गॉगल पहने कलेक्टर ने मोदी से मिलाया हाथ, फिर...
क्या ब्रांडेड शर्ट और चश्मा पहनने पर भी नोटिस मिल सकता है? बाकियों के लिए तो नहीं, पर जो सिविल सेवा में हैं उनके लिए जवाब है - हां.
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क्या ब्रांडेड शर्ट और चश्मा पहनने पर भी नोटिस मिल सकता है? बाकियों के लिए तो नहीं, पर जो सिविल सेवा में हैं उनके लिए जवाब है - हां. खबर है कि बस्तर के कलेक्टर अमित कटारिया को शासन की ओर से नोटिस थमा दिया गया है. हालांकि, कटारिया ने ऐसे किसी नोटिस से इंकार किया है. छत्तीसगढ़ सरकार ने कटारिया से उनके पहनावे को लेकर आपत्ति जताई है. कटारिया पर प्रोटोकॉल के उल्लंघन का आरोप लगा है.
क्या है पूरा मामला?
बात 9 मई की है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी छत्तीसगढ़ के दौरे पर थे. जगदलपुर एयरपोर्ट पर प्रधानमंत्री की अगुवाई के लिए बस्तर के कलेक्टर भी पहुंचे. बीजेपी नेताओं के साथ कलेक्टर कटारिया ने भी प्रधानमंत्री से हाथ मिलाया. इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कलेक्टर के पहनावे को लेकर मुख्यमंत्री रमन सिंह के सामने कमेंट भी किया था. शायद मौके की नजाकत को देखते हुए उस वक्त तो कलेक्टर को कुछ नहीं कहा गया. छत्तीसगढ़ के चीफ सेकेट्री ने इसे प्रोटोकॉल के तहत उचित नही माना और वाकये के हफ्ते भर बाद कटारिया को कारण बताओ नोटिस थमा दिया गया.
ये क्या ड्रेस सेंस है? |
क्या है नोटिस में?
'दिनांक 9 मई 2015 को जगदलपुर में माननीय प्रधानमंत्री जी का आगमन हुआ. नियम के मुताबिक जिला कलेक्टर के रूप में आपने उनकी अगवानी की. लेकिन आपने सही रस्मी पोशाक नहीं पहनी थी. आपका ये कृत्य ऑल इंडिया सर्विसेस कंडक्ट का उल्लंघन है. इसके लिए आपको सचेत किया जाता है, भविष्य में इस प्रकार का कृत्य न करें जो अखिल भारतीय सेवा अधिकारी की गरिमा के अनुरूप ना हो.'
क्या कहता है प्रोटोकॉल?
ऑल इंडिया सर्विस (कंडक्ट) रूल्स 1968 के प्रावधानों के तहत अखिल भारतीय सेवा के अधिकारियों के लिए ड्रेस कोड तय किए गए हैं. ट्रेनिंग के अलावा गणतंत्र दिवस, स्वंतत्रता दिवस, राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और राज्यपाल के आगमन सहित तमाम मौकों पर कौन सी ड्रेस पहननी है, वह पहले से ही निर्धारित है. नियम के मुताबिक रस्मी पोशाक पहनना सबके लिए जरूरी है.
क्या कहते हैं मुख्यमंत्री?
इस मामले में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह का कहना है कि नए अफसरों को सिविल सेवा आचरण संहिता को गंभीरता से लेना चाहिए. एक समान्य जो परिपाटी होती है उसमें नए कलेक्टरों को सावधान किया जाता है कि प्रधानमंत्री के दौरे के समय प्रोटोकॉल क्या क्या रहता है. रमन सिंह की नजर में ये कार्रवाई अफसर को समझाने की एक कोशिश भर है.
चीन के म्युजियम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का काला चश्मा ट्विटर पर खूब चर्चा में रहा. अब बस्तर के कलेक्टर का चश्मा भी कतार में है. सिविल सेवा के नए अफसरों के लिए जहां ये खबर एक सबक है वहीं तैयारियों में जुटे छात्रों के लिए ये बात पहले से ही आगाह करनेवाली बात है.
(बस्तर से करीम उद्दीन के साथ सुनील नामदेव की रिपोर्ट पर आधारित)
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