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Updated: 13 जुलाई, 2020 05:46 PM
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पश्चिम बंगाल के उत्तरी दिनाजपुर जिले स्थित एक बाजार में सोमवार तड़के बीजेपी के एक विधायक की खंभे से टंगी लाश मिली. विधायक का नाम था देबेंद्र नाय रॉय. देबेंद्र नाथ रॉय हेमटाबाद रिजर्व सीट से विधायक थे. देबेंद्र नाथ रॉय के परिजनों का आरोप है कि रविवार देर रात उन्हें फोन आया, जिसके बाद देबेंद्र नाथ रॉय घर से बाहर गए और फिर वापस नहीं लौटे. उनका कहना है कि देबेंद्र की हत्या कर घर से एक किलोमीटर दूर बाजार में उनकी लाश को टांग दिया गया. इस घटना के बाद पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार पर बीजेपी हमलावर हो गई है. बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष नेपी नड्डा ने साफ तौर पर पश्चिम बंगाल सरकार को घेरते हुए कहा है कि ममता बनर्जी शासन में गुंडाराज का बोलबाला है और कानून-व्यवस्था की धज्जी उड़ी हुई है. नड्डा ने कहा कि पश्चिम बंगाल की जनता इस तरह की राजनीतिक हत्याओं को कभी नहीं भूलेगी और आगामी चुनाव में ममता सरकार को सबक सिखाएगी. पश्चिम बंगाल में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं.

पश्चिम बंगाल के रक्तरंजित राजनीतिक इतिहास में भारतीय जनता पार्टी और ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के बीच खूनी झड़क और हत्या की खबरें तो अक्सर आती रहती हैं, लेकिन लंबे समय बाद ऐसा हुआ है कि एक विधायक की इस तरह से लाश चौराहे पर टंगी मिली है. पश्चिम बंगाल बीजेपी ने अपने ट्विटर हैंडल से लिखा है कि देबेंद्र नाथ रॉय की हत्या हुई है और इसके लिए प्रदेश की ममता बनर्जी सरकार दोषी है. पार्टी ने सवाल किया कि क्या देबेंद्र नाथ रॉय का कसूर ये था कि उन्होंने टीएमसी छोड़ बीजेपी का दामन थामा? आपको बता दूं कि देबेंद्र नाथ रॉय पहले मार्क्सवादी कम्युनिष्ट पार्टी से जुड़े हुए थे. बाद में वह ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी से जुड़े. देबेंद्र ने हेमटाबाद सीट से चुनाव लड़ा था और उन्हें टीएमसी से समर्थन दिया था. हेमटाबाद सीट से उन्हें जीत मिली थी. देबेंद्र नाय रॉय पिछले साल लोकसभा चुनाव के बाद टीएमसी छोड़ भारतीय जनता पार्टी में आ गए. अब उनकी हत्या के बाद मामला काफी गर्मा गया है. बीजेपी ने देबेंद्र नाथ रॉय की हत्या की सीबीआई जांच करवाने की मांग की है.

Shri Debendra Nath Ray, @BJP4Bengal MLA from Hemtabad in Uttar Dinajpur, was found hanging near his village home. We are of the clear opinion that he was killed and there is involvement of @AITCofficial Party. pic.twitter.com/tEmSdGtKKx

टीएमसी और बीजेपी कार्यकर्ताओं की हत्या की लंबी फेहरिस्त

पश्चिम बंगाल में लंबे समय से बीजेपी और टीएमसी के बीच विवाद चल रहे हैं. विवाद कभी इस कदर बढ़ जाते हैं कि कार्यकर्ताओं में हिंसक झड़प तक देखने को मिलते हैं. कभी टीएमसी कार्यकर्ता की हत्या हो जाती है तो कभी बीजेपी कार्यकर्ता की. बाद में आरोप-प्रत्यारोप का दौर चलता है और फिर मामला शांत हो जाता है. लेकिन इस बीच जिस तरह से बीजेपी विधायक की लाश मिली है, इससे बीजेपी के सब्र का बांध टूट सकता है. अगले साल चुनाव होने हैं, जिसके लिए बीजेपी जोर-शोर से तैयारी कर रही है. लेकिन इस बीच बीजेपी विधायक की इस तरह से हत्या की खबर से प्रदेश का माहौल गरम हो गया है. बीजेपी ममता बनर्जी सरकार पर काफी हमलावर हो गई है. निकट भविष्य में इस घटना का ममता बनर्जी सरकार पर बहुत बुरा प्रभाव देखने को मिल सकता है.

The suspected heinous killing of Debendra Nath Ray, BJP MLA from Hemtabad in West Bengal, is extremely shocking and deplorable. This speaks of the Gunda Raj & failure of law and order in the Mamta govt. People will not forgive such a govt in the future. We strongly condemn this.

क्या वाकई बीजेपी के विस्तार से डर गई हैं ममता बनर्जी?

