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Updated: 19 मई, 2019 06:31 PM
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तीर्थ यात्रा जो Loksabha Election 2019 के खत्म होने के एक दिन पहले ही हुई उसे लेकर सोशल मीडिया से लेकर टीवी चैनलों तक सभी पर हंगामा मचा हुआ है. मोदी की ध्यानमग्न तस्वीरों को कई लोग Modi Memes के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं तो मोदी समर्थक ट्विटर पर ऐसे लोगों से घमासान करने में जुटे हुए हैं. Exit Poll 2019 Live Results की सुगबुकाहट के साथ ही मोदी के केदारनाथ रेड कार्पेट इवेंट के साथ-साथ मोदी की उस गुफा की चर्चा भी होने लगी है.

केदारनाथ मंदिर से 1.5 किलोमीटर दूर स्थित उस गुफा का नाम है Rudra meditation cave. लोगों के ध्यान और अराधना करने के लिए बनाई गई इस गुफा को गढ़वाल मंडल विकास निगम द्वारा बनाया गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केदारधाम में मंदाकिनी नदी के ठीक ऊपर 18 हज़ार फ़ीट पर बनी ध्यान गुफा में 17 घंटे से ज्यादा का वक्त बिताया.

गुफा के बाहर पत्थर की दीवार है और बराम्दे से पूरा केदार पहाड़ दिखता है.गुफा के बाहर पत्थर की दीवार है और बराम्दे से पूरा केदार पहाड़ दिखता है.

इस गुफा टूरिज्म के हिसाब से बनाया गया था. वैसे तो ये गुफा पिछले साल ही बनकर तैयार हो गई थी, लेकिन इसकी बुकिंग ज्यादा नहीं हो रही थी.

गुफा में सभी मूलभूत सुविधाएं मौजूद हैं-

इस गुफा में बिजली, पानी, बाथरूम, फोन आदि सुविधाएं मौजूद हैं. पहले इस गुफा का किराया 3000 रुपए रखा गया था, लेकिन बाद में इसे कम कर 990 रुपए कर दिया गया.

गुफा के अंदर फोन और चार्जिंग प्वाइंट भी दिया गया है.गुफा के अंदर सभी मूलभूत सुविधाएं दी गई हैं.

गुफा के लिए निगम ने कम से कम तीन दिन के लिए बुकिंग का नियम बनाया था. पर हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक अब ये नियम हटा दिया गया है. हालांकि, GMVN की वेबसाइट पर अभी भी तीन दिन वाला नियम दिख रहा है.

गुफा के अंदर मूलभूत सभी सुविधाएं मौजूद हैं.गुफा के अंदर फोन और चार्जिंग प्वाइंट भी मौजूद है.

इस गुफा में 24*7 एक अटेंडेंट उपलब्ध हो सकता है. कॉल बेल लगी हुई है जिसकी मदद से अटेंडेंट को बुलाया जा सकता है. निगम की तरफ से दो वक्त की चाय, नाश्ता, दोपहर और रात का खाना भी उपलब्ध करवाया जा सकता है. 5 मीटर लंबी और 3 मीटर चौड़ी ये गुफा 12 हज़ार मीटर की ऊंचाई पर है.

गुफा के बाहर भी ध्यान लगाने की जगह है और यहां से पूरा केदार पहाड़ दिखता है.गुफा के बाहर भी ध्यान लगाने की जगह है और यहां से पूरा केदार पहाड़ दिखता है.

इस गुफा को पहाड़ पर चट्टानें काटकर बनाया गया है और खास तौर पर पीएम मोदी के आगमन के लिए CCTV भी लगाया गया था. साथ ही, मोदी के आने से पहले इस गुफा के बाहर कैंप लगाकर कई सुरक्षा गार्ड्स की व्यवस्था भी करवाई गई थी.

क्या PM मोदी से पहले कोई इस गुफा में गया है?

पीएम मोदी वो पहले इंसान नहीं हैं जो इस गुफा में ध्यान लगाने गए थे. इसके पहले महाराष्ट्र के जय शाह इस गुफा में रहे थे. जय इस साल मई में ही इस गुफा में तीन दिन के लिए रहने गए थे (9 मई 11 मई तक), लेकिन उसके बाद से अभी तक यहां कोई नहीं आया.

महाराष्ट्र के जय शाह जो इस गुफा में रुकने वाले पहले इंसान थे.महाराष्ट्र के जय शाह जो इस गुफा में रुकने वाले पहले इंसान थे.

ये गुफा भले ही पिछले साल तैयार हुई हो, लेकिन लोग इसे ज्यादा बुक नहीं करवा रहे हैं. अब ऐसी उम्मीद लगाई जा रही है कि लोग पीएम मोदी के आने के बाद इस गुफा में आना शुरू करेंगे. इस गुफा के निर्माण में साढ़े 8 लाख रुपए का खर्च आया था.

आम लोगों के लिए क्या नियम हैं इस गुफा में जाने के लिए-

आम लोग अगर पीएम मोदी की तरह इस गुफा में ध्यान लगाना चाहें तो उसके लिए GMVN की वेबसाइट द्वारा बुकिंग करवाई जा सकती है. वेबसाइट में अभी भी यही लिखा है कि ये गुफा कम से कम तीन दिन के लिए बुक करवाई जा सकती है. इसके अलावा, जो भी इंसान इस गुफा में ध्यान लगाना चाहेगा उसे दो दिन पहले गुप्तकाशी GMVN ऑफिस में रिपोर्ट करना होगा. वो इंसान गुप्तकाशी में रहेगा और उसका मेडिकल चेकअप होगा. इसके बाद ऊपर केदारनाथ आकर फिर से चेकअप होगा. अगर मेडिकल चेकअप में सब सही रहा तो ही वो इंसान इस गुफा में ध्यान लगाने जा पाएगा. गुफा में एक समय में सिर्फ एक ही इंसान ध्यान लगाने जा सकेगा. एक बार बुकिंग हो गई तो पैसा रिफंड नहीं होगा भले ही वो इंसान गुफा में रहना चाहे या न चाहे.

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