राहुल गांधी का गुजरात जीतने का सॉफ्ट हिंदुत्व एजेंडा !
पाटीदार समुदाय के लोग कई सीटों पर निर्णायक भूमिका निभा सकते हैं. ऐसे में राहुल गांधी सीधे तौर पर इन्हे लुभाने का कोई मौका नहीं छोड़ना चाह रहे हैं.
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गुजरात में साल 2017 के अंत तक यानि नवंबर-दिसंबर में विधान सभा के चुनाव होने है. करीब-करीब 20 साल से बीजेपी लगातार इस राज्य में शासन कर रही है. वहीं कांग्रेस पिछले 22 साल से भी अधिक समय से गुजरात की सत्ता से बाहर हैं. कांग्रेस किसी भी हालत में गुजरात में जीत का परचम लहराना चाहती हैं. पार्टी को यह साफ-साफ नजर आ रहा हैं कि यहां सरकार बनाने का इससे अनुकूल समय कोई और नहीं हो सकता हैं. गुजरात में अब नरेंद्र मोदी मुख्यमंत्री नहीं हैं, रुपानी को मोदी जैसा स्ट्रांग मुख्यमंत्री नहीं माना जाता हैं. पाट्टीदार आंदोलन बीजेपी के लिए मुसीबत पैदा कर रहा हैं. वहीं दलितों की नाराजगी, आप फैक्टर आदि कई मुद्दे हैं जिससे बीजेपी को इस बार दो-चार होना पड़ सकता हैं. इसी को ध्यान में रखकर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी हर मौके को भुनाना चाहते हैं. इसी कड़ी में वो नए प्रयोग करने से भी नहीं चूक रहे हैं. उन्होंने इस बार अपनी चुनावी यात्रा की शुरुआत द्वारका से किया है और वो भी नवरात्र के शुभ मौके पर. क्या इसे कांग्रेस का सॉफ्ट हिंदुत्व एजेंडा प्लान माना जाये? गौर करने वाली बात तो यह है कि राहुल गांधी ने बिना हो-हल्ला के कांग्रेस पार्टी के ऐसे स्वरुप को भी पेश किया जहां कही न कही हिन्दू मतदाताओं, खास कर पटेल-पाटीदार को आगामी विधानसभा चुनाव में लुभाने का प्रयास माना जा सकता है.
राहुल गांधी, कांग्रेस
क्यों महत्वपूर्ण हैं राहुल गांधी का सौराष्ट्र दौरा?
राहुल गांधी 3 दिनों के सौराष्ट्र दौरा पर हैं. जहां उन्होंने अपने चुनावी यात्रा की शुरूआत द्वारकाधीश मंदिर में पूजा के साथ की हैं. 182 सीटों वाली गुजरात असेंबली में तक़रीबन एक तिहाई सीटें सौराष्ट्र से हैं. पिछले विधानसभा चुनाव में यहां की 54 सीटों में से 16 सीटों पर ही कांग्रेस जीत पायी थी. वहीं 35 सीटों पर बीजेपी को विजय मिली थी और 3 सीट अन्य को मिली थी. सौराष्ट्र पटेल-पाटीदारों के प्रभुत्व वाला क्षेत्र हैं. इनके प्रभुत्व का अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता हैं की करीब 25 से 30 सीट पर ये किसी भी उम्मीदवार को जिताने की क्षमता रखते हैं. राहुल गांधी सौराष्ट्र क्षेत्र के राजकोट का भी दौरा करेंगे. बता दें कि गुजरात के वर्त्तमान मुख्यमंत्री विजय रूपाणी राजकोट से ही आते हैं. राहुल गांधी अपने दौरे का समापन वीरमगाम में करेंगे. ये पाटीदार आंदोलन के अगुआ रहे हार्दिक पटेल का गृहनगर है. अपने इस दौरे के दौरान राहुल गांधी गरबा महोत्सव में भी शामिल होंगे और चोटिला के कोली मंदिर में पूजा अर्चना भी करेंगे.
पाटीदार वोट बैंक पर नजर
हार्दिक पटेल पाटीदार आंदोलन के नेता हैं. वह पटेल समुदाय को आरक्षण दिलाने के लिए लगातार संघर्ष कर रहे हैं. हार्दिक पटेल ने कुछ महीने पहले ही कहा था कि वे कांग्रेस का समर्थन करने का विकल्प भी खुला रखा है. उनके गुजरात पहुंचे ही हार्दिक पटेल ने ट्विटर के माध्यम से उनका स्वागत किया. पटेल ने ट्विटर पर लिखा, 'कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी का गुजरात में स्वागत है.' उनके इस ट्वीट के यह मायने भी निकाले जा रहे हैं कि अगले विधानसभा चुनाव में वे कांग्रेस का साथ दे सकते हैं. यहां पर पाटीदार समुदाय के लोग कई सीटों पर निर्णायक भूमिका निभा सकते हैं. ऐसे में राहुल गांधी सीधे तौर पर इन्हे लुभाने का कोई मौका नहीं छोड़ना चाह रहे हैं.
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