बंगाल में भाजपा नेता की निर्मम हत्या से ट्विटर पर लोगों का खून खौल उठा
2021 में पश्चिम बंगाल में चुनाव (West Bengal Elections) होने हैं ऐसे में जिस तरह भाजपा नेता मनीष शुक्ला (Manish Shukla ) की हत्या तृणमूल कांग्रेस (TMC) के कार्यकर्ताओं द्वारा की गई ये राज्य की वर्तमान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) और उनकी सरकार के लिए बिलकुल भी ठीक नहीं है.
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2021 में पश्चिम बंगाल में चुनाव (West Bengal Elections)होने हैं. ऐसे में तृणमूल कांग्रेस (TMC) और राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) इसी फ़िराक़ में हैं कि साम, दाम, दंड, भेद एक करके किसी भी सूरत में बंगाल के किले को बचा लिया जाए. अपनी इसी मंशा को पूरा करने के लिए बंगाल में तृणमूल और तृणमूल समर्थक गुंडे अपनी तरफ से हर वो कोशिश कर रहे हैं जो ममता के इस सपने को सच कर सके. तृणमूल द्वारा कुर्सी बचाने के ये प्रयास कितने विभत्स है यदि इस बात को गहराई में जाकर समझना हो तो हम उत्तर 24 परगना जिले में हुई घटना का अवलोकन कर सकते हैं. पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में बीती रात अज्ञात बदमाशों ने बीजेपी (BJP) के नेता मनीष शुक्ला (BJP Leader Manish Shukla Shot Dead In Bengal) की गोली मारकर हत्या कर दी. बताया जा रहा है कि शुक्ला की हत्या जिले के टीटागढ़ पुलिस स्टेशन के सामने हुई है, जिसके बाद यहां तनावपूर्ण हालात बने हुए हैं. मौके की गंभीरता को देखते हुए मध्यरात्रि से ही यहां पर भारी संख्या मे पुलिस बल तैनात है. घटना को लेकर कहा जा रहा है कि ये हत्या तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं द्वारा की गई है.
ट्विटर पर मांग हो रही है कि भाजपा नेता मनीष शुक्ला की मौत का हिसाब ममता बनर्जी को देना ही होगा
सरेआम अपने एक साथी की हत्या से भाजपा में गहरा रोष है. बीजेपी ने इस मामले को लेकर राज्य के बैरकपुर में बंद का आह्वान किया है. मामले पर राज्य के राज्यपाल जयदीप धनखड़ भी गंभीर हुए हैं.उन्होंने प्रदेश में कानून व्यवस्था के मद्दे पर बात करने के लिए राज्य के डीजीपी और तमाम अधिकारियों को राज्यभवन तलब किया है.
भाजपा कार्यकर्ता श्री मनीष शुक्ला की बैरकपुर के टीटागढ़ पुलिस स्टेशन के सामने गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। आज मैं उस परिवार से मिला और परिजनों को सांत्वना दी। लेकिन, इस घटना में पुलिस की भूमिका संदिग्ध है, इसलिए मैंने केंद्र सरकार से सीबीआई जाँच की मांग की है। pic.twitter.com/GkXhFfjuZs
— Kailash Vijayvargiya (@KailashOnline) October 5, 2020
बात बीजेपी नेता मनीष शुक्ला की हत्या की हो तो बात दें कि बीती रात मनीष टीटागढ़ थाने के सामने बने पार्टी कार्यालय में बैठे थे. तभी बाइक सवार कुछ बदमाश आए और उन्हें गोलियों से छलनी कर दिया. हमले में गंभीर रूप से घायल मनीष को पहले बैरकपुर के बीएन बोस हॉस्पिटल पहुंचाया गया. चूंकि मनीष की हालत बहुत गंभीर थी इसलिए उन्हें अपोलो रिफर कर दिया गयाजहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.घटना ने ममता राज में कानून व्यवस्था की पोल खोल दी है. घटना के विरोध में पश्चिम बंगाल बीजेपी ने बैरकपुर में 12 घंटे के बंद का आह्वान किया है.
बंगाल में विगत 2 महीनों में बहुत हत्याएं हुई हैं।बंगाल में लगभग रोज एक कार्यकर्ता की हत्या की जा रही है।मैं ममता जी से पूछना चाहता हूं क्या यही बंगाल का लोकतंत्र है?- डॉ @sambitswaraj
— Kailash Vijayvargiya (@KailashOnline) October 5, 2020
मामला प्रकाश में आने के बाद ममता सरकार पर नफरत की राजनीति करने और विपक्ष की आवाज़ को दबाने के आरोप लग रहे हैं. घटना के विरोध में बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय मुखर होकर सामने आए हैं. विजयवर्गीय ने इस मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है. वहीं बात पुलिस की हो तो पुलिस ने मनीष शुक्ला के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और आगे की जांच में जुट गई है.
