विशाल डडलानी का 'आप' को बाय-बाय...
हरियाणा विधानसभा में जैन धर्मगुरु तरुण सागर के प्रवचन कार्यक्रम पर विशाल डडलानी का एक ट्वीट विवादों में आ गया है. विशाल जरूर अब सफाई दे रहे हैं लेकिन बात बनती नहीं दिख रही. ऐसे में क्या पार्टी ने भी उनका साथ छोड़ दिया है?
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विशाल डडलानी एक प्रतिष्ठित संगीतकार हैं. उन्होंने संघर्ष के साथ खुद को बॉलीवुड में स्थापित किया है शाहरुख खान की तो हर प्रोडक्शन फिल्म में विशाल-शेखर का ही म्यूजिक होता है. जब देश में अन्ना आंदोलन की लहर चली तो विशाल का झुकाव राजनीतिक मसलों की ओर भी हुआ और वह अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी के साथ हो चले.
लेकिन अब लगता है कि एक ट्वीट के कारण उनका साथ राजनीति से टूटने वाला है. विशाल ने खुद इसकी घोषण कर दी है. दरअसल, हरियाणा विधानसभा में जैन धर्मगुरु तरुण सागर के प्रवचन कार्यक्रम पर उन्होंने एक ट्वीट किया जिसे लेकर पूरा विवाद शुरू हुआ है.
इस ट्वीट पर शुरू हुआ विवाद.. |
जब बवाल बढ़ा तो विशाल ने दूसरा ट्वीट कर सफाई देने की कोशिश की. विशाल का ट्वीट था कि राजनीति को किसी धर्म से नहीं जोड़ना चाहिये.
I apologise if I've upset Jain feelings. The intent was to ridicule the merger of religion & governance, and not any religion in particular.
— VISHAL DADLANI (@VishalDadlani) August 27, 2016
लेकिन, तब तक बहुत देर हो चुकी थी. विशाल का ट्वीट सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गया. आलम ये कि दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने जनता से माफी मांगी और कहा कि वो तरुण सागर जी से पिछले साल मिले थे और वे और उनका परिवार हमेशा ही उनके प्रवचनों को सुनता रहा है.
Tarun Sagar ji Maharaj is a very reverred saint, not just for jains but everyone. Those showing disrespect is unfortunate and shud stop
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) August 27, 2016
इसके बाद सत्येंद्र जैन ने भी ट्वीट कर माफी मांगी.
I apologise for hurting feelings of Jain community by my friend @VishalDadlani. I seek kshama from Muni Shri Tarun Sagar ji Maharaj.
— Satyendar Jain (@SatyendarJain) August 27, 2016
यही सब देख विशाल ने पार्टी के हर काम से विदा ले ली है. कहा- अब न सोशल मुद्दे पर बात करेंगे और न ही राजनीति पर. विशाल ने बार-बार कहा कि वे ये कहना चाह रहे थे कि राजनीति को किसी धर्म से नहीं जोड़ना चाहिये मान लीजिये. आज तरुण सागरजी ने प्रवचन दिया तो कल को कोई हिंदू या मुस्लिम धर्म गुरु भी तो आ सकते हैं. यानी कि अब तो आपको हर धर्म को खुश करना ही होगा.
I apologise again, to the Jain Community, & all others offended. But I beg you all not to support religion in governance, for India's sake.
— VISHAL DADLANI (@VishalDadlani) August 28, 2016
बस यही चीज विशाल, अरविंद केजरीवाल को समझाना चाहते थे. मगर अब वो मुख्यमंत्री बन गए हैं. अब उन्हें अपने हर वोट बैंक के बारे में सोचना पड़ता है. कहीं ये कि समुदाय इसे अन्यथा न ले ले. कहीं दूसरी पार्टी इसे मुद्दा ना बना दे. मगर याद करो केजरीवाल साहब ....ये वही विशाल डडलानी है, जिसने हमेशा ही आपका साथ दिया. जब आम आदमी पार्टी नई-नई बनी थी तब इन नेताओं के भाषण सुनने कोई नहीं आता था. भीड़ नहीं जमा हो पाती थी. मगर ये विशाल ही थे जो कि अपनी आवाज़ से लोगो की भीड़ जमा करते थे. पार्टी के लिए फ्री में शो किया करते थे. यहां तक कि पार्टी को चंदा भी देते थे.
It feel bad that I hurt my Jain friends & my friends @ArvindKejriwal & @SatyendarJain .I hereby quit all active political work/affiliation.
— VISHAL DADLANI (@VishalDadlani) August 27, 2016
मगर...अब आम आदमी पार्टी नेशनल पार्टा बन गई है. अब उन्हें किसी के चंदे की ज़रुरत नहीं. अब अरविंद केजरीवाल इतने बड़े नेता बन चुके हैं कि उन्हें विशाल डडलानी की भी ज़रुरत नहीं है. अब वे खुद ही भीड़ जमा कर सकते हैं! मगर खुद विशाल ने भी नहीं सोचा होगा कि वो पूरी तरह राजनीति में आने के पहले ही राजनीति को अलविदा कह देंगे.
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