शहबाज शरीफ ने क्या पाकिस्तान की बेइज्जती करा दी? PTI तो पीछे ही पड़ गई
पाकिस्तान (Pakistan) के पीएम शहबाज शरीफ (Shehbaz Sharif) इन दिनों उज्बेकिस्तान के समरकंद में चल रहे शंघाई सहयोग संगठन शिखर सम्मेलन (SCO Summit) में शिरकत कर रहे हैं. शहबाद शरीफ ने इस दौरान दुनिया के कई बड़े नेताओं से मुलाकात की. लेकिन, खुद को 'सेंट्रल ऑफ अटेंशन' बताना शरीफ को भारी पड़ गया.
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पाकिस्तान एक ऐसा देश है, जिसे अगर कोई इज्जत ना भी दे. तो, वह खुद को ही इज्जत देकर अपनी हौसला अफजाई कर लेता है. और, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन में शामिल होने के दौरान ऐसा ही किया. दरअसल, पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ इन दिनों उज्बेकिस्तान के समरकंद में चल रहे शंघाई सहयोग संगठन शिखर सम्मेलन में शिरकत कर रहे हैं. शहबाज शरीफ की इस यात्रा को उनकी पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज) यानी पीएमएलएन जमकर प्रचारित कर रही है. और, एससीओ समिट के दौरान की एक तस्वीर को पीएमएलएन ने ट्विटर पर शेयर करते हुए दावा किया है कि 'चार सालों के लंबे इंतजार के बाद आखिरकार पाकिस्तान को वो नेता मिल गया, जिसकी दुनिया भी इज्जत करती है.' इस तस्वीर में सभी नेताओं को ब्लैक एंड व्हाइट कर शहबाज शरीफ को उभारा गया था.
After 4 long years, Pakistan finally gets a leader who commands global respect.??? pic.twitter.com/cOcNdfAg8b
— PML(N) (@pmln_org) September 15, 2022
लेकिन, शहबाज शरीफ की पार्टी ने जिस गर्मजोशी के साथ इस तस्वीर को शेयर किया था. कुछ ही देर में उसकी हवा पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी ने निकाल दी. और, इसे बदले की तरह ही देखा जाना चाहिए. क्योंकि, शहबाज शरीफ पर ही इमरान खान की सरकार को गिराने का आरोप लगता है. पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ यानी पीटीआई ने शहबाज शरीफ का वीडियो ट्वीट कर उनकी छीछालेदर कर दी. इस वीडियो में पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ शंघाई सहयोग संगठन शिखर सम्मेलन में शामिल हुए नेताओं में सबसे पीछे नजर आते हैं. पीटीआई ने ट्वीट करते हुए लिखा कि 'सोशल मीडिया को चार घंटे लगे पीएमएलएन द्वारा शहबाज शरीफ के फेक प्रोजेक्शन का खुलासा करने में. इस वीडियो में सच्चाई है. वो सबसे आखिरी थे, जिन्हें खाना चखने के लिए बुलाया गया. एक समय था, जब सच में हमारे पीएम चर्चा का केंद्र रहते थे.'
It took 4 hours for Social Media to bust PMLN's fake projection of Shahbaz Sharif as center of attention. This video contains the truth ... he was one of the last ones invited to taste food. There was a time when our PM was the real center of attention. #MissYouPMImranKhan pic.twitter.com/JncTfQO2Zl
— PTI (@PTIofficial) September 15, 2022
इस ट्वीट के बाद तो पाकिस्तान में पीटीआई समर्थकों ने सोशल मीडिया पर शहबाज शरीफ के साथ ही उनकी पार्टी पीएमएलन की मौज लेना शुरू कर दिया. शरीफ का ये वीडियो धड़ाधड़ शेयर किया जाने लगा. इसी बीच शहबाज शरीफ का एक और वीडियो सामने आ गया. जिसके साथ दावा किया जाने लगा कि शरीफ ने पाकिस्तान की बेइज्जती करा दी.
शहबाज शरीफ के सियासी प्रतिद्वंदी इमरान खान की पार्टी ने उनकी बेइज्जती करने में कोई कसर नहीं छोड़ी.
दरअसल, इस वीडियो में पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ बातचीत करते नजर आ रहे हैं. लेकिन, इस दौरान बार-बार उनके कान से ईयरपीस निकल जा रहा था. जो लोग नहीं जानते हैं, उन्हें बता दें कि ऐसी बैठकों के दौरान बातचीत के लिए ईयरपीस का इस्तेमाल होता है. जिससे सामने वाले नेता की कही बात अनुवाद के साथ दूसरे नेता को सुनाई देती है. लेकिन, इस बैठक में ये ईयरपीस कई बार शहबाज शरीफ के कान से गिरता रहा. और, इसे देखकर व्लादिमीर पुतिन मुस्काए बिना नहीं रह सके.
اس چور ٹبر نے دنیا میں ہمشہ پاکستان بےعزتی ہی کروائی۔۔ اللہ پاکستان کو اس عذاب سے نجات دے امین#امپورٹڈ_حکومت_نامنظور @OfficialDGISPR @CMShehbaz @BBhuttoZardari @ImranRiazKhan @ImranKhanPTI pic.twitter.com/cfdxyn9F25
— #امپورٹڈ_حکومت_نامنظور (@MianVirgo) September 15, 2022
इस ट्वीट को भी इमरान खान की पार्टी के समर्थकों ने जमकर वायरल कर दिया. इस वीडियो को शेयर करते हुए कहा जा रहा है कि शहबाज शरीफ ने पुतिन के सामने पाकिस्तान की बेइज्जती करा दी. वैसे, इस वीडियो के साथ लोग पीएमएलएन के नेता नवाज शरीफ का भी एक वीडियो शेयर कर रहे हैं. जिसमें नवाज शरीफ अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा से बातचीत करते दिखाई पड़ रहे हैं. इस वीडियो में पहले नवाज शरीफ गलत अंग्रेजी बोलते हैं. और, फिर ऑन कैमरा ही बराक ओबामा को खाने के बारे में जानकारी देने लगते हैं. कहना गलत नहीं होगा कि भले ही शहबाज शरीफ ने पाकिस्तान की बेइज्जती कराई हो या नहीं. लेकिन, इमरान खान की पार्टी पीटीआई उनके पीछे हाथ धोकर पड़ गई है.