पश्चिम बंगाल में राजनीतिक हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही। आज फिर भाजपा कार्यकर्ता श्री मनीष शुक्ला की #TMC के गुंडो ने गोली मारकर हत्या कर दी। ये घटना बैरकपुर के टीटागढ़ पुलिस स्टेशन के बाहर घटी, पर हमेशा की तरह पुलिस आंख पर पट्टी बांधे रही। pic.twitter.com/A8kfnZ4qCH
— Kailash Vijayvargiya (@KailashOnline) October 4, 2020
गौरतलब है कि जैसे जैसे पश्चिम बंगाल चुनाव नजदीक आ रहे हैं राज्य में तृणमूल कांग्रेस और संघ-भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच संघर्ष अपने चरम पर आ गया है. ममता सरकार विपक्ष के निशाने पर है. सवाल उठ रहे हैं कि राज्य में आज जो भी अराजकता फैली है उसकी जिम्मेदार स्वयं राज्य की मुखतमंत्री ममता बनर्जी हैं. इन बातों के अलावा बीजेपी पर लगातार माओवादियों को संरक्षण देने का आरोप भी लगा रही है.
अब जबकि पश्चिम बंगाल में भाजपा से जुड़ा एक नेता तृणमूल समर्थकों की गोलियों का निशाना बन चुका है. सोशल मीडिया पर कोहराम बरपा होना स्वाभाविक था. मामले पर जैसा रुख सोशल मीडिया यूजर्स का है उसे देखकर इतना तो साफ हो गया है कि आज जो कुछ भी ममता बनर्जी के राज के अंतर्गत बंगाल में हो रहा है चुनाव के दौरान इससे पार्टी को एक बड़ी मुसीबत होने वाली है. साफ है कि आज की ये घटनाएं भविष्य में तृणमूल के वोट और वोटर्स दोनों को प्रभावित करेंगी.
आइए नजर डालते हैं ट्विटर पर जहां सरगर्मियां तेज हैं और ये समझने का प्रयास करते हैं कि आखिर मनीष शुक्ला की मौत के मद्देनजर लोग क्या क्या बातें कर रहे हैं.
बंगाल में मनीष शुक्ला की हत्या से भाजपा के युवा सांसद तेजस्वी सूर्या खासे आहत हैं. उन्होंने तमाम गंभीर आरोप लगाए हैं साथ ही कई महत्वपूर्ण बातें कहीं हैं जिन्हें ममता बनर्जी और तृणमूल के नेताओं को अवश्य ही सुनना चाहिए.
BJP Councillor #ManishShukla was young, popular & had a long political career ahead of him. It’s barbaric that his life was cut short dastardly by TMC murderers.BJYM stands in solidarity with the martyr’s family.No martyrdom will go in vain.#JusticeforManishShukla pic.twitter.com/Yi3CnHYntV
— Tejasvi Surya (@Tejasvi_Surya) October 5, 2020
डॉक्टर अनिर्बान गांगुली ने मनीष शुक्ला को एक जुझारू कार्यकर्ता बताया और कहा कि यही बात ममता बनर्जी की आंखों की किरकिरी थी और उनकी हत्या हुई.
#ManishShukla was young, full of energy, popular, worked hard for his party & for the people whom he represented as Councillor in Titagarh. All these were sufficient for Mamata Banerjee's marauders to eliminate him. Mamata Banerjee's rule is a death-scourge & pandemic for WB. pic.twitter.com/c3i1A654EZ
— Dr. Anirban Ganguly (@anirbanganguly) October 5, 2020
मामले पर केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है और कहा है कि बंगाल में दीदी (ममता बनर्जी) द्वारा सरकार के विरोध में उठ रही आवाजों को दबाया जा रहा है. साथ ही उन्होंने राहुल गांधी पर भी गंभीर आरोप लगाया है और कहा है कि ऐसी मौतों पर राहुल गांधी की चुप्पी अखरने वाली है.
Killing and culling democratic voices at will is all that “Didi” and her neo-nazis are good at.But, Rahul Baba and his ‘Selective Outrage Gang’ will keep silent on the killing of #ManishShukla,because for them lives do not matter if the victim does not fit in their propaganda.
— Dharmendra Pradhan (@dpradhanbjp) October 5, 2020
लोग घटना से नाराज हैं और यही कह रहे हैं कि बंगाल में नियमों की अनदेखी की जा रही है.
Another Bjp worker killed in Bengal. #ManishShukla a councillor was shot dead in Titagarh. @KailashOnline meets the mother of Shukla. pic.twitter.com/G99lCtKUGs
— Marya Shakil (@maryashakil) October 5, 2020
लोगों का मानना है कि बंगाल में मनीष शुक्ला की हत्या दुखद है और इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए ताकि दोषियों को सख्त से सख्त सजा मिले.
The murder of @BJP4Bengal councillor #ManishShukla by TMC goons is extremely shocking.TMC leaders go to UP to see the law and order situation but do not dare to look at their own backyard where the political opponents are brutally killed with state immunity and impunity.
— Y. Satya Kumar (@satyakumar_y) October 5, 2020
बहरहाल जैसी प्रतिक्रियाएं ट्विटर पर आ रही हैं उनको देखकर इतना तो साफ़ है कि राज्य में लगातार हो रही भाजपा और संघ कार्यकर्ताओं की मौत पर ममता की चुप्पी अखरने वाली है. ममता को याद रखना चाहिए कि इन मौतों को पूरा देश देख रहा है. बाकी जिस तरह उन्होंने हाथरस में हुई घटना का जिम्मेदार योगी आदित्यनाथ को माना काश वैसे ही जिम्मेदारी वो अपने प्रति लें और उन दोषियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई करें जो अपने स्वार्थ के लिए आए रोज संघ और भाजपा के लोगों को मौत के घाट उतार रहे हैं.
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