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Updated: 30 सितम्बर, 2018 07:28 PM
अनुज मौर्या
अनुज मौर्या
  @anujkumarmaurya87
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अभी तक तो सीमा पर कभी युद्ध विराम का उल्लंघन किया जाता था तो कभी आतंकी घुसपैठ हो रही थी, लेकिन अब पाकिस्तान ने भरी दोपहरी में हेलिकॉप्टर लेकर भारत की सीमा में घुसपैठ की हिमाकत की है. इसे देखकर कोई भी ये समझ सकता है कि वह बातचीत के मूड में तो बिल्कुल नहीं है. हर बार नियमों का उल्लंघन करना पाकिस्तान की फितरत बनता जा रहा है. पाकिस्तान की तरफ से इस हरकत पर न तो कोई माफीनामा सामने आया है ना ही कोई सफाई. यानी पाकिस्तान के इस हेलिकॉप्टर के भटकने की संभावनाएं भी खारिज होती हैं और इस बात की पुष्टि हो जाती है कि जानबूझ कर इस हेलिकॉप्टर को भारतीय सीमा में दाखिल किया गया था. लेकिन सवाल ये उठता है कि क्यों?

पाकिस्तान, जम्मू और कश्मीर, आतंकवाद, सर्जिकल स्ट्राइकपाकिस्तान की तरफ से इस हरकत पर न तो कोई माफीनामा सामने आया है ना ही कोई सफाई.

ये कोई चेतावनी तो नहीं?

कुछ दिन पहले ही सर्जिकल स्ट्राइक का एक और वीडियो सामने आया था. सर्जिकल स्ट्राइक में भारतीय सेना ने पाकिस्तान में घुसकर वहां चल रहे कई आतंकी ठिकानों को तबाह किया था. सर्जिकल स्ट्राइक में तो भारतीय सेना रात के अंधेरे में पाकिस्तान में घुसी थी, लेकिन पाकिस्तानी हेलिकॉप्टर तो दिन-दहाड़े ही भारतीय सीमा में घुस आया. सेना के जवानों ने हेलिकॉप्टर पर गोलियां भी चलाईं, जिसके बाद वह वापस लौट गया. इसे क्या समझा जाए? क्या पाकिस्तान दिन-दहाड़े भारत की सीमा में घुसकर हमें कोई चेतावनी देना चाहता है? क्योंकि अगर वह गलती से सीमा में घुसा होता तो अब तक इसकी सफाई तो बेशक दे देता.

सर्जिकल स्ट्राइक की योजना तो नहीं?

29 सितंबर 2016 की रात सर्जिकल स्ट्राइक किए जाने के बाद से लेकर अब तक मोदी सरकार लगातार अपनी चुनावी रैलियों में इसका जिक्र करती रही है, जो पाकिस्तान की आंखों में खटकता है. आतंकवाद के खिलाफ मोदी सरकार की ओर से लड़ी जा रही जंग में सर्जिकल स्ट्राइक सबसे बड़ी सफलता कही जा सकती है. लेकिन इससे पाकिस्तान का बहुत नुकसान हुआ है. न केवल वहां अवैध रूप से चल रहे आतंकी ठिकाने तबाह हुए, बल्कि वैश्विक पटल पर भी पाकिस्तान अलग-थलग सा हो गया है. कहीं ऐसा तो नहीं कि जिस हमले के जवाब में सर्जिकल स्ट्राइक हुई है, पाकिस्तान की ओर से फिर वैसा ही कोई हमला करने की तैयारी की जा रही है?

हेलिकॉप्टर से आ रही है साजिश की बू

यहां बात हो रही है 18 सितंबर 2016 को हुए उरी हमले की, जिसमें हमारी सेना के करीब 19 जवान शहीद हो गए थे. आतंकियों ने उरी में सेना के जवानों पर गोलीबारी कर दी थी, जिसके बाद सर्जिकल स्ट्राइक की गई थी. संभव है कि यह हेलिकॉप्टर रेकी के मकसद से आया हो. दरअसल, यह भी खबरें हैं कि उस हेलिकॉप्टर में पीओके के प्रधानमंत्री फारूक हैदर सवार थे. आखिर इतने बड़े ओहदे पर बैठा शख्स इस तरह की हरकत क्यों करेगा? जबकि उसे पता है कि इसमें जान का खतरा है. सीमा में दाखिल हुए इस हेलिकॉप्टर से साजिश बू आना लाजमी है. आपको बता दें कि नियमों के अनुसार कोई भी रोटर वाला जहाज नियंत्रण रेखा के 1 किलोमीटर नजदीक नहीं आ सकता है और बिना रोटर का कोई भी विमान इसके 10 किलोमीटर के दायरे में नहीं आ सकता है.

पाकिस्तान आतंकियों की पनाहगार है, ये बाद अब दबी-छुपी नहीं है. हाफिज सईद की पार्टी का पाकिस्तान चुनाव में मैदान में होना ये दिखाता है कि वहां अपराधियों को कितनी सहुलियत मिल रही है. पाकिस्तानी सेना कितनी बेरहम है, इसकी कहानी पहले शहीद हेमराज के शव ने बयां की थी और कुछ दिन पहले ही शहीद नरेंद्र सिंह के शव ने की है. सीमा पर गोलीबारी तो पाकिस्तान के लिए आम बात है, ऐसे में पाकिस्तान हेलिकॉप्टर लेकर सीमा के अंदर घुसा है, तो कोई मकसद तो जरूर होगा. लेकिन ये मकसद क्या है, इसका अभी तक पता नहीं लग सका है. खुफिया एजेंसियां अपने काम पर लग तो गई हैं, लेकिन समय रहते पाकिस्तान के मंसूबों को भांप नहीं सके तो हो सकता है कि पाकिस्तान एक बार फिर अपने किसी नापाक मंसूबे को अंजाम दे दे.

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