मोदी के लाल किले से दिए गए 5 भाषणों का विश्लेषण
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लाल किले से अपना भाषण दे चुके हैं. 2019 चुनाव से पहले ये आखिरी बार है जब मोदी इस तरह से अपनी स्पीच दे सकते हैं. इसके बाद अगर वो दोबारा प्रधानमंत्री बनते हैं तो ये गौरव उन्हें मिलेगा, लेकिन आखिर जो भाषण उन्होंने दिया उसके मायने क्या हैं?
-
Total Shares
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पांचवी बार 15 अगस्त को तिरंगा लाल किले पर फहराया है. हर साल नरेंद्र मोदी इस दिन एक बेहतरीन स्पीच देते हैं और इस साल भी कुछ ऐसा ही हुआ है. नरेंद्र मोदी ने इस साल की स्पीच में भी न्यू इंडिया की बात की. इसके अलावा, मोदी ने अपनी स्पीच में अपना रिपोर्ट कार्ड दिया और खास तौर पर जीएसटी की बात की. इसी के साथ, स्वच्छ भारत, वन रैंक वन पेंशन (OROP) की तुलना की.
#WATCH PM Narendra Modi meets children at Red Fort, earlier today #IndependenceDayIndia pic.twitter.com/SD599L19Ab
— ANI (@ANI) August 15, 2018
अगर सिर्फ भाषण की बात करें तो इंडिया टुडे चैनल ने उन कुछ खास शब्दों का विश्लेषण किया, जिनका इस्तेमाल प्रधानमंत्री मोदी लाल किले से दिए जाने वाले अपने भाषणों में करते रहे हैं.
1. खेती-
2014 में- 0 बार, , 2015 में- 13 बार, , 2016 में- 4 बार, , 2017 में- 0 बार, और 2018 में- 11 बार .
2. आतंकवाद-
2014 में - 0 बार, 2015 में- 0 बार, 2016 में- 0 बार, 2017 में- 8 बार और 2018 में - 3 बार
3. नौकरियां-
2014 में - 7 बार, 2015 में - 0 बार, 2016 में - 7 बार, 2017 में - 0 बार और 2018 में - 1 बार
4. किसान-
2014 में - 6 बार, 2015 में - 23 बार, 2016 में - 31 बार, 2017 में - 19 बार और 2018 में - 14 बार
5. गरीब-
2014 में - 29 बार, 2015 में - 44 बार, 2016 में - 27 बार, 2017 में - 17 बार और 2018 में - 39 बार
6. युवा-
2014 में - 27 बार, 2015 में - 0 बार, 2016 में - 13 बार, 2017 में - 12 बार और 2018 में - 9 बार
7. कश्मीर-
2014 में - 0 बार, 2015 में - 0 बार, 2016 में - 0 बार, 2017 में - 7 बार और 2018 में - 7 बार
अगर प्रधानमंत्री के कीवर्ड देखे जाएं तो एक खास बात सामने आएगी. किसान और गरीबों के बारे में प्रधानमंत्री अक्सर बात करते रहते हैं, लेकिन नौकरियों के बारे में 2014 में तो मोदी ने बात की थी, लेकिन 2018 में वो मौन हैं. हर बार, उनकी स्पीच का निशाना सिर्फ गरीब और किसान ही बनते हैं.
क्या खास था मोदी की स्पीच में?
1. नोटबंदी का कोई भी जिक्र नहीं था.
2. महिलाओं का जिक्र था, महिलाएं कोर्ट में, कैबिनेट में, महिलाएं मेडिल ला रही हैं, ये सुनकर लगा कि मोदी महिलाओं को खुश करना चाह रहे हैं.
3. मोदी ने किसी भी तरह की योजना की आर्थिक घोषणा नहीं की.
4. पीएम मोदी ने अपना रिपोर्ट कार्ड भी दिया, टॉयलेट, एलपीजी, दुगनी रफ्तार से बनने वाले हाईवे, चौगुनी रफ्तार से बनने वाले घरों की बात की. 5. पीएम मोदी ने अपने काम को 2013 की रफ्तार से भी जोड़कर बताया और कहा कि अगर उसी स्पीड से चलते रहते तो कोई काम नहीं हो पाता.
प्रधानमंत्री की स्पीच को लेकर सुब्रमण्यन स्वामी ने भी मोदी पर कटाक्ष किया. पीएम मोदी ने कहा कि भारत की जीडीपी पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा है, लेकिन ऐसा नहीं है.
