कौन हैंं इसुदान गढ़वी, जिनको AAP ने बनाया गुजरात में सीएम फेस
AAP संयोजक और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने एक कार्यक्रम में इसुदान गढ़वी (Isudan Gadhvi) के पार्टी का सीएम चेहरा (CM Face) होने का ऐलान किया. गुजरात में सीएम फेस बनने के लिए इसुदान गढ़वी और राज्य इकाई के संयोजक गोपाल इटालिया (Gopal Italia) के बीच सीधा मुकाबला था.
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गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी ने पत्रकार से नेता बने इसुदान गढ़वी को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया है. आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने एक कार्यक्रम में इसुदान गढ़वी के पार्टी का सीएम चेहरा होने का ऐलान किया. बता दें कि AAP की ओर से गुजरात में सीएम फेस बनने के लिए इसुदान गढ़वी और राज्य इकाई के संयोजक गोपाल इटालिया के बीच सीधा मुकाबला था. लेकिन, इसुदान गढ़वी ने इस मामले में बाजी मार ली. क्योंकि, गोपाल इटालिया के नाम के साथ बीते कुछ समय में काफी विवाद जुड़ गए थे. वैसे, गोपाल इटालिया ने गुजरात में आम आदमी पार्टी को स्थापित करने में बड़ी भूमिका निभाई है. लेकिन, पहले से ही अटकलें लगाई जा रही थीं कि अरविंद केजरीवाल शायद ही गोपाल इटालिया को सीएम फेस बनने का मौका देंगे. और, हुआ भी वही. खैर, आइए जानते हैं कि इसुदान गढ़वी कौन हैं, जिन्हें केजरीवाल ने गुजरात में आम आदमी पार्टी का सीएम चेहरा बनाया है...
कौन हैं इसुदान गढ़वी?
इसुदान गढ़वी का जन्म 10 जनवरी 1980 को गुजरात के पिपालिया गांव में हुआ था. इसुदान गढ़वी ओबीसी वर्ग से आते हैं. जो गुजरात में एक बड़ा वोटबैंक है. इसुदान एक संपन्न किसान परिवार से आते हैं. गढ़वी ने 2005 में गुजरात विद्यापीठ से मास कम्युनिकेशन और जर्नलिज्म की पढ़ाई कर पोस्ट ग्रेजुएशन किया है. बता दें कि इसी साल जून में जब AAP की गुजरात इकाई को भंग किया गया था. तो, इसुदान गढ़वी को आम आदमी पार्टी का राष्ट्रीय संयुक्त महासचिव बनाया गया था. और, केवल 16 महीने में ही पार्टी के सीएम कैंडिडेट बन गए.
इसुदान गढ़वी की साफ-सुथरी छवि आम आदमी पार्टी के काम आ सकती है.
वैसे, पत्रकार के तौर पर अपने करियर की शुरुआत में इसुदान गढ़वी ने दूरदर्शन के 'योजना' शो में काम किया. 2007 से 2011 तक इसुदान गढ़वी ने गुजराती भाषा के एक चैनल में काम किया. इसुदान के करियर में सबसे बड़ा मोड़ तब आया, जब उन्होंने 150 करोड़ के एक घोटाले का खुलासा किया. 2015 में इसुदान गढ़वी ने डांग और कापरड़ा में पेड़ों की अवैध कटाई से जुड़े घोटाले का पर्दाफाश किया था. इस रिपोर्ट के सामने आने के बाद गुजरात सरकार को कार्रवाई के लिए मजबूर होना पड़ा था. बता दें कि इस रिपोर्ट के बाद से ही इसुदान गढ़वी को निर्भीक पत्रकार के तौर पर जाना जाने लगा.
इसके बाद इसुदान गढ़वी ने वीटीवी गुजराती नाम के एक चैनल में चैनल हेड के तौर पर काम किया. पिछले साल जून में आम आदमी पार्टी में शामिल होने से पहले तक गढ़वी यहीं काम करते रहे. इस चैनल में इसुदान गढ़वी अपना प्राइम टाइम शो 'महामंथन' चलाते थे. जो पूरे गुजरात में काफी पसंद किया जाता था. इस प्रोग्राम में इसुदान गुजरात से जुड़े मुद्दों को प्रमुखता से उठाते थे. और, इन पर जनता की सीधी राय भी लेते थे. इसुदान गढ़वी ने अपने करियर के पीक पर पत्रकारिता को अलविदा कह दिया. और, राजनीति में आ गए.
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