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Updated: 17 अप्रिल, 2020 07:32 PM
बिलाल एम जाफ़री
बिलाल एम जाफ़री
  @bilal.jafri.7
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भारत (India) में कोरोनावायरस (Coronavirus) की भयावता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि मामले बढ़कर 13387 हो गए हैं जबकि मरने वालों की संख्या 437 हो गई है (Coronavirus Deaths In India). इन आंकड़ों के सामने आने के बाद अब कहीं न कहीं देश की जनता को भी इस बात का विश्वास हो गया है कि केवल सावधानियां बरत कर ही इस बीमारी को हराया जा सकता है. वहीं जिक्र अगर सरकार का हो तो सरकार जहां एक तरफ लोगों से अपने अपने घरों में रहने को कह रही है तो वहीं सोशल डिस्टेंसिंग (Social Distancing) को लेकर बहुत सख्त है. बीमारी और ज्यादा न फैले इसलिए पहले ही पूजा जागरण, उर्स और नमाज जैसे आयोजनों के अलावा सरकार ने शादी, बारात, और बर्थडे जैसे आयोजनों पर भी रोक लगा दी थी. ये सारी बातें एक तरफ हैं और कर्नाटक (Karnataka) में पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारसवामी (HD Kumaraswamy) का परिवार एक तरफ है. इस मुश्किल वक़्त में भी कुमारसवामी से रहा नहीं गया और नियमों की अनदेखी कर उन्होंने अपने बेटे निखिल की शादी (Marraige) का भव्य आयोजन किया.

Coronavirus, Lockdown, HD Kumaraswamy, Marriageकर्नाटक में एचडी कुमारस्वामी ने लॉकडाउन के दौरान जो किया है उसके लिए उन्हें सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए

कोरोना वायरस के चलते देश में जारी लॉकडाउन के बीच कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी के बेटे और पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा के पोते निखिल कुमारस्वामी ने कांग्रेस के पूर्व मंत्री एम कृष्णप्पा की पोती रेवती से शादी की. यूं तो सावधानी के नाम पर मेहमानों की संख्या लिमिटेड थी मगर इस बात में भी कोई शक नहीं है कि इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग की भी जमकर धज्जियां उड़ाई गईं. नियमों के नाम पर यूं तो मंडप के आस पास बड़ी टीवी स्क्रीन्स लगी थीं लेकिन जब इस आयोजन की तस्वीरें देखें तो ये स्क्रीन्स केवल औपचारिकता नजर आईं.

बताते चलें कि कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु से करीब 30 किलोमीटर दूर रामनगर स्थित फॉर्महाउस में यह शादी समारोह आयोजित हुआ. समाचार एजेंसी एएनआई ने एक वीडियो जारी किया है, जिसे वहां मौजूद किसे गेस्ट ने रिकॉर्ड किया, उसमें मंडप के पास लगी टीवी स्क्रीन पर देखा जा सकता है कि किसी के चेहरे पर मास्क नहीं है और न ही सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याला रखा गया है. इसके अलावा, शादी की तस्वीरों में भी देखा जा सकता है कि मास्क पहनने और एक निश्चित दूरी बनाकर रखने के नियमों की भी अनदेखी हुई है.

इवेंट की जो तस्वीरें जारी हुई हैं अगर उनपर गौर किया जाए तो न सिर्फ कुमारस्वामी परिवार बल्कि मौके पर मौजूद लोग भी इस जानलेवा बीमारी को नजरअंदाज करते नजर आ रहे हैं. तस्वीरों में जैसा लोगों का बर्ताव है उनको देखकर लग ही नहीं रहा है कि किसी को बीमारी की परवाह है.

इस शादी के बाद राज्य सरकार की भी तीखी आलोचना हो रही है. सवाल हो रहा है कि आखिर ऐसे इवेंट को आयोजित करने की इजाजत दी जा सकती है? सवालों का जवाब देने के लिए कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री अश्वथ नारायण सामने आए हैं. उपमुख्यमंत्री के अनुसार, 'मैंने रामनगर के डिप्टी कमिश्नर से रिपोर्ट पेश करने को कहा है. अगर हमें कार्रवाई करने की आवश्यकता होगी तो मैं पुलिस अधीक्षक से बात करूंगा.

अन्यथा यह सिस्टम का पूरा मजाक होगा. इससे पहले उन्होंने कहा था कि अगर पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी अपने बेटे निखिल की शादी के दौरान दिशानिर्देशों का पालन नहीं करते पाए जाते हैं तो उनके खिलाफ बिना सोचे कार्रवाई की जाएगी. ध्यान रहे कि अभी बीते दिनों ही कर्नाटक के मुख्यमंत्री रह चुके कुमारस्वामी ने एक सार्वजनिक बयान दिया था जिसमें उन्होंने दिशानिर्देशों का पालन करने की बात की थी.

बहरहाल एक जनप्रतिनिधि द्वारा ऐसा किये जाने को लेकर सोशल मीडिया पर भी लोगों ने विरोध की आवाज बुलंद कर दी है. लोगों का कहना है कि बाहर निकलने पर लाठी हम लोग खा रहे हैं जबकि हमारे राजनेता लगातार नियमों की अनदेखी कर रहे हैं. लोगों ने केंद्र सरकार से मांग की है कि वो इनके खिलाफ सख्त से सख्त एक्शन ले.

लोगों का ये भी कहना है कि क्या कुमारस्वामी के लिए संविधान अलग है जो वो अपने मन चाहे नियम बना रहे हैं.

सोशल मीडिया पर लोग ये भी कह रहे हैं कि महामारी एक्ट के तहत कुमार स्वामी पर केस दर्ज होना चाहिए.

अब जबकि चूक का इतना बड़ा मामला एक जनप्रतिनिधि की तरफ से आया है. तो देखना दिलचस्प रहेगा कि केंद्र सरकार और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस पर क्या फैसला लेते हैं? लेकिन जो मूर्खता एक मुख्यमंत्री से हुई है और जिस तरह उन्होंने अपनी ख़ुशी के लिए दूसरों की जान जोखिम में डाली ये कई मायनों में शर्मनाक है और इसके लिए उन्हें सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए ताकि लोगों को भी इस बात का एहसास हो कि कानून की नजर में अमीर-गरीब, छोटे-बड़े, नेता-जनता सब बराबर हैं.

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लेखक

बिलाल एम जाफ़री बिलाल एम जाफ़री @bilal.jafri.7

लेखक इंडिया टुडे डिजिटल में पत्रकार हैं.

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