इधर, भारत में पीएम मोदी की आंखों पर कांग्रेस की नजर
वैसे, एससीओ समिट में सबकी नजरें भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर ही टिकी हुई हैं. दरअसल, इस दौरान पीएम नरेंद्र मोदी की मुलाकात रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से होनी है. गलवान घाटी में हिंसक सैन्य झड़प होने के बाद ये पहला मौका होगा, जब पीएम नरेंद्र मोदी चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ बातचीत करेंगे. बता दें कि कुछ दिनों पहले ही लद्दाख सीमा के एक हिस्से पर भारत-चीन के बीच जारी गतिरोध कम हुआ है. वहीं, रूस-यूक्रेन के बीच लंबे समय से जारी युद्ध के बीच व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात को भी अहम माना जा रहा है. क्योंकि, भारत और रूस के संबंधों को देखते हुए दुनियाभर को उम्मीद है कि शायद रूस-यूक्रेन युद्ध का कोई हल निकल आए.
खैर, एससीओ समिट के नतीजे क्या रहेंगे, इसका फैसला तो भविष्य में ही होगा. लेकिन, कांग्रेस पार्टी इस मौके पर भी राजनीति करने से बाज नहीं आई. कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने पीएम मोदी की तस्वीर पर तंज कसते हुए ट्वीट किया कि 'पीएम मोदी और विदेश मंत्रालय की खराब शुरुआत. हमारे मजबूत देश भारत को एक किनारे पर खड़ा कर दिया है और दूसरे किनारे पर पाकिस्तान है. मुझे लाल आंख नहीं बल्कि बंद आंख दिखाई दे रही है.'
A poor show at the beginning from Ministry of External Affairs and Prime Minister Modi. Our strong nation India is positioned at the extreme end and balanced by Pakistan at the opposite end. मुझे लाल आँख नहीं बल्कि बंध आँख दिखाई दे रहा है | https://t.co/LbZb8X88P2
— Gaurav Gogoi (@GauravGogoiAsm) September 16, 2022
गौरव गोगोई अपने इस ट्वीट के बाद भाजपा के निशाने पर आ गए. और, आलोचना होने पर भड़के गौरव गोगोई ने सिलसिलेवार कई ट्वीट कर डाले. गोगोई ने लिखा कि 'मैं अपनी बात को फिर से दोहराता हूं. भारतीय ध्वज की गरिमा, क्षेत्रीय अखंडता और आर्थिक क्षमता की रक्षा करना प्रधानमंत्री का कर्तव्य है. पीएम मोदी इन सभी मोर्चों पर विफल रहे हैं. चीन ने पीएम मोदी पर दबाव बनाकर भारतीय जमीन को बफर जोन बना दिया. और, भारतीय सेना उस जगह से हटा दी गई, जहां कई दशकों से पेट्रोलिंग की जाती रही थी. गलवान घाटी की हिंसक झड़प के बावजूद चीन ने पीएम मोदी पर दबाव बनाकर अपने देश से व्यापार को बढ़वा दिया और भारतीय पैसों से चीन की अर्थव्यवस्था मजबूत हुई. ऐसी फोटो-ऑप्स पर पहले से ही बातचीत की जाती है. और, पीएम व विदेश मंत्रालय मेजबान देश से आग्रह करने में विफल रहे हैं कि भारत की क्षमता रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण सहयोगी की है. पीएम मोदी और भाजपा सरकार के तहत भारत के रणनीतिक हितों को नुकसान हो रहा है.'
China has pressed upon PM Modi to create a buffer zone on Indian soil and withdraw Indian army from territory it used to patrol for many decades -2
— Gaurav Gogoi (@GauravGogoiAsm) September 16, 2022
भाजपा नेता शहजाद पूनावाला ने गौरव गोगोई पर पलटवार करते हुए राहुल गांधी की एक तस्वीर शेयर की है. जिसमें राहुल गांधी के पीछे चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी खड़ी हैं. इस तस्वीर में राहुल गांधी कुछ कागजों पर साइन करते दिख रहे हैं. शहजाद पूनावाला ने सवाल उठाते हुए लिखा है कि 'गौरव गोगोई- क्या राहुल गांधी चीन के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर कर उसे लाल आंख दिखा रहे हैं या डोकलाम विवाद के समय उनके साथ चीनी फूड खा रहे हैं? क्या उनके परिवार ने अक्साई चिन देते समय लाल आंख दिखाई थी? राहुल गांधी फाउंडेशन में चीनी चंदे के साथ? मेजबान देश द्वारा तय प्रोटोकॉल पर राजनीति करना अपरिपक्वता की निशानी है. कांग्रेस को मोदी-विरोध के चक्कर में देश-विरोध नहीं करना चाहिए.'
Gaurav Gogoi - is Rahul Ji showing “lal ankh” by signing MoU with China or by eating Chinese food with them during Doklam? Did his family show “lal ankh” by giving up AkSai Chin ? By Chinese Chanda into RGF? Playing politics over protocol decided by host nation is immature pic.twitter.com/E8HdzSpo2E
— Shehzad Jai Hind (@Shehzad_Ind) September 16, 2022
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