PM in his Red Fort speech got his figures for GDP wrong. India’s GDP is not Sitharam largest but third largest. Who in MoF goofed?
— Subramanian Swamy (@Swamy39) August 15, 2018
सिर्फ सुब्रमण्यन स्वामी ही नहीं, इस गलती को कई और लोगों ने भी पकड़ा. और इसके लिए प्रधानमंत्री और फाइनेंस मिनिस्ट्री को भी ट्रोल करना शुरू कर दिया.
नरेंद्र मोदी की स्पीच को लेकर कई लोगों ने अपनी प्रतिक्रिया दी.
For those who believe that Ayushman Bharat scheme coming on September 25th shows that Govt is not prepared and made wrong decision. In a country where the population is 1.25 billion nothing comes in day or two, it takes time. #ModiSpeech
— Sriram (@NaamRaam) August 15, 2018
आयुष्मान भारत स्कीम को लेकर लोगों में गुस्सा दिखा.
Tax payers should be happy with 'punya' forget about any facility. So much for being honest in India? #Modispeech
— SKT (@IndiaSimplified) August 15, 2018
कुछ ने मोदी पर भी गुस्सा दिखाया. टैक्स देने वाले करदाताओं ने पुण्य और पाप की बात करनी शुरू कर दी.
Don’t think anyone goofed. #Modi would have exaggerated under the influence of his habitual false self praise!#ModiSpeech #IndiaIndependenceDay https://t.co/tUVHa1Mav9
— Rajavardhan (@tondapu) August 15, 2018
लोगों को ये भी लगा कि नरेंद्र मोदी ने अपनी आदत के अनुसार बढ़ा-चढ़ाकर बोला है.
जहां लोग मोदी की स्पीच में कमियां निकाल रहे थे वहीं कुछ लोग मोदी की स्पीच की तारीफ भी कर रहे थे.
Ek Naya Bharat banana hai... ! ! !A kind of Speech that wont just touch your Heart but grab u by Balls and ask you to go out there, to bring the Change!#ModiSpeech #IndipendenceDay
— kushagra purohit (@kushagra1103) August 15, 2018
Health for All, Security for All,Connectivity for All,Cooking for All,Power for All,Insurance for All #HappyIndependenceDay2018 #ModiSpeech
— Kunal Purkayastha (@kpic999) August 15, 2018
नरेंद्र मोदी ने नवयुग और नए भारत की बात कही और काव्य की तरह कहा कि हम अपनी सभी कठिनाइयों से आगे बढ़ रहे हैं और अपनी छवि बदल रहे हैं.
कुछ वादे ..
पीएम मोदी ने अपनी स्पीच में कुछ वादे भी किए हैं. उन्होंने कहा कि 2022 तक वो एक भारतीय को स्पेस में भेजेंगे. इसे देखा जाए तो ऐसा लग रहा है कि ये कोई चुनावी वादा था और मोदी अपने अगले कार्यकाल का इंतजार कर रहे हैं. मोदी ने कहा कि 2022 तक जब भारत अपन 75 साल पूरे कर लेगा तब भारत किसी बेटे या बेटी को अपने झंडे के साथ स्पेस में भेजेगा. ऐसा करके भारत चौथा ऐसा देश बन जाएगा जो किसी मनुष्य को अंतरिक्ष में भेजे.
जहां ये घोषणा बड़ी लग रही है वहीं मोदी ने यूनिवर्सल हेल्थ केयर की भी बात की. आयुष्मान भारत स्कीम का भी 25 सितंबर से आगाज़ किया जाएगा. मोदी ने अपने भाषण में कहा कि इस बार, गरीबों को सुविधाजनक स्वास्थ्य सेवाएं मिलेंगी. पिछले बजट में मोदी सरकार ने 52000 करोड़ रुपए इस स्वास्थ्य पॉलिसी पर लगाए थे.
2014 से ही प्रधानमंत्री लगातार लाल किले को घोषणाओं के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं. पिछले चार बार, की स्पीच को देखा जाए तो इस बार, कोई बहुत बड़ी योजना नहीं बताई गई, सिर्फ अपना रिपोर्ट कार्ड दिया.
ये भी पढ़ें-
वाह योगी जी, तोता टी स्टाल और मनोज समोसा भंडार के बीच में एयरो इंडिया शो!
आपकी राय