FACTS: मशरूम गोरा नहीं करता अल्पेश भाई, ये हैं इसके फायदे
अल्पेश ठाकोर ने कहा है कि पीएम मोदी भी पहले उन्हीं की तरह काले थे. लेकिन वह ताइवान से आने वाले मशरूम खाकर गोरे हो गए हैं.
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गुजरात चुनाव की राजनीति में आए दिन कोई न कोई ऐसा बयान सामने आ रहा है, जिसे लेकर विवाद खड़ा हो जा रहा है. कुछ दिन पहले ही मणिशंकर अय्यर ने पीएम मोदी को 'नीच' कहा था और अब अल्पेश ठाकोर ने भी पीएम पर निजी हमला कर दिया है. हाल ही में कांग्रेस में शामिल हुए ओबीसी एकता मंच के नेता अल्पेश ठाकोर ने कहा है कि पीएम मोदी भी पहले उन्हीं की तरह काले थे. लेकिन वह ताइवान से आने वाले मशरूम खाकर गोरे हो गए हैं. वह बोले पीएम का खाना गरीबों का खाना नहीं है. उन्होंने इस मशरूम की कीमत 80,000 रुपए बताई. साथ ही दावा किया कि पीएम ऐसे 5 मशरूम रोजाना यानी 4 लाख के मशरूम रोजाना खा जाते हैं.
#WATCH Modi Ji eats mushrooms from Taiwan, one mushroom costs Rs 80 thousand & he eats 5 mushrooms a day. He was dark like me but he became fair because of imported mushrooms: Alpesh Thakor, activist & Congress leader #GujaratElection2017 pic.twitter.com/jh5QPN27SD
— ANI (@ANI) December 12, 2017
सामने आया ताइवान का वीडियो !
अब भाजपा के प्रवक्ता तजिंदर बग्गा ने एक वीडियो ट्वीट किया है, जिसमें ताइवान के मशरूम के बारे में बात की गई है. इस वीडियो में एक महिला खुद के ताइवान का होने का दावा कर रही है और कह रही है उसने कभी ऐसे किसी मशरूम के बारे में नहीं सुना है. हालांकि, इस बात की पुष्टि नहीं हो सकी है कि यह महिला ताइवान की है भी या नहीं.
Truth about Taiwan Mushrooms pic.twitter.com/7Y3TVHn5FO
— Tajinder Bagga (@TajinderBagga) December 12, 2017
ये मशरूम खाते हैं पीएम मोदी
पीएम मोदी का मशरूम से खास लगाव किसी से छुपा नहीं है. वह मशरूम खाते हैं, जो महंगा भी होता है. लेकिन जितना महंगा अल्पेश ठाकोर ने बताया है, उतना नहीं. पीएम मोदी ने अनौपचारिक तौर पर एक बार यह खुद ही बताया था कि जब वह भाजपा कार्यकर्ता के रूप में हिमाचल प्रदेश में थे, तभी से वह यह मशरूम खा रहे हैं. बता दें, मौजूदा समय में यह मशरूम करीब 30,000 रुपए किलो तक का मिलता है.
जब पीएम मोदी भाजपा कार्यकर्ता के रूप में हिमाचल प्रदेश में थे, तभी से वह यह मशरूम खा रहे हैं.
क्यों है इतना महंगा?
यह मशरूम मुख्य रूप से हिमालय पर पाया जाता है, जिसका नाम गुच्ची (Guchchi) है. इसका वैज्ञानिक नाम Morchella Esculenta है. गुच्ची मशरूम हिमालय पर करीब 7000 फुट की ऊंचाई पर पाया जाता है. यह सड़ रही लकड़ियों पर जमता है. जब बर्फ गिरना शुरू होती है तो यह मशरूम जमा होना शुरू हो जाते हैं. बर्फ गलने के बाद गांव के लोग मार्च से लेकर मई अंत तक इन्हें जमा करते हैं. हिमाचल प्रदेश के गांव वालों के लिए यह मशरूम कमाई का मुख्य स्रोत है. हिमाचल प्रदेश के अलावा उत्तराखंड और कश्मीर के भी कुछ इलाकों में यह मशरूम मिलता है.
क्या हैं इस मशरूम के फायदे?
अल्पेश ठाकोर के दावे की तरह यह मशरूम गोरा तो नहीं करता, लेकिन इसमें बी कॉम्प्लैक्ट विटामिन, विटामिन डी और कुछ जरूरी एमीने एसिड पाए जाते हैं. इसे लगातार खाने से दिल का दौरा पड़ने की संभावनाएं बहुत ही कम हो जाती हैं. इसकी मांग सिर्फ भारत ही नहीं, बल्कि यूरोप, अमेरिका, फ्रांस, इटली और स्विटरलैंड जैसे देशों में भी है.
मशरूम से गोरे नहीं हुए पीएम मोदी
अल्पेश ठाकोर के दावे के अनुसार पीएम मोदी मशरूम जरूर खाते हैं, लेकिन वह मशरूम ताइवान से नहीं आता है. इतना ही नहीं, जो मशरूम पीएम मोदी खाते हैं वह लाखों का नहीं होता, बल्कि करीब 30,000 रुपए प्रति किलो की कीमत में मिलता है. मशरूम खाकर पीएम मोदी के गोरे होने का अल्पेश ठाकोर का दावा पूरी तरह गलत है, क्योंकि गुच्ची मशरूम से कोई गोरा नहीं होता, हां दिल की बीमारियों से जरूर मुक्ति मिलती है.
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