प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमेरिका और मिस्र दौरे के मायने क्या हैं?
अपनी इस यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिका के अलावा, मिस्त्र के साथ भी कई महत्वपूर्ण समझौते किये हैं. बता दें कि इस दौरान उन्हें मिस्र के सर्वोच्च राजकीय सम्मान ‘ऑर्डर ऑफ नाइल’ से सम्मानित किया गया था.
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भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हाल ही में अमेरिका और मिस्र की अपनी राजकीय यात्रा से लौटे हैं. उनकी यह यात्रा कई मायनों में ख़ास रही है. एक ओर, उन्होंने अमेरिका के साथ तकनीक, रक्षा, अंतरिक्ष विज्ञान जैसे कई क्षेत्रों में महत्वपूर्ण समझौते किये. तो, वहीं दूसरी ओरमिस्र के साथ भी कृषि सहित अन्य क्षेत्रों में अहम समझौते हुए हैं. उनकी इस यात्रा ने चीन को भी चिन्ता में डाल दिया है. विदेश नीति और राष्ट्रीय सुरक्षा के अलावा, उनकी यह यात्रा हमारी अर्थव्यवस्था के दृष्टिकोण से भी बेहद महत्वपूर्ण रहा है. गौरतलब है कि गूगल ने भी भारत में डिजिटलाइजेशन को बढ़ावा देने के लिए 10 बिलियन डॉलर के निवेश का ऐलान किया है, तो वहीं, अमेजन ने 15 बिलियन डॉलर के निवेश की हामी भरी है.
अमेरीकी राष्ट्रपति बाइडेन के साथ भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
आइये इस लेख में जानते हैं प्रधानमंत्री मोदी के इस दौरे के मायने...
रक्षा सौदा
प्रधानमंत्री मोदी की अमेरिका यात्रा के दौरान सबसे महत्वपूर्ण सौदा रक्षा क्षेत्र में हुआ है. बता दें कि अमेरिका की लोकप्रिय कंपनी जनरल इलेक्ट्रिक और हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड के बीच हुए समझौता ज्ञापन के अंतर्गत भारत को अमेरिका की सबसे अत्याधुनिक जेट इंजन तकनीक मिल सकेगी. जेट इंजन एफ 414 के संयुक्त निर्माण से दोनों देशों को फायदा होगा.
अमेरिका जाना होगा आसान
इस यात्रा के दौरान अमेरिका के राष्ट्रपति बाइडेन ने स्पष्ट रूप से कहा है कि भारतीय श्रमिकों के लिए अमेरिकी वीजा पाना और उनका रीन्यूवल बेहद आसान कर दिया जाएगा. इसके लिए घरेलू स्तर पर एक पायलट कार्यक्रम की भी शुरुआत की जाएगी.
सेमीकंडक्टर डील
अमेरिकी मेमोरी चिप कंपनी माइक्रोन टेक्नोलॉजी ने गुजरात में चिप असेंबली और टेस्टिंग फैसिलिटी के लिए 825 मिलियन डॉलर निवेश करने का ऐलान किया है. इस निवेश से 5,000 से भी अधिक रोजगार सृजन होंगे.
टेस्ला के साथ समझौता
अपने अमेरिका यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने दुनिया के सबसे बड़े उद्यमी एलन मस्क से भी भेंट की. इस भेंट के बाद मस्क ने भारत में मैल्युफैक्चरिंग यूनिट लगाने का ऐलान किया है. इस समझौते के अंतर्गत टेस्ला भारत में 3 से 5 बिलियन डॉलर का निवेश कर सकती है.
गूगल द्वारा 10 बिलियन डॉलर का निवेश
अपनी यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने गूगल के सीईओ सुंदर पिचई से भी भेंट की. इसके बाद, गूगल ने भारत में डिजिटलाइजेशन को बढ़ावा देने के लिए 10 बिलियन डॉलर के निवेश का ऐलान किया. इस दौरान गूगल ने गुजरात स्थित गिफ्ट सिटी में अपना फिनटेक सेंटर भी खोलने का ऐलान किया.
अमेजन करेगा 15 बिलियन डॉलर का निवेश
अमेजन भारत में 11 बिलियन डॉलर का निवेश पहले ही कर चुका है. प्रधानमंत्री मोदी से मिलने के बाद, कंपनी के सीईयओ एंड्रयू जेसी ने यहाँ अतिरिक्त 15 बिलियन का निवेश करने की अपनी योजना के बारे में जानकारी दी. इस निवेश का उद्देश्य छोटे और मध्यम आकार के बिजनेस को सहायता प्रदान करते हुए, अधिक से अधिक लोगों को रोजगार प्रदान करना है.
क्रिटिकल मिनिरल पार्टनरशिप
भारत, अमेरिका के नेतृत्व में मिनिरल सिक्योरिटी पार्टनरशिप में अपनी जगह बनाने में कामयाब रहा है. बता दें कि इस समझौते में यूरोपीय संघ के अलावा 12 अन्य भागीदार देश भी हैं. इस समझौते के अंतर्गत भारत की एप्सिलॉन कार्बन लिमिटेड ग्रीनफील्ड इलेक्ट्रिक व्हीकल बैटरी कंपोनेंट फैक्ट्री में 650 मिलियन डॉलर का निवेश करेगी, जिसमें 5 वर्षों के दौरान 500 से अधिक कर्मचारियों रोजगार मिलेगा.
अपनी इस यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिका के अलावा, मिस्त्र के साथ भी कई महत्वपूर्ण समझौते किये हैं. बता दें कि इस दौरान उन्हें मिस्र के सर्वोच्च राजकीय सम्मान ‘ऑर्डर ऑफ नाइल’ से सम्मानित किया गया था.
यदि हम बात भारत और मिस्त्र के बीच हुए समझौतों की करें, तो इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी के साथ 4 महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर किए. इस प्रयास से दोनों देशों की रणनीतिक साझेदारी, कृषि, स्मारकों की सुरक्षा जैसे कई क्षेत्रों को एक उल्लेखनीय गति प्राप्त होगी.
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