राहुल गांधी मध्यप्रदेश जाकर इतने कंफ्यूज क्यों हो गए?
मध्य प्रदेश में चुनाव हैं और राहुल गांधी प्रचार के दौरान कन्फ्यूज हुए हैं. ऐसे में डर बस इस बात का है कि कहीं उनका ये कंफ्यूजन पार्टी की परफॉरमेंस पर असर न डाले और इसकी उसे भारी कीमत न चुकानी पड़े.
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कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी 29 और 30 अक्टूबर को मध्यप्रदेश के चुनावी दौरे पर थे. एमपी में 28 नवम्बर को चुनाव होने हैं. यह चुनाव कांग्रेस और भाजपा दोनों के लिए अहम है. भाजपा यहां 15 सालों से सत्ता पर काबिज है जिसे बचाने की चुनौती है. वहीं कांग्रेस के लिए भी यह चुनाव करो या मरो वाला है. कांग्रेस को पता है कि इस राज्य का प्रदर्शन ही आनेवाले लोकसभा चुनाव में उसे एक मजबूत महागठबंधन बनाने में मदद करेगा. अन्यथा सभी क्षेत्रीय पार्टियां उसे दबाना चाहेंगी और मनमानी करेंगी.
मध्य प्रदेश में राहुल के बयान कांग्रेस के लिए बड़ी मुसीबत बन रहे हैं
चुनाव को अपनी-अपनी झोली में लाने की कोशिशों के बीच भाजपा और कांग्रेस के बीच तीखी चुनावी जंग जारी है. लेकिन इस बीच कांग्रेस के अध्यक्ष राहुल गांधी कन्फ्यूज हो गए हैं. मध्यप्रदेश की दो दिनों की चुनावी यात्रा के दौरान वो तीन बार कन्फ्यूज हुए. राहुल गांधी इतने कन्फ्यूजड क्यों हैं? क्या उन्हें चुनाव में हार का आभास अभी से हो गया है? वैसे भी ओपिनियन पोल्स यहां कांटे की टक्कर के साथ ही भाजपा को जीतते हुए दिखा रहे हैं.
पनामा पेपर्स घोटाले में मुख्यमंत्री के बेटे कार्तिकेय चौहान का नाम लिया
राहुल गांधी ने मध्यप्रदेश के झाबुआ में एक सभा को संबोधित करते हुए शिवराज सिंह चौहान के बेटे कार्तिकेय सिंह चौहान पर निशाना साधा. राहुल ने कहा कि,'पनामा पेपर्स मामले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के बेटे का नाम भी सामने आया है, लेकिन उनपर कोई कार्रवाई नहीं की गई, जबकि पाकिस्तान जैसे देश ने इसी मामले को लेकर अपने पूर्व प्रधानमंत्री (नवाज शरीफ) को दंडित कर जेल में डाल दिया' जबकि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के बेटे का नाम कांग्रेस के नेताओं ने पनामा पेपर्स में आने का दावा किया था.
लेकिन जब मुख्यमंत्री ने राहुल के खिलाफ मानहानि का केस करने की धमकी दी तो उसके अगले दिन ही राहुल गांधी ने अपनी गलती मानते हुए कहा कि,'भाजपा में इतना भ्रष्टाचार है कि मैं कल कन्फ्यूज हो गया था. मध्य प्रदेश के सीएम ने पनामा नहीं किया, उन्होंने तो ई-टेंडरिंग और व्यापमं घोटाले किए हैं.'
#WATCH BJP mein itna brashtachaar hai ki main kal confuse ho gaya tha. Madhya Pradesh ke CM ne Panama nahi kiya unhone to e tendering aur vyapam scam kiye hain: Rahul Gandhi on his earlier remark that MP CM's son was named in Panama papers. #MadhyaPradesh pic.twitter.com/HOapxZfw6M
— ANI (@ANI) October 30, 2018
आलू के दाम 5 रूपये किलो बताए
राहुल गांधी ने मध्यप्रदेश के धार में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, 'आप चिप्स कै पैकेट उठाएं. आलू का क्या दाम है आज कल? 5 रुपया. चिप्स का पैकेट कितने में बिकता है? उसमें कितना आलू होता है? आधा आलू होता है. उस चिप्स के पैकेट में से किसान को कितना रुपया मिलता है? 50 पैसे, उससे भी कम.'
राहुल गांधी ने यहां आलू और चिप्स का उदाहरण देते हुए किसानों को उनकी उपज के कम दाम मिलने की बात समझाने की कोशिश करते हुए आलू की कीमत 5 रूपये किलो बता दी. लेकिन आलू की कीमत देश में कहीं भी इतनी कम नहीं है. यहां तक की थोक भाव में भी इतना सस्ता नहीं है. और राहुल के इस बयान के बाद एक बार फिर वो सोशल मीडिया पर ट्रोल हो गए.
राहुल गांधी मिजोरम और मणिपुर को लेकर भी कंफ्यूज हो चुके हैं
राहुल गांधी ने एक फेसबुक पोस्ट में मिजोरम की जगह मणिपुर लिखा दिया
दरअसल राहुल गांधी ने एक ऐसे सैनिक स्कूल के बारे में खबर साझा की थी जिसने अपनी शुरुआत के 50 साल बाद लड़कियों के लिए अपने दरवाजे खोले थे. यह स्कूल मिजोरम में था लेकिन अपनी फेसबुक पोस्ट में राहुल ने गलती से मणिपुर लिख दिया था. राहुल गांधी की इस गलती पर भाजपा आइटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने उन पर निशाना साधते हुए लिखा था कि, 'राहुल गांधी ने मिजोरम पर एक खबर साझा की है और उन्होंने मणिपुर लिखा है. पूर्वोत्तर के बारे में यह उनकी अज्ञानता है जो बड़ी समस्या है.'
राहुल गांधी का यह कन्फ्यूजन कांग्रेस के लिए भी एक बड़ी टेंशन साबित हो सकता है. ऐसा इसलिए क्योंकि अभी पांच राज्यों में विधानसभा का चुनाव है और अगले साल लोकसभा का भी चुनाव होना है. ऐसे में राहुल गांधी की ये गलतियां चुनावों में उन्हें वो परिणाम दे सकती हैं तो कहीं से भी उनके लिए सुखद न होंगे.
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