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Updated: 26 अगस्त, 2022 04:47 PM
ज्योति गुप्ता
ज्योति गुप्ता
  @jyoti.gupta.01
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विजय देवरकोंडा (Vijay Deverakonda) और अनन्या पांडे (Ananya Panday) की फिल्म 'लाइगर' (Liger) 25 अगस्त को सिनेमीघरों में रिलीज हो चुकी है. इसके साथ ही अनन्या पांडे की एक्टिंग एग्जाम का परिणाम भी सामने आ चुका है. जगन्नाथ के डायरेक्शन में बनी फिल्म, भले ही विजय देवरकोंडा (लाइगर) पर आधारित है मगर फिल्म की हीरोइन अनन्या भी काफी महत्वपूर्ण किरदार में हैं.

अनन्या ने फिल्म में तान्या का किरदार निभाया है जो लाइगर के प्यार में है. अरे भाई वह एक ऐसे हीरो की प्रेमिका बनी है जो गरीब है, जिसकी मां ने उसे अकेले पाला है और वह हकलाता भी है. ऐसे में प्रेमिका के रोल के लिए किसी ऐसी एक्ट्रेस का चयन करना चाहिए था, जिसकी आंखें बोलती हों, जिसके भौहें इशारा करती हों, जिसकी आखों प्रेम से भीग जाती हों और जो बिना कुछ कहे कि अपने एक्सप्रेशन से मन की सारी बातें कह देती हो. जो सिर्फ मेकअप की मोम ना होकर एक महबूबा की तरह उसकी ढाल बनती है.

Liger, Liger Film, Ananya panday, ananya pandey acting is torture in Liger, Vijay deverakondaयहां बात एक्टिंग स्किल ही हो रही है जो अनन्या को आती नहीं है

दरअसल, अनन्या पांडे को लाइगर की प्रेमिका के रोल में लोग पचा नहीं पाए हैं. यह हम नहीं बल्कि ट्विटर कह रहा है. जी हां सोशल मीडिया पर अनन्या पांडे के नाम का हैशटैग #AnanyaPanday ट्रेंड हो रहा है. जिसमें कई लोग अनन्या की एक्टिंग का वीडियो शेयर कर उनकी उस पर हैरानी जता रहे हैं.

मोहब्बत की दिवानगी के एक सीन में लाइगर अपनी रूहानी आवाज में तान्या से हकलाते हुए 'आई लव यू' कहते हैं मगर बदले में अनन्या का 'फ्लैट' एक्सप्रेशंस देख दर्शकों का दिल रो पड़ा है.

लोगों का कहना है कि, अनन्या पांडे को अभी एक्टिंग सीखने की जरूरत है. फिल्म में देवरकोंडा के शानदार अभिनय के आगे वह फींकी पड़ रही हैं. एक यूजर ने तो यह तक कह डाला कि अनन्या पांडे की एक्टिंग देखने के बाद मेरा दिमाग काम नहीं कर रहा है. दूसरे ने कटाक्ष करते हुए कहा है कि वाह, अनन्या पांडे ने क्या तो एक्टिंग की है, कोई इस स्ट्रगलिंग क्वीन को लाइगर के लिए ऑस्कर अवार्ड दे दो...

एक यूजर ने तो अनन्या के फेस एक्सप्रेशन की तुलना अपने टूथब्रश से कर दी है. कुल मिलाकर लोगों लाइगर में अनन्या पांडे को कास्ट करने के फैसले को सबसे गलत बताया है. फिल्म में अनन्या पांडे का काम देखने के बाद नेटिजन्स ने कहा है कि इसे 'ओवर एक्टिंग, नो एक्टिंग या फिर एक्टिंग में स्ट्रगल'... आखिर क्या कहा जाए? शायद जीभ से नाक छूना ही अनन्या पांडे का टैलेंट है. इन्हें फिल्मों में देखना यानी अपने समय की बर्बादी करना है. अनन्या कहीं से भी हीरोइन टाइप नहीं लगती हैं.

नो इमोशन, नो एक्सप्रेशन...प्यार की तड़प में अनन्या की आंख से तो एक नकली आंसू भी नहीं गिर रहा है. इन्हें देखकर लग रहा है कि किसी मच्छर ने काट लिया है. इनकी शक्ल पर हर वक्त 12 ही बजा है.

अनन्या को एक्टिंग करता देख लोगों को इतना समझ आ गया है कि किसी फिल्म की लीड हीरोइन बनने के लिए सिर्फ योगा, डाइट और शरीर चमकाने भर से काम नहीं चलेगा, बल्कि अभिनय भी सीखा पड़ेगा. क्या है ना कि मेकअप के सहारे तो नवाजुद्दीन सिद्दीकी भी हड्डी में एक नंबर ही हीरोइन लग रहे हैं.

मगर बात यहां एक्टिंग स्किल की हो रही है जो अनन्या को तो आती नहीं है. अब हर कोई आलिया भट्ट तो नहीं बन जाएगा. स्टार किड्स को फिल्में तो बड़ी आसानी से मिल जाती हैं मगर बात में दम तो तब हो जब इनका काम देखकर लोग तारीफ करने से ना रह पाएं. फिलहाल तो सोशल मीडिया यूजर ने अनन्या को एक्टिंग की परीक्षा में फेल कर दिया है. अब देखना है कि आने वाले समय में ये कब दर्शकों के दिल में जगह बनाती हैं???

लेखक

ज्योति गुप्ता ज्योति गुप्ता @jyoti.gupta.01

लेखक इंडिया टुडे डि़जिटल में पत्रकार हैं. जिन्हें महिला और सामाजिक मुद्दों पर लिखने का शौक है.

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