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Updated: 19 नवम्बर, 2022 05:28 PM
देवेश त्रिपाठी
देवेश त्रिपाठी
  @devesh.r.tripathi
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मनी लॉन्ड्रिंग मामले में दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद अरविंद केजरीवाल सरकार के मंत्री सत्येंद्र जैन का मसाज कराते एक वीडियो जमकर वायरल हो रहा है. इस वीडियो के सामने आने के बाद भाजपा ने सत्येंद्र जैन को जेल में मिल रहे वीआईपी ट्रीटमेंट को लेकर आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा है. वैसे, बताना जरूरी है कि सत्येंद्र जैन को जेल में मिल रहे वीआईपी ट्रीटमेंट को लेकर प्रवर्तन निदेशालय यानी ED ने पिछले महीने ही कोर्ट में हलफनामा दाखिल किया था. जिसके चलते तिहाड़ जेल के अधीक्षक अजीत कुमार को निलंबित किया जा चुका है.

वहीं, इस वीडियो के सामने आने के बाद दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने जेल मैनुअल और कोर्ट के आदेश का हवाला देते हुए कहा है कि 'भाजपा घटिया स्तर की राजनीति पर उतर आई है. और, एक बीमार आदमी की थेरेपी कराने के वीडियो को मसाज बता रही है. सत्येंद्र जैन को रीढ़ की हड्डी में चोट लगने की वजह से उनका इलाज किया गया था. और, डॉक्टरों ने उन्हें फीजियोथेरेपी लेने की सलाह दी थी.' हालांकि, मनीष सिसोदिया ये बताना भूल गए कि जेल मैनुएल के हिसाब से क्या सत्येंद्र जैन को दस्तावेजों के पढ़ने, एक साथ कई लोगों से मुलाकात करने, घर का खाना खाने जैसी सुविधाएं भी मिलती हैं? क्योंकि, प्रवर्तन निदेशालय ने कोर्ट में सत्येंद्र जैन पर ऐसी ही सुविधाओं का आरोप लगाया था.

Manish Sisodia defends Satyendar Jain taking VIP treatment like massage in jail which therapy will AAP take for his spineAAP संयोजक अरविंद केजरीवाल तो सत्येंद्र जैन के लिए 'भारत रत्न' की मांग भी कर चुके हैं.

कुछ दिनों पहले ही आजतक के गुजरात चुनावों से जुड़े एक कार्यक्रम में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने आरोप लगाते हुए कहा था कि 'सत्येंद्र जैन को फर्जी मामले में जेल में बंद किया गया है. सत्येंद्र जैन को गिरफ्तार कर लिया गया. लेकिन, मनी लॉन्ड्रिंग करने वाले एंट्री ऑपरेटरों को प्रवर्तन निदेशालय ने अपना दामाद बनाकर बैठा रखा है. सत्येंद्र जैन को बेल न मिल जाए, इसलिए ईडी ने जज को बदलने का अपील दाखिल कर दी.' लेकिन, हाल ही में जब सत्येंद्र जैन की जमानत याचिका को खारिज हुई, तब भी आम आदमी पार्टी सिर्फ आरोपों की ही राजनीति करने में व्यस्त रही.

जबकि, सत्येंद्र जैन की याचिका को खारिज करते हुए कोर्ट ने कहा कि 'ईडी के साक्ष्यों के आधार पर प्रथम दृष्टया लगता है कि सत्येंद्र जैन और अन्य आरोपी मनी लॉन्ड्रिंग में शामिल हैं. शेयरों की बिक्री के नाम पर धन लाया गया. और, कंपनियों के बेदाग दिखाने के लिए ऐसा किया गया. ऐसा लगता है कि सत्येंद्र जैन एक करोड़ से अधिक की मनी लॉन्ड्रिंग में शामिल रहे हैं.' कोर्ट की इस टिप्पणी के बाद अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी को क्या सीधे सुप्रीम कोर्ट नहीं चले जाना चाहिए था? 

ऐसा भी नहीं है कि अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी के पास संसाधनों की कमी है. केजरीवाल सुप्रीम कोर्ट में उपराज्यपाल और दिल्ली सरकार के अधिकारों को लेकर तो केस लड़ ही रहे हैं. अगर सत्येंद्र जैन निर्दोष ही हैं, तो उनके मामले को गंभीरता से लेते हुए सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दाखिल कर उन्हें आसानी से बाहर निकलवा सकते हैं. अरविंद केजरीवाल को प्रवर्तन निदेशालय पर भरोसा नहीं है. लेकिन, यहां समस्या ये आती है कि जब कोर्ट ने ईडी की मांग पर मामला दूसरी अदालत में ट्रांसफर कर दिया था. तो, सत्येंद्र जैन ने इस फैसले को दिल्ली हाईकोर्ट में चुनौती दी थी. जिसे हाईकोर्ट ने खारिज कर दिया था. इसके बाद सत्येंद्र जैन ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था. लेकिन, खुद ही याचिका वापस ले ली थी. अब सत्येंद्र जैन ने ऐसा क्यों किया, ये तो जैन या फिर अरविंद केजरीवाल ही बता सकते हैं?

वैसे, सत्येंद्र जैन के इस वीडियो के लीक होने के मामले में आम आदमी पार्टी ने कानूनी कार्रवाई किए जाने की बात कही है. अगर आम आदमी पार्टी ऐसा करती है. तो, इसे फायदा उठाने की कोशिश के तौर पर ही देखा जाएगा. क्योंकि, ईडी ने तो पहले ही कोर्ट में इन तमाम बातों को लेकर हलफनामा दाखिल कर रखा है. इसे नकारने से क्या ही हासिल हो जाएगा? वीडियो को जानझकर लीक किया गया है, ये साबित हो जाने से सत्येंद्र जैन को जेल में मिल रहे वीआईपी ट्रीटमेंट के आरोप खत्म नहीं हो जाएंगे. जबकि, आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल तो खुद ही वीआईपी कल्चर को खत्म करने के बड़े समर्थक रहे हैं. खैर, यहां देखना दिलचस्प होगा कि जेल में मसाज लेते सत्येंद्र जैन का बचाव करती AAP अपनी रीढ़ के लिए कौन सी थेरेपी लेगी?

लेखक

देवेश त्रिपाठी देवेश त्रिपाठी @devesh.r.tripathi

लेखक इंडिया टुडे डिजिटल में पत्रकार हैं. राजनीतिक और समसामयिक मुद्दों पर लिखने का शौक है.

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