसदों ने उनके साथ तस्वीर भी खिंचवाई और ये संदेश दिया कि वो सब इस मामले में रमा देवी के साथ हैं.
रमा देवी के साथ सदन की सभी महिलाएं खड़ी हैं
ये तेवर तब भी नहीं देखे गए थे जब सोनिया गांधी के खिलाफ तीखी टिप्पणियां की जाती थीं. लेकिन वक्त बदल गया है, और बदलते वक्त के साथ एक बात और साफ हो गई है कि अब महिलाएं अपने ऊपर होने वाले अन्याय पर न सिर्फ एकजुट हो रही हैं, बल्कि एक दूसरे का साथ भी दे रही हैं. अलग अलग पार्टियों से होने के बावजूद भी, अपने राजनीतिक मतभेदों को किनारे रख वो महिला अपमान के खिलाफ एकजुट हैं. सदन की इस तस्वीर को देखकर आज देश भर की महिलाओं में एक अलग ही जोश को महसूस किया जा सकता है. अब यकीन है कि सदन में बैठी ये महिलाएं आने वाले वक्त में भारत की महिलाओं की दशा और दिशा बदलने का माद्दा रखती हैं. अब आजम खान के पास सिवाय माफी के कुछ नहीं बचा है.
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