अगर गंगा मैया लालू के आंगन तक आ जाएँ?
बिहार के 12 जिलों में 18 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हैं. प्रदेश में बाढ़ से मरने वालों की संख्या 19 हो गयी है. ऐसी स्थिति में मजाक करना न केवल क्रूर एवं वीभत्स है बल्कि अमानवीय भी है.
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बिहार में इन दिनों बाढ़ ने अपना प्रचंड रूप अख्तियार कर लिया है और प्रदेश के बहुत बड़े भूभाग में तबाही मचा रखी है. इसी सिलसिले में राष्ट्रीय जनता दाल के प्रमुख लालू यादव सोमवार को बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करने गए थे. लालू ने बाढ़ पीड़ितों से कहा, 'हर किसी को आजकल गंगा का जल नहीं मिलता. आप लोग भाग्यशाली हैं, गंगा सबको बचाएगी. आप भाग्यशाली है कि गंगा आपके घर आई है.'
लालू प्रसाद के इतना कहते ही मौके पर जमा लोग हां में हां मिलाने लगे. कोई उनसे ये नहीं पूछ पाया की लालू जी अगर गंगा मैया आपके आंगन तक आ जाएँ तो आप क्या ख़ुशी मानियेगा या जान बचा के भाग जाएंगे.
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लालू अपने मजाकिया अंदाज के लिए जाने जाते हैं. लोग जब लालू को टीवी पर बोलते देखते हैं या उनका भाषण सुनने जाते हैं तो मकसद मजा लेना ही ज्यादा होता है और कोई ज्ञान लेना कम. वो कमोवेश एक राजनितिक विदूषक हैं.
बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र का निरीक्षण करते लालू प्रसाद |
पर राजनितिक विदूषक होने के अलावा वो एक जनाधार वाले नेता हैं एवं सत्ताधारी गठबंधन के सबसे महत्वपूर्ण नेता हैं. इनके एक पुत्र उप मुख्यमंत्री हैं एवं दूसरे कैबिनेट मंत्री. खुद वह पूर्व में बिहार के मुख्यमंत्री एवं केंद्र में मंत्री भी रह चुके हैं. इस नाते उनसे अपेक्षा की जाती हैं कि वो समय की नजाकत को समझेंगे.
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बिहार में गंगा और सोन समेत अन्य प्रमुख नदियां उफान पर हैं. इनके जलस्तर में लगातार वृद्धि के कारण प्रदेश के कई इलाकों में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुयी है. इससे 12 जिलों के 18 लाख लोग प्रभावित हैं. प्रदेश में बाढ़ से मरने वालों की संख्या 19 हो गयी है. ऐसी परिस्थिति में मजाक करना न केवल क्रूर एवं वीभत्स है बल्कि अमानवीय भी है.
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एक राजनेता एवं जनता का संबंध विश्वास के डोर से बंधा होता है. जनता अपेक्षा करती है की संकट के समय उनका नेता उनकी मदद करेगा, उनकी रक्षा करेगा . उनके घावों पर मरहम लगाएगा. पर लालू यादव ने जो कहा वो एक तरह से लोगों के घाव में नमक छींटने जैसा है . अगर नेताओं की मानव संवेदना शून्य हो जाये तो जनता को भी विमुख होने में समय नहीं लगता. अगर वो जनता के अपेक्षा पर खरे नहीं उतरते तो जनता भी चुनाव के समय उनको ढेंगा दिखाने में समय नहीं लगाएंगे.
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