उल्लेखनीय है कि भारतीय जनता पार्टी का पश्चिम बंगाल में तेजी से विस्तार हो रहा है. इसकी झलक साल 2019 के लोकसभा चुनाव में ही दिख गई थी. पीएम नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह समेत बीजेपी के अन्य नेता पार्टी को पश्चिम बंगाल में स्थापित करने के लिए जीतोड़ मेहनत कर रहे हैं. हेमटाबाद के बीजेपी विधायक की मौत को हत्या बताते हुए बीजेपी के राष्ट्रीय सचिव राहुल सिन्हा ने कहा है कि देबेंद्र नाथ रॉय को साजिश के तहत मारा गया है और प्रदेश की टीएमसी सरकार इसे आत्महत्या बताने की कोशिश कर रही है. राहुल सिन्हा ने कहा है कि उत्तर बंगाल में जिस तरह बीजेपी का विस्तार हो रहा है, उससे ममता बनर्जी डरी हुई हैं और अब उनका डर इस तरह सामने आ रहा है.

Situation of Jungle Raj in Paschim Banga....Hemtabad BJP MLA Debendra Nath Ray murdered and hanged 2.5 kms away from his home. Shyama Prasad Mookerjee had said fight against injustice, create resistance and if required take revenge. pic.twitter.com/98KrOw9BHP

‘राजनीतिक मतभेदों को हिंसक तरीके से दबाया जा रहा है’

पश्चिम बंगाल में बीजेपी के ऑब्जर्वर कैलाश विजयवर्गीय ने देबेंद्र नाथ रॉय की तस्वीर शेयर करते हुए ट्विटर पर लिखा- निंदनीय और कायरतापूर्ण कृत्य !!! ममता बनर्जी के राज में भाजपा नेताओं की हत्या का दौर थम नहीं रहा. CPM छोड़ भाजपा में आए हेमताबाद के विधायक देबेंद्र नाथ रॉय की हत्या कर दी गई. उनका शव फांसी पर लटका मिला. क्या इनका गुनाह सिर्फ भाजपा में आना था ? लोकतंत्र को कैसे कुचला जाता है, पश्चिम बंगाल की ममता सरकार इसका जीवंत उदाहरण है. राजनीतिक मतभेदों को हिंसक तरीके से दबाया जा रहा है. लेकिन, लोकतंत्र का ये मख़ौल ज्यादा दिन का नहीं है! आखिर ममता राज का फैसला तो जनता ही करेगी. बीजेपी नेताओं के इस तरह के ट्वीट से साफ संदेश मिलता है कि देबेंद्र नाथ रॉय की हत्या का मामला काफी दूर तलक जाएगा और यह पश्चिम बंगाल में टीएमसी और बीजेपी के बीच चले आ रहे विवाद को और बढ़ाएगा.

खूनी साल रहा था 2019

पश्चिम बंगाल में पिछले साल टीएमसी और बीजेपी कार्यकर्ताओं के बीच हिंसक झड़प की कई खबरें आई, जिनमें कई लोगों की मौत हुई. पिछले साल जून में बसीरहाट के संदेशखली में पार्टी के झंडे उतारने को लेकर दोनों दलों के कार्यकर्ताओं में हिंसक झड़पें हुईं, जिनमें बीजेपी के 5 और टीएमसी के एक कार्यकर्ता की हत्या की खबर आई. वहीं पुरुलिया जिले में जुलाई में 2 बीजेपी कार्यकर्ताओं की हत्या हुई. पुरुलिया में इससे पहले भी बीजेपी और टीएमसी कार्यकर्ताओं की हत्या हुई. हर बार ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी और भारतीय जनता पार्टी ने एक-दूसरे पर पर इन हत्याओं के आरोप लगाए. एक समय केरल में आए दिन सीपीएम और बीजेपी कार्यकर्ताओं के बीच गोली-बम चलने की खबर आती थी, अब यही हाल पश्चिम बंगाल का बनता जा रहा है.

ममता बनर्जी और टीएमसी मुश्किल में!

देबेंद्र नाथ रॉय की हत्या ने ममता बनर्जी सरकार के लिए बड़ी मुश्किलें खड़ी कर दी हैं. पश्चिम बंगाल में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं. कोरोना संकट, भ्रष्टाचार, सांप्रदायिक हिंसा और रोहिंग्या मुसलमानों समेत अन्य मुद्दों पर घिरी ममता बनर्जी सरकार के सामने अब राजनीतिक हत्याओं का मुद्दा और बुरे रूप में सामने आ गया है. पूर्व में बीजेपी कार्यकर्ताओं की हत्या के बाद अब जिस तरह बीजेपी विधायक की हत्या की खबर आई है, इसका आने वाले चुनाव में काफी प्रभाव पड़ने वाला है और यह ममता बनर्जी के लिए व्यक्तिगत रूप से चिंता की बात है.

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