सिर्फ एक ट्वीट से फडणवीस ने साबित किया कि यदि नवाब मलिक सेर हैं तो वो सवा सेर!
Mumbai Drugs Case के बाद किसी चोट खाई इच्छाधारी नागिन की तरह बर्ताव कर रहे हैं नवाब मलिक ने समीर वानखेड़े के बाद अब पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को अपने निशाने पर लिया है. लेकिन क्योंकि फडणवीस राजनीति के माहिर खिलाड़ी हैं उन्होंने नवाब को एक ऐसा ट्वीट किया है जिसके बाद सारी बहस पर विराम लग गया है.
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देश और पेट्रोल, डीजल, महंगाई, किसान आंदोलन जैसे देश के मुद्दे एक तरफ एनसीपी नेता और उद्धव सरकार में मंत्री नवाब मलिक और मुंबई ड्रग्स केस दूसरी तरफ. आर्यन खान के कंधे पर बंदूक रखकर एनसीबी के अधिकारी समीर वानखेड़े के बाद अब नवाब का अगला टारगेट महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस हैं. मुंबई ड्रग्स केस प्रकाश में आने के बाद से ही अपने खुलासों के लिए समर्थकों से वाह-वाह और विरोधियों से गालियां सुनते नवाब मलिक ने अब देवेंद्र को लेकर बड़ा खुलासा किया है और कहा है कि फडणवीस की ही शय पर समीर वानखेड़े को बचाया जा रहा है. लड़ाई क्योंकि वर्चस्व के अलावा अपने को श्रेष्ठ दिखाने की है तो अभी बीते दिनों ही देवेंद्र फडणवीस ने नवाब मलिक पर तमाम संगीन आरोप लगाए थे. अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को खारिज करते हुए नवाब मलिक ने पूर्व मुख्यमंत्री पर ही आरोपों की झड़ी लगा दी और यह तक कहा कि फडणवीस जाली नोटों के धंधे को बढ़ावा दे रहे थे और उनके इशारे पर मुंबई में उगाही हो रही थी. नवाब मलिक और देवेंद्र फडणवीस का वाक युद्ध निर्णायक मोड़ पर अभी आया भी नहीं है ऐसे में एक ट्वीट के जरिये देवेंद्र फडणवीस ने नवाब मलिक को साफ संकेत दे दिए हैं कि यदि नवाब सेर हैं तो वो भी सवा सेर से कम नहीं हैं.
ट्वीट के बाद नवाब मलिक और देवेंद्र फडणवीस के बीच चल रही लड़ाई निर्णायक मोड़ पर आ गयी है
अपनी प्रेस कांफ्रेंस में मलिक ने आरोप लगाया था कि देवेंद्र फडणवीस के दाऊद इब्राहिम के करीबी रियाज भाटी से संबंध हैं. इसके अलावा मलिक का ये भी आरोप था कि देवेंद्र फडणवीस के मुख्यमंत्री रहते हुए महाराष्ट्र में जाली नोटों का धंधा फला-फूला. बात फडणवीस द्वारा नवाब मलिक को दिये जवाब की हुई है तो बताते चलें कि फडणवीस ने मशहूर आइरिश प्लेराइट जॉर्ज बर्नाड शॉ की पंक्तियों को ट्वीट किया है.
यदि इन पंक्तियों के अनुवाद किया जाए तो इसका अनुवाद कुछ यूं है कि, 'आज का विचार, मैंने बहुत समय पहले सीखा था, कभी सुअर से लड़ाई मत करो. इससे आप गंदे हो जाएंगे लेकिन सुअर इसे पसंद करेंगे.
Thought of the day ?? pic.twitter.com/PkLiHS3GVW
— Devendra Fadnavis (@Dev_Fadnavis) November 10, 2021
चूंकि इस पूरे बवाल की जड़ मुंबई ड्रग्स केस है तो ये बताना भी बहुत जरूरी है कि अभी बीते दिनों ही नवाब मलिक ने सवाल पूछा था कि, 'रियाज भाटी कौन है? वह डबल पासपोर्ट के साथ पकड़ा गया और दाऊद का करीबी है. लेकिन उसे सिर्फ दो दिन में ही छोड़ दिया. उसे बीजेपी के कार्यक्रमों में आपके (देवेंद्र फडणवीस के) साथ देखा गया.
राष्ट्रवादी काँग्रेसचे राष्ट्रीय प्रवक्ते ना. नवाब मलिक यांच्या पत्रकार परिषदेचे थेट प्रक्षेपण https://t.co/4fHBSM4Lln
— Nawab Malik نواب ملک नवाब मलिक (@nawabmalikncp) November 9, 2021
मलिक ने पूरे कॉन्फिडेंस से इस बात को भी दोहराया है कि रियाज भाटी को पीएम के कार्यक्रम का पास तक मिला. वहीं नवाब मलिक ने ये भी कहा कि देवेंद्र फडणवीस ने साल 2016 में हुई नोटबंदी के बाद राज्य में जाली नोटों के धंधे को संरक्षण दिया. मलिक के अनुसार फडणवीस ने ये सब समीर वानखेड़े की मदद से किया, जो उस समय डीआरआई में काम कर रहे थे.
जिक्र चूंकि नवाब मलिक और देवेंद्र फडणवीस के बीच चल रही कैट फाइट का हुआ है तो हमारे लिए उन आरोपों पर चर्चा करना भी बहुत जरूरी हो जाता है जो महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने नवाब मलिक पर लगाए थे. देवेंद्र का कहना है कि मलिक के बेटे का अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के साथ लिंक है.
फडणवीस के अनुसार नवाब मलिक ने अंडरवर्ल्ड के उन लोगों से जमीन खरीदी थी, जो कि 93 के बम ब्लास्ट केस में दोषी पाए गए थे. उन्होंने सवाल किया कि आखिर नवाब मलिक ने मुंबई में बम धमाके करने वालों से क्यों जमीन खरीदी? मामले में दिलचस्प ये है कि अपने आरोपों में देवेंद्र फडणवीस ने नेशनल सिक्योरिटी का मुद्दा उठाया है.
ध्यान रहे देवेन्द्र फडणवीस ने अपनी पत्रकार वार्ता की शुरुआत में ही इसका जिक्र किया था कि आज मैं जो कहूंगा वह बहुत गंभीर और राष्ट्र की सुरक्षा से जुड़ा हुआ मसला है.
बहरहाल मुद्दा देवेंद्र और नवाब मलिक के आरोप नहीं है. मुद्दा है देवेंद्र का नवाब को जवाब देने के लिए जॉर्ज बर्नाड शॉ के कोट को उठाना और नवाब मलिक की तुलना सुअर से करना. इसलिए सारे देश को इंतजार है कि अब मामले के मद्देनजर नवाब मलिक का अगला दांव क्या होगा? क्या वो ईंट का जवाब पत्थर से दे पाएंगे? बाकी जिस तरह नवाब के नहले पर देवेंद्र ने दहला जड़ा है तस्दीख हो गयी है कि वो राजनीति के माहिर खिलाड़ी यूं ही नहीं कहे जाते.
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