सुशांत की मौत और बॉलीवुड में ड्रग्स के मुद्दे पर सांसद रवि किशन और जया बच्चन दो धुरी क्यों बन गए?
सुशांत सिंह राजपूत मौत मामले के ड्रग एंगल से जुड़ने के बाद जिस तरह से रवि किशन (Ravi Kishan) ने लोकसभा में बॉलीवुड ड्रग गैंग (Bollywood Drug Gang) पर निशाना साधा, उससे मामला काफी बिगड़ गया है. जया बच्चन (Jaya Bachchan) ने राज्यसभा में फ़िल्म इंडस्ट्री का बचाव करते हुए रवि किशन पर पलटवार किया है.
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सुशांत सिंह राजपूत मौत मामले के बाद बीते 3 महीनों से जो कुछ भी हो रहा है और इस मामले में ड्रग्स एंगल आने के बाद जिस तरह से फ़िल्म इंडस्ट्री में हलचल मची हुई है, इसकी गूंज अब लोकतंत्र के मंदिर यानी संसद में भी गूंजने लगी है और विवादों की नई श्रृंखला शुरू हो गई है. बीते सोमवार को बीजेपी सांसद और हिंदी फ़िल्मों के साथ ही भोजपुरी सिनेमा के सुपरस्टार रवि किशन ने लोकसभा में सुशांत मौत मामला उठाया और बॉलीवुड स्टार्स की ड्रग्स रैकेट में संलिप्तता पर विशेष जोर देते हुए कहा कि फ़िल्म इंडस्ट्री ड्रग के लत की शिकार हो गई है और कई लोगों का नाम सामने आया है, इसलिए इस मामले की जांच होनी चाहिए. रवि किशन ने संसद में बॉलीवुड ड्रग्स मामले को उठाकर जो चिंगारी सुलगाई, वो पल भर में आग की तरह फैल गई और सोशल मीडिया पर यह मामला फिर से ट्रेंड करने लगा. लेकिन रवि किशन के लोकसभा में दिए बयान पर समाजवादी पार्टी की राज्यसभा सांसद जया बच्चन ने कड़ी प्रतिक्रिया जताई और रवि किशन से कहा कि वह जिस थाली में खाते हैं, उसी में छेद कर रहे हैं. जया बच्चन ने साफ-साफ कहा कि कुछ लोगों की वजह से पूरी फ़िल्म इंडस्ट्री को बदनाम करने की साजिश हो रही है.
यहां सबसे पहले ये बताना जरूरी है कि बॉलीवुड से ड्रग रैकेट का नाम कैसे जुड़ा और इस मामले में बात कहां तक पहुंची है? आपको बता दूं कि बीते महीने जब सुशांत सिंह राजपूत मौत मामले की जांच सीबीआई को सौंपी गई तो रिया चक्रवर्ती के चैट से खुलासा हुआ कि इस मामले में ड्रग्स का भी बड़ा रोल है. इसके बाद नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने इस मामले की जांच की और बाद में रिया चक्रवर्ती, उनके भाई शोविक चक्रवर्ती और सुशांत के हाउस मैनेजर के साथ ही ड्रग पैडलर्स गिरफ्तार किए गए. बाद में रिया से पूछताछ के बाद एनसीबी के सूत्रों ने बताया कि बॉलीवुड के कई बड़े स्टार्स के तार ड्रग्स रैकेट से संपर्क में जुड़ रहे हैं और कथित तौर पर सारा अली खान, रकुल प्रीत सिंह, मुकेश छाबड़ा, रोहिणी अय्यर और सिमोन खंबाटा जैसे लोगों का नाम सामने आया है. इस मामले ने सोशल मीडिया पर हंगामा खड़ा कर दिया है और बीते कई दिनों से #BollywoodDrugGang ट्रेंड कर रहा है. अब यह मामला संसद पहुंच गया है और संसद में हंगामा शुरू हो गया है.
रवि किशन ने ऐसा क्या कह दिया?
रवि किशन ने संसद में बॉलीवुड में ड्रग्स के बढ़ते प्रभाव का जिक्र करते हुए कहा कि फ़िल्म इंडस्ट्री में भी नशीले पदार्थों की तस्करी और कलाकारों के इसके सेवन के आदी होने की शिकायतें आ रही हैं. यह धीरे-धीरे पूरे देश की समस्या बनती जा रही है. हमारे पड़ोसी देश हमारे देश की युवा पीढ़ी को नष्ट करने की साजिश रच रहे हैं. पाकिस्तान और चीन से ड्रग्स की धड़ल्ले से तस्करी हो रही है और इसे पंजाब और नेपाल लाया जाता है. गोरखपुर से बीजेपी सांसद और भोजपुरी स्टार रवि किशन ने कहा- ‘मैं केंद्रीय सरकार से सख्त कार्रवाई करने की अपील और आग्रह करता हूं. मैं दोषियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग करता हूं और उन्हें सजा देने के साथ ही पड़ोसी देशों की साजिश का जल्द से जल्द अंत करने की अपील करता हूं.’ रवि किशन के इस बयान की बहुत से लोगों ने सराहना की, लेकिन उनके इस बयान से फ़िल्म इंडस्ट्री के लोग नाराज हो गए और उनकी नाराजगी की आवाज बनकर जया बच्चन ने राज्यसभा में जो कुछ भी बोला, उससे लोगों को समझ में आया कि कुछेक लोगों की वजह से पूरी फ़िल्म इंडस्ट्री को बदनाम नहीं किया जा सकता.
जानें जया बच्चन ने क्या-क्या बोला...
एसपी सांसद जया बच्चन ने राज्यसभा में रवि किशन को घेरते हुए कहा कि कुछ लोगों की वजह से पूरी फ़िल्म इंडस्ट्री को बदनाम करने की साजिश रची जा रही है. एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री हर साल प्रत्यक्ष रूप से 5 लाख और अप्रत्यक्ष रूप से 50 लाख लोगों को रोजगार देती है और कोरोना संकट में आज इनलोगों की रोजी-रोटी पर आफत आ गई है. ऐसी स्थिति में हमारे एक नेता फ़िल्म इंडस्ट्री को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं और उसे गटर बोल रहे हैं. जया बच्चन ने रवि किशन पर अप्रत्यक्ष रूप से हमला करते हुए कहा कि जो लोग इस इंडस्ट्री से अपनी रोजी-रोटी चलाते हैं, वही आज इस थाले में छेद कर रहे हैं, सरकार को ऐसे लोगों को इस तरह की बयानबाजी करने से रोकना चाहिए और ऐसे मुश्किल वक्त में फ़िल्म इंडस्ट्री के साथ खड़ा होना चाहिए. जया बच्चन ने जोर देकर कहा कि एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री सबसे ज्यादा टैक्स भरती हा और दुनिया में भारत का नाम रोशन करती है, वैसी फ़िल्म इंडस्ट्री के बारे में आज इस तरह की बयानबाजी की जा रही है और यह शर्मिंदगी से ज्यादा कुछ नहीं है.
कंगना रनौत ने जया बच्चन से कुछ ज्यादा सवाल कर दिए
जया बच्चन ने जिस तरह से राज्यसभा में फ़िल्म इंडस्ट्री का पक्ष लिया और उसके समर्थन में बातें कहीं, उसका फ़िल्म इंडस्ट्री के लोगों ने तो जरूर समर्थन किया, लेकिन उनका यह बयान कंगना रनौत को नागवार गुजरा और उन्होंने जया बच्चन के खिलाफ कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि अगर उनके बेटे अभिषेक बच्चन भी फांसी के फंदे पर झूले होते या उनकी बेटी श्वेता बच्चन को बाली उमर में पीटा जाता, ड्रग्स दिया जाता या उनका शोषण होता तो क्या तब भी वह यही बातें बोलतीं? कंगना ने जया बच्चन से सवाल किया कि क्या आप तब भी यही कहतीं, अगर अभिषेक बच्चन लगातार बुलिंग और शोषण की बात करते और एक दिन फांसी के फंदे से झूलते पाए जाते? कंगना ने कहा कि जया जी, थोड़ी हमदर्दी हमसे भी दिखाइए. कंगना ने जिस तरह की बातें कीं, उससे उन्हें सोशल मीडिया पर लोगों का काफी समर्थन मिला और लोगों ने जया के चयनित आलोचना को अच्छी नजरों से नहीं देखा.
Jaya ji would you say the same thing if in my place it was your daughter Shweta beaten, drugged and molested as a teenage, would you say the same thing if Abhieshek complained about bullying and harassment constantly and found hanging one day? Show compassion for us also ???? https://t.co/gazngMu2bA
— Kangana Ranaut (@KanganaTeam) September 15, 2020
सुशांत के साथ न्याय या मामले का राजनीतिकरण?
सुशांत सिंह राजपूत मौत के बाद सड़क से संसद तक जिस तरह की बहस चल रही है और राजनीतिक गलियारों से लेकर फ़िल्म इंडस्ट्री के लोगों की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं, उससे साफ है कि इस मामले का अब राजनीतिकरण होने लगा है और बीजेपी, शिवसेना, जेडीयू, टीएमसी के बाद अब समाजवादी पार्टी भी इउस बहस में बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रही है. जहां एक तरफ कुछ लोग फ़िल्म इंडस्ट्री को वाकई बॉलीवुड ड्रग्स गैंग बताने पर तुले हुए हैं, वहीं कुछ लोग फ़िल्म इंडस्ट्री की अस्मिता को बचाने की पुरजोर कोशिश कर रहे हैं, जिसमें कंगना रनौत, जया बच्चन और रवि किशन जैसे लोगों ने इस बहस को ऐसे मुकाम पर पहुंचा दिया है, जहां से आने वाले समय में तरह-तरह की बातें निकलेंगी और अगर बातें निकलीं तो उनका दूर तलक जाना तय है. तो बस देखते जाइए कि आगे क्या-क्या होता है?
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