कन्फर्म... ट्रंप का दिमाग ठीक नहीं है
अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप की छवि विवादित और मूर्खतापूर्ण बयान देने वाले नेता की रही है. इंटरनेट पर बैन लगाने की बात करके ट्रंप ने साबित कर दिया है कि वह उनका दिमाग ठिकाने पर नहीं है!
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डोनाल्ड ट्रंप का दूसरा नाम अगर विवाद रख दिया जाए तो शायद गलत नहीं होगा.वह जब भी कुछ बोलते हैं तो तूफान खड़ा हो जाता है.या शायद ट्रंप बयान ही विवाद खड़ा करने के लिए देते हैं. मु्स्लिमों के खिलाफ जितना जहर उन्होंने उगला है, उतना शायद ही किसी अमेरिकी नेता ने उगला हो.
ट्रंप अमेरिकी राष्ट्रपति पद के लिए रिपब्किन पार्टी की ओर से दांव आजमा रहे हैं इसलिए उनके बयानों को राजनीति से प्रेरित माना जाता रहा है. लेकिन मुस्लिमों के खिलाफ जगह उगलने और खुद को अमेरिका के हितों का सबसे बड़ा रक्षक दिखाने की कोशिश में धीरे-धीरे वह शायद अपना मानसिक संतुलन खोने लगे हैं. उनकी अनाप-शनाप बयानबाजी तो यही साबित करती है. नहीं तो भला ऐसा कैसे हो सकता है कि खुद को अमेरिका का राष्ट्रपति बनने के लिए सबसे बेहतरीन उम्मीदवार बताने वाला कोई शख्स इंटरनेट पर ही प्रतिबंध लगाने की बात करने लगे. ऐसी बात तो कोई मानसिक रूप से दिवालिया व्यक्ति ही कर सकता है. पहले मुस्लिमों के अमेरिका में प्रवेश पर प्रतिबंध और अब इंटरनेट पर बैन लगाने की बात करके ट्रंप ने साबित कर दिया है उनका दिमाग ठीक नहीं है.
इंटरनेट पर ही बैन लगाना चाहते हैं ट्रंपः
इस्लामिक चरमंथियों से देश को बचाने के लिए अब ट्रंप ने जो अजीब सा सुझाव दिया है उससे उनके जगहंसाई हो रही है. सोमवार को साउथ कैरोलिना में अपने चुनाव प्रचार के दौरान ट्रंप ने आतंकी संगठन ISIS द्वारा अमेरिकी लोगों को प्रभावित करने से रोकने के लिए इंटरनेट को ही बैन करने का सुझाव दे डाला.अपने बयान में ट्रंप ने कहा, 'हमें शायद इंटरनेट के बारे में कुछ करने की जरूरत है क्योंकि इसका प्रयोग लोगों को कट्टरपंथी बनाने के लिए किया जा रहा है.'
ट्रंप ने कहा,'अमेरिका में बच्चे इंटरनेट प्रयोग कर रहे हैं और इसके मास्टरमाइंड बनना चाहते हैं.'इसलिए ट्रंप ने इंटरनेट पर बैन लगाने की वकालत कर डाली और तर्क दिया, 'हम इंटरनेट की वजह से बहुत से लोगों को खो रहे हैं, और हमें कुछ करने की जरूरत है. हमें बिल गेट्स और विभन्न लोगों के पास जाने की जरूतत है, ताकि समझ सकें कि क्यों हो रहा है. हमें उनसे बात करनी होगा, शायद कुछ हद तक, इंटरनेट को बंद करना होगा. कुछ लोग कहेंगे, बोलेने की आजादी, बोलने की आजादी. ये मूर्ख लोग हैं. हमारे यहां बहुत से मूर्ख लोग हैं.'ट्रंप के इस बयान को अमेरिका में ज्यादातर लोगों ने मूर्खतापूर्ण करार दिया और इंटरनेट पर बैन लगाने के उनके विचार को हास्यास्पद बताया.
मानसिक रूप से दिवालिया हैं ट्रंप?
ट्रंप इससे पहले भी अजीबोगरीब बयान देते रहे हैं. अभी कुछ ही दिनों पहले उन्होंने आंतकवाद को रोकने के लिए मुस्लिमों के अमेरिका में प्रवेश पर रोक लगाने का बयान दिया था. इससे पहले भी वह अमेरिकी मुस्लिमों पर नजर रखने के लिए उनके विशेष पहचान पत्र बनवाने, अमेरिका की मस्जिदों की निगरानी करने जैसे बेवकूफाना बयान दे चुके हैं. इतना ही नहीं वह तो यहां तक कह चुके हैं कि 9/11 में जब वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हमला हुआ था तो न्यू जर्सी में हजारों मुस्लिम जश्न मना रहे थे. अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप की छवि विवादित और मूर्खतापूर्ण बयान देने वाले नेता की रही है. अक्सर राजनीतिक तौर उन्हें इसका फायदा भी मिलता है. उन्हें जानबूझकर विवादित बयान देकर इसका राजनीतिक फायदा उठाने वाला शातिर व्यक्ति माना जाता रहा है.
लेकिन अब इंटरनेट पर बैन लगाने की बात करके ट्रंप ने साबित कर दिया है कि वह शातिर नहीं बल्कि मूर्ख हैं और उनका दिमाग ठिकाने पर नहीं है!
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