तो क्या पीएम मोदी का चमचा बन, अनुपम ला पाएंगे अपने "प्रोफेशनल" बाग में बहार?
अनुपम खेर का पीएम मोदी और उनकी नीतियों का गुणगान करना कोई नई बात नहीं है. अनुपम अपने को खुले तौर पर पीएम का चमचा मान चुके हैं इसके बाद सवाल ये उठता है कि क्या अनुपम अब अपने आलोचकों से बच पाएंगे?
-
Total Shares
किसी भी व्यक्ति को लेकर दूसरे व्यक्ति के विचार, या तो अच्छे होते हैं, या बुरे. इन विचारों में बीच का कुछ भी नहीं होता. व्यक्ति अगर किसी से प्रेम करता है तो फिर वहां प्रेम होता है. यदि वही व्यक्ति किसी से द्वेष रखे तो वहां केवल द्वेष की भावना होती है. प्रायः ऐसा कम ही देखने को मिलता है जब कोई व्यक्ति किसी अन्य व्यक्ति से, एक ही समय में प्रेम और द्वेष दोनों रखे. अभिनेता अनुपम खेर को ही देखिये, ये बात किसी से छुपी नहीं है कि वो पीएम मोदी के जबरदस्त फैन हैं. हमारे आस पास ऐसे कई मौके आए हैं जब अनुपम अलग-अलग मंचों से पीएम मोदी की तारीफ करते नजर आए हैं. कहा जा सकता है कि ये देश के प्रधानमंत्री का व्यक्तित्व ही है जिसके चलते अनुपम को पीएम मोदी का चमचा बनने से भी गुरेज नहीं है.
ऐसे कई मौके आएं हैं जब अनुपम खेर प्रधानमंत्री की हां में हां मिलाते हुए नजर आए हैं
जी हां बिल्कुल सही सुन रहे हैं आप. अनुपम खेर का मानना है कि,'किसी दूसरे की बाल्टी बनने से अच्छा है मैं नरेंद्र मोदी का चमचा बन जाऊं.' दरअसल हुआ ये था कि अनुपम इंडिया टीवी के कार्यक्रम 'आप की अदालत' में आए थे, और वहां बड़ी ही बेबाकी से पत्रकार रजत शर्मा द्वारा पूछे गए सवालों के जवाब दे रहे थे.
पत्रकार रजत शर्मा के पूछने पर कि, जिस तरह वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफें करते रहते हैं लोगों ने उन्हें पीएम का चमचा मान लिया है. इसपर अपना पक्ष रखते हुए अनुपम का तर्क था कि, "लोग ठीक बोलते हैं, मैं मोदी का चमचा हूं. किसी और की बाल्टी होने से अच्छा है कि मैं किसी का चमचा बन जाऊं"
‘I am better off as chamcha of Modi than a 'balti' of somebody else’ said @AnupamPkher in #AapKiAdalat. Tune in to the entire episode tonight at 10 @indiatvnews pic.twitter.com/qZu5Y2tHJF
— Rajat Sharma (@RajatSharmaLive) January 27, 2018
ज्ञात हो कि ये पहली बार नहीं है जब अनुपम ने इस हद तक खुलकर अपनी बात रखी है और पीएम तथा उनकी नीतियों का समर्थन किया है. कश्मीरी पंडितों से लेकर देश के अन्य ज्वलंत मुद्दों तक, एक लम्बे वक़्त से सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट ट्विटर पर सक्रिय अनुपम अपनी राय दे रहे हैं और पीएम मोदी और उनकी नीतियों पर हां में हां मिला रहे हैं. अनुपम को लेकर उनके आलोचकों तक का मानना है कि जिस तरह से आज वो भाजपा और प्रधानमंत्री का गुणगान कर रहे हैं वो दिन दूर नहीं, जब सरकार से उन्हें इसका सिला मिल जाए और कोई बड़ा पद उनकी झोली में आकर गिर जाए.
वाह रजत जी बड़ी अनुपम बातें की आपने खेर साब के साथ, बधाई ।
— Lakshamn (@Lakshamn5) January 28, 2018
He is going to be the next Ratan of India.... Issi tarah chamchagiri karte rahye Bharat Ratan jaroor mil jayega.
— AFTAB BIN AKBAR (@zia_am_77) January 27, 2018
Chaplooson ki party hai bjp, chatukarita hi character reh gya ab, jo sach bole wo deshdrohi aur jo talwe chate wo rashtravadi.
— Revolution Ahead (@rpiffm) January 27, 2018
Perhaps he meant "Pidi", but used a Hinustani word instead of Italian (Cane), which doesnt rhyme.
— vikas (@vikas6th) January 27, 2018
गौरतलब है कि रजत शर्मा के जिस शो में ये सारी बात चीत हुई शर्मा ने लोगों में उत्सुकता डालने के लिए अनुपम खेर के साथ हुई अपनी बातचीत के एक छोटे से अंश को ट्विटर पर शेयर किया है. ध्यान रहे कि शर्मा द्वारा इसे ट्विटर पर शेयर किये जाने के बाद उन्हें लोगों से प्रतिक्रिया मिलनी शुरू हो गयी है. लोगों का तर्क ही कि अनुपम आज जो भी बोल रहे हैं उसमें उनकी मंशा यही है कि वो लगातार प्रधानमंत्री की नजरों में आएं और उन्हें वो मुकाम हासिल हो जाए जिसकी एक लम्बे समय से उन्हें तलाश है.
बहरहाल, ये बयान अनुपम ने क्यों और क्या सोचकर दिया इसका तो वही जानें मगर हां एक बात तो है कि देश की जनता को तब आश्चर्य में नहीं पड़ना चाहिए जब हम कल इस बड़े बयान के फलस्वरूप अनुपम को किसी महत्वपूर्ण कुर्सी से बड़े फैसले लेते हुए देख लें. अंत में हम ये कहकर अपनी बात खत्म करेंगे कि कुल मिलाकर अब अनुपम के अच्छे दिनों की शुरुआत हो गयी है और बहुत जल्द उनके बागों में भी बहार आ ही जाएगी.
ये भी पढ़ें -
क्या अनुपम खेर अब योगी आदित्य नाथ से माफी मांगेंगे?
अनुपम खेर की गालियों पर तालियां चाहिए या बहस?
मोदी का चमचा और भागवत के बेटे, फिर तो लाइफ झिंगा लाला
आपकी राय