Kumar Vishwas ने दिल्ली को शराबनगरी बनाने की पटकथा सुनाई, जो आप विधायक ने पुष्ट कर दी!
दिल्ली की नई शराब नीति (New Liquor Policy) का भाजपा विरोध कर रही है. लेकिन, अरविंद केजरीवाल के पुराने साथी रहे डॉ. कुमार विश्वास (Kumar Vishwas) ने इस शराब नीति में भ्रष्टाचार के आरोप लगाकर मामले का रुख बदल दिया. जिसके बाद आप विधायक नरेश बाल्यान (AAP MLA Naresh Balyan) ने ट्वीट कर 'आ बैल मुझे मार' की कहावत चरितार्थ कर दी.
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दिल्ली में लागू हो चुकी नई आबकारी नीति के तहत अब शराब की सभी सरकारी दुकानें प्राइवेट हो गई हैं. दिल्ली के अरविंद केजरीवाल सरकार की इस नई नीति के तहत दिल्ली में शराब पीने वालों की उम्र 25 से घटाकर 21 कर दी गई है. साथ ही हर वार्ड में शराब की तीन दुकानें खोलने का नियम बनाया गया है. केजरीवाल सरकार इस नई आबकारी नीति का विरोध विपक्ष होने के नाते भाजपा तो कर ही रही है. लेकिन, अरविंद केजरीवाल सरकार इस मामले में अपने ही एक पुराने साथी डॉ. कुमार विश्वास के निशाने पर आ गई है. कुमार विश्वास ने एक ट्वीट के जरिये नई शराब नीति के सहारे दिल्ली सरकार पर करोड़ों के भ्रष्टाचार का आरोप जड़ दिया है. आसान शब्दों में कहा जाए, तो कुमार विश्वास ने दिल्ली सरकार की आबकारी नीति की पूरी पोल-पट्टी खोल कर रख दी. कुमार विश्वास ने अपने ट्वीट में बताया कि किस तरह दिल्ली में वार्ड-वार्ड मयखाना खुलवाने की राह तैयार हुई?
कुमार विश्वास ने दिल्ली सरकार की आबकारी नीति की पूरी पोल-पट्टी खोल कर रख दी.
कुमार विश्वास ने ट्वीट करते हुए लिखा कि 'पीने वालों की उम्र 21 से 18 करने और 1000 नए ठेके खुलवाने की पॉलिसी लागू करने की सिफारिश लेकर 2016 में दिल्ली शराब माफिया, दारू जमाखोर विधायक के साथ मेरे पास आया था. मैंने दुत्कार कर भगाया था और दोनों नेताओं को चेताया था. अब छोटे वाले के साले ने 500 करोड़ की डील में मामला सैट कर लिया.' वैसे, कुमार विश्वास ने अपने अंदाज में बिना किसी नेता का नाम लेते हुए इशारों में ही अपनी बात कही थी. लेकिन, इस पर आम आदमी पार्टी के एक विधायक की प्रतिक्रिया ने मामले को एक दिलचस्प मोड़ दे दिया. और, जैसी कुमार विश्वास की हाजिरजवाबी है, आम आदमी पार्टी के विधायक को उसी अंदाज में जवाब भी मिला.
पीनेवालों की उम्र 21 से 18 करने और 1000 नए ठेके खुलवाने की पालिसी लागू करने की सिफ़ारिश लेकर 2016 में दिल्ली शराब माफिया,दारू जमाख़ोर विधायक के साथ मेरे पास आया था।मैंने दुत्कार कर भगाया था और दोनों नेताओं को चेताया था।अब छोटेवाले के साले ने 500 करोड़ की डील में मामला सैट कर लिया https://t.co/xzETqY4CET
— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) January 3, 2022
दरअसल, उत्तमनगर विधानसभा से आम आदमी पार्टी के विधायक नरेश बाल्यान ने कुमार विश्वास के ट्वीट में फैक्चुअल गलतियों को लेकर उन पर हमला बोला. इतना ही नहीं नरेश बाल्यान ने इसे कुमार विश्वास की ओर से फैलाया जा रहा झूठ बता दिया. और, इसके पीछे की वजह डॉ. विश्वास को राज्यसभा न भेजा जाना बता दिया. नरेश बाल्यान ने ट्वीट करते हुए लिखा कि 'लगता है आज सुबह गलत पदार्थ का सेवन कर लिया है आपने. 2021 तक दिल्ली में शराब पीने की आयु 25 वर्ष थी, नई नीति के बाद 21 वर्ष की गई है. दूसरा तथ्य यह है कि शराब का एक भी ठेका नहीं बढ़ा है,4 कम हुए है. बाकी हमे पता है की राज्यसभा का दर्द जीवन भर रहेगा, ऐसे ही झूठ फैलाते रहें.'
लगता है आज सुबह गलत पदार्थ का सेवन कर लिया है आपने,2021 तक दिल्ली में शराब पीने की आयु 25 वर्ष थी, नई नीति के बाद 21 वर्ष की गई है,दूसरा तथ्य यह है कि शराब का एक भी ठेका नहीं बढ़ा है,4 कम हुए है,बाकी हमे पता है की राज्यसभा का दर्द जीवन भर रहेगा, ऐसे ही झूठ फैलाते रहे!! https://t.co/1XfDuY68M0
— MLA Naresh Balyan (@AAPNareshBalyan) January 3, 2022
वैसे, कुमार विश्वास ने अपनी बात बिना किसी का नाम लिए कही थी. तो, आम आदमी पार्टी के विधायक नरेश बाल्यान ने इस विवाद में एंट्री लेकर 'आ बैल मुझे मार' वाली कहावत को चरितार्थ कर दिया. नरेश बाल्यान चाह रहे थे कि वह कुमार विश्वास को निशाने पर लें. लेकिन, अपने ट्वीट की वजह से अब नरेश बाल्यान ही निशाना बन गए हैं. कुमार विश्वास ने अपने उसी अंदाज में आप विधायक नरेश बाल्यान को निपटा दिया, जैसा आमतौर पर कवि सम्मेलन के मंचों पर नजर आ जाता है. कुमार विश्वास ने ट्वीट कर लिखा कि 'चोर जो चुप ही लगा जाता तो वो कम पिटता, बाप का नाम बताने की ज़रूरत क्या थी. मैंने तो बस दारू जमाख़ोर विधायक लिखा था, तुम ही आए थे यह जताने की जरूरत क्या थी बालक?'
“चोर जो चुप ही लगा जाता तो वो कम पिटता,बाप का नाम बताने की ज़रूरत क्या थी..!” ?मैंने तो बस “दारू जमाख़ोर विधायक” लिखा था, तुम ही आए थे यह जताने की ज़रूरत क्या थी बालक ?? https://t.co/KPyVs4jZLd
— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) January 3, 2022
क्यों हो रहा है विरोध
खैर, कुमार विश्वास और आम आदमी पार्टी के बीच ये मामला लंबा खिंचना तय है. लेकिन, सबसे बड़ी बात ये है कि राजधानी दिल्ली में शराब के नए ठेके खोलने का विरोध तकरीबन हर इलाके में हो रहा है. 849 नई शराब की दुकानों के खोले जाने को लेकर दिल्ली की आरडब्लूए और कॉलोनियों के लोग सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. लोगों का कहना है कि एक वार्ड में तीन शराब की दुकानों की नीति किसी भी हाल में सही नहीं ठहराई जा सकती है. स्कूलों और मंदिरों के पास भी शराब की दुकानें खोली जा रही हैं. दरअसल, पहले दिल्ली के 272 वार्डों में से 79 में एक भी शराब की दुकान नहीं थी. मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, दिल्ली के करीब 45 वार्ड में एक से दो दुकानें थीं. लेकिन, केजरीवाल सरकार की इस नई शराब नीति में हर वार्ड में तीन दुकानें खोली जा रही हैं.
नई आबकारी नीति के तहत दिल्ली को 32 जोन में बांटकर 849 लाइसेंस आवंटित किए गए थे.
'पैसा कमाने की स्कीम' बनी शराब
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, नई आबकारी नीति के तहत दिल्ली को 32 जोन में बांटकर 849 लाइसेंस आवंटित किए गए थे. जिससे दिल्ली की जनता को हर इलाके में आसानी से शराब उपलब्ध हो सके. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली में नई आबकारी नीति के तहत शराब लाइसेंस शुल्क में वैट (VAT) जोड़ा जाएगा. थोक मूल्य पर भी आबकारी शुल्क और वैट लगाया जाएगा. वैट और आबकारी शुल्क लगाने का सीधा फायदा अरविंद केजरीवाल सरकार को बढ़े हुए राजस्व के तौर पर मिलेगा. हालांकि, वैट और आबकारी शुल्क की वजह से दिल्ली में शराब महंगी हो जाएगी. लेकिन, इससे दिल्ली सरकार का ही खजाना बढ़ेगा. नई आबकारी नीति में शराब पीने की कानूनी उम्र सीमा 25 वर्ष से घटाकर 21 वर्ष कर दी गई है. अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर दुकान और होटल पर 24 घंटे शराब की बिक्री होगी. मोबाइल एप या वेबसाइट के माध्यम से ऑर्डर कर शराब की होम डिलीवरी भी ली जा सकेगी.
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