अंकित की हत्या से ज्यादा ख़ौफ़नाक है 'सेलेक्टिव चुप्पी'
दिल्ली में 23 साल के युवक अंकित सक्सेना की निर्मम हत्या के बाद उन लोगों की चुप्पी अखरने वाली है. जो मुसलमानों के हिमायती बन उनके लिए हमदर्दी भरी बातें करते थे .
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पहले कासगंज का चंदन अब दिल्ली में अंकित सक्सेना की ऑनर किलिंग. कभी तिरंगा निकालने के लिए तो कभी प्यार करने के लिए आये दिन मासूमों की हत्या हो रही है. हमारे सामने, हमारे बीच हो रही इन हत्याओं पर हम ये कहकर बात खत्म कर दे रहे हैं कि "हमारा क्या? या फिर हमसे क्या मतलब. मगर रुकिए, ठहरिये और इस पर गौर करिए. इन हत्याओं का हमसे मतलब है, बिल्कुल मतलब है और हमें इसपर बात करनी भी चाहिए. आइये पहले बात करते हैं अंकित सक्सेना और उसकी मौत पर.
दिल्ली में हुई इस वारदात ने फिर इंसानियत को शर्मसार किया है
23 साल का अंकित एक मुस्लिम लड़की से प्यार करता था, लड़की भी अंकित से उतना ही प्यार करती थी. दोनों ने उज्जवल भविष्य को लेकर शायद सपने भी देखे थे. दोनों का प्यार करना शायद लड़की के पिता को नागवार गुजरा. वजह साफ थी अंकित "हिन्दू" था जबकि लड़की "मुस्लिम" थी जिसके मद्देनजर लड़की के पिता ने लड़के की ऑनर किलिंग कर दी. अब आप ही सोचिये. आज के इस दौर में तमाम तरह की नफरत और गलत फहमियों के कारण जब दोनों समुदाय दो अलग छोर पर हैं, दोनों के बीच खाई है तो क्या ऐसे में प्यार की जगह है? दिल बहलाने को हम कुछ भी जवाब दे सकते हैं मगर हकीकत के आईने में जब इस सवाल को देखें तो शायद इसका बेहतर जवाब "नहीं" ही होगा.
पूरे दावे के साथ कहा जा सकता है कि यहां ऑनर किलिंग के नाम पर मुसलामानों द्वारा एक हिन्दू युवक की मौत अपने आप में कई सारे सवालों को जन्म देती है. ये घटना हमें ये बताती है कि आज भी हमारे समाज में एक लड़की को ये अधिकार नहीं है कि वो अपनी पसंद का लड़का चुने और उसे अपना जीवन साथी बनाए. कहा जा सकता है कि यहां लड़की के भाग्य का फैसला उसके पैदा होने के साथ ही उसके मां बाप और रिश्तेदारों द्वारा कर दिया जाता है.
चूंकि अब ये मामला सिर्फ ऑनर किलिंग न होकर हिन्दू मुसलमान में बदल गया है. अतः यही कहा जा सकता है कि इस पर उन लोगों का अप्रोच अखरने वाला है. जो एक पक्ष की बात तो रखते हैं मगर दूसरे पक्ष को नकार देते हैं. इसे सीधे शब्दों में कहें तो समाज का वो बुद्धिजीवी वर्ग इस पर खामोश है जो किसी मुसलमान की मौत पर फौरन आंसू बहाकर कोहराम मचा देता था. इस मुद्दे पर उनका भी अप्रोच अखरने वाला है जो अपने को मुसलमानों का हिमायती कहते हैं, इस बड़ी वारदात पर इनकी भी कलम खामोश है ये भी चुप हैं एक हिन्दू युवक की मौत पर.
इस मौत के विरोध में समाज के सभी वर्गों को आगे आना चाहिए
आज समय आ गया है कि, चाहे देश के लिए कुर्बान होने वाला कासगंज का चंदन हो या फिर दिल्ली का अंकित सक्सेना. हमें चुप्पी तोड़ कर हर उस मौत पर सवाल करना चाहिए जो एक निर्दोष की है. यदि आज हम चुप हैं तो यकीन जानिये भविष्य में हमारे सामने और कई चंदन होंगे और कई अंकित होंगे. इसके अलावा हमें उस सिलेक्टिव अप्रोच से भी लड़ना होगा जिसके अनुसार हम रहीम की मौत पर तो खूब आंसू बहाते हैं मगर बात जब राम की होती है तो हमारे आंसुओं को हमारा सिलेक्टिव अप्रोच रोक देता है.
बहरहाल अंकित सक्सेना की मौत इंसानियत पर एक बड़ी क्षति है. लोगों का इस विषय पर गुस्सा होना लाजमी है. सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट ट्विटर पर अंकित सक्सेना टॉप ट्रेंड में है और वहां लोग एक बेगुनाह की मौत पर जम कर प्रतिक्रिया दे रहे हैं और दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही की मांग कर रहे हैं.
what a shame for India over the #AnkitSaxena heinous shocking murder no any politician,media showing it, Imagine a situation if case have been just opposite victim belong from opposite community what would be the situation now, recall some case happened before and the showoff
— Prashant kr. yadav (@Yprashant08) February 3, 2018
Welcome India, here only innocents are lynched for false pride ! Whether they are Hindu or Muslim, every group is doing same work. No one is appreciable. RIP #AnkitSaxena , Now India is not a place for love!!
— Saurav Shrivastava (@SaySaurav) February 3, 2018
Brutal murders of hindus happening intolerance gang will not even speak one word regarding this shame on U double standards #JusticeForAnkit #AnkitSaxena
— kiran Babu (@kiran_babu24) February 3, 2018
When #AnkitSaxena is killed #Liberals wish communal atmosphere is not vilified... When couple of terrorists are killed in Gujarat they run vicious campaign for yearsWhy #Hindus are only blamed for communal disharmony & other let to kill, burn in guise of #Secularism
— Pradeep Kain (@KainPradeep) February 3, 2018
नफरत के नाम एक और मासूम जान बलि चढ़ गयी... अंकित को मार दिया जल्लादों ने... प्यार के दुश्मनों ने.... मोहब्बत हिंसा के सामने टूट गयी..... #अंकित #सलीमा#AnkitSaxena
— Aslam Ahmad????????#UST (@Ahmad_Aslm) February 3, 2018
When this country will move beyond caste and religion? This is deeply saddening and cruel. May his soul rest in peace. #AnkitSaxena https://t.co/cBblc3FzlG
— Uma Selvam (@UmaSelvam1) February 3, 2018
Dadri is in UP still got there as soon as possible, not getting time to reach #AnkitSaxena family, god save this country from politician like you https://t.co/rpyXBNg4jJ
— Shashi Shekhar Singh (@S_ShekharSingh) February 3, 2018
Shocked and Horrified on cold blooded murder of #AnkitSaxena . Culprits should be punished with the highest quantum @CPDelhi @DelhiPolice #Justice4Ankit
— Ruchika Gupta (@g_ruchika) February 3, 2018
#Ankitsaxena has been brutally murdered for the HUGE CRIME he did was to love a muslim girl. This happened not in Pakistan, Afganistan or Bangladesh but in India.
— Sakshi (@oyesakshi) February 3, 2018
अगर आप #AnkitSaxena के लिए दुखी हो और अफराजुल के लिए खुश थेअगर आप अफराजुल के लिए दुखी थे और अंकित के लिए खुश तो यकीन करो हमारे हिस्से मे कई अफराजुल आऐंगे और उनके हिस्से में कई अंकित
— अखंड चुतियापा (@MayaazK) February 3, 2018
Love Jihad happens only when Hindu girl is forced to change to Islam either before or after marrying a Muslim Boy. Dont distort facts #AnkitSaxena #JusticeForAnkit
— Rakesh Ranjan (@rakeshranjankr) February 3, 2018
Amazed at people’s reaction to #AnkitSaxena’s brutal murder. IT IS A GOD DAMN CRIME.
Hang the murderers.They deserve no sympathy.
There are 100s of Muslims who r married to Non Muslims.
Also,does your religion permit you to marry outside your religion?
SO,STOP LECTURING ME!
— Êllə (@tweet2el) February 3, 2018
रोहित वेमुला के मुद्दे पर प्रधानमंत्री जी से इस्तीफा मांगने वाले अंकित की हत्या पर मुंह में दही जमाकर बैठे हैं। @kanhaiyajnusu #AnkitSaxena
— sugendra gupta (@GuptaSugendra) February 3, 2018
The killing of #AnkitSaxena is a criminal act and condemnable.Hope his killers are brought to justice soon.Prayers for Shahzadi 's safety.A murder of one innocent is murder of humanity.Can't condemn it enough
— Rana Safvi رعنا राना (@iamrana) February 3, 2018
#AnkitSaxena was screaming for help very loudly and lot of people were standing around him bt nobody didn't help him. Indian society has lost our gumption. society can stand for only talk not for work.
— puneet (@giri_punit) February 3, 2018
Those who shout out loud on #GauriLankesh may be impressing thr AKAS. Had they been human they would have shown same outrage for #AnkitSaxena #reality
— Surbhi S Sapru (@SurbhiSapru) February 3, 2018
#AnkitSaxena Will Sickulars,Azadi Gang, Advocate of freedom gang, Love supporters and so called scholars come forward in support of Ankit Saxena ? Or all freedoms are applicable to so called minority only ? Where are Saba, Ayub,Kavita, and Sabana?Where is Sibbal Sir?
— देशभक्त (@siyaram_paswan) February 3, 2018
ट्विटर पर अंकित सक्सेना की हत्या पर लगातार आ रहे ट्वीट्स को देखकर एक बात तो साफ है कि, अब भी हमारे समाज में कुछ लोग ऐसे हैं जो धर्म और जाती से इतर अपराध को अपराध मानते हैं. अपराधी चाहे हिन्दू से लेकर मुस्लिम तक किसी भी समुदाय का हो उसे कठोर से कठोर दंड देने की वकालत करते हैं. अंत में हम ये कहते हुए अपनी बात खत्म करेंगे कि हमें सिलेक्टिव न होकर हर उस इंसान के लिए आगे आना चाहिए जो निर्दोष है या फिर उसके साथ किसी भी तरह का अन्याय हो रहा है